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Prayagraj Violence : करछना बवाल में छह अन्य आरोपी भेजे गए जेल, चौथे दिन भी मुस्तैद रही पुलिस व पीएसी

अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज Published by: विनोद सिंह Updated Wed, 02 Jul 2025 09:41 PM IST
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सार

करछना के भड़ेवरा बाजार में हुए बवाल के मामले में बुधवार को छह अन्य आरोपी जेल भेज दिए गए। वीडियो फुटेज के जरिए इन्हें चिह्नित किया गया था। उधर नामजद दो आरोपियों की तलाश भी जारी रही।

Prayagraj Violence Six other accused sent to jail in Karchhana riot police PAC alert on fourth day
करछना थाने में बैठाए गए उपद्रवी। - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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करछना के भड़ेवरा बाजार में हुए बवाल के मामले में बुधवार को छह अन्य आरोपी जेल भेज दिए गए। वीडियो फुटेज के जरिए इन्हें चिह्नित किया गया था। उधर नामजद दो आरोपियों की तलाश भी जारी रही। इनमें भीम आर्मी के तहसील अध्यक्ष व उपाध्यक्ष शामिल हैं।

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उधर हनुमानपुर मोरी और भडेवरा बाजार तक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तीन कंपनी पीएसी के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। बाजार खुलने के साथ ही राहगीरों की आवाजाही सामान्य रही। दुकानदारों का कहना है कि घटना के बाद से पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सजग है। थाना प्रभारी अनूप सरोज ने बताया कि बुधवार को रंजीत, संजय, दीपक, ज्ञान, रविंद्र व शेषमणि निवासीगण मेंडरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अन्य आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। 

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कई गांवों में छाया है सन्नाटा

भड़ेवरा बाजार में हुए बवाल के बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर क्षेत्र के कई गांव की अनुसूचित जाति बहुल बस्तियों में सन्नाटा छाया है। घटना के बाद ही पुरुष बस्ती छोड़कर चले गए है। कई घरों में केवल महिलाएं ही बची हैं। जिन गांवों से पुलिस ने गिरफ्तारी की है, वहां दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है पुलिस रात भर में गिरफ्तारी को लेकर कई बार दबिश दे रही है। संवाद

भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न- रिहाई मंच

उधर रिहाई मंच और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रनेताओं ने करछना में भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। अध्यक्ष मो. शोएब ने कहा कि पिछड़े समाज की आठ वर्षीय बेटी के साथ दुष्कर्म और दलित युवक को जिंदा जला देने की घटना को लेकर पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद को रोककर पुलिस ने सुनियोजित तरीके से मामले को भड़काया। पुलिस ने करछना थाने में आरोपियों से कान तक पकड़वाए। सरकार बताए कि यह किस कानून के तहत व किसके आदेश पर कराया गया।

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