UP : उमा भारती ने नई सियासी पारी शुरू करने के संकेत दिए, कहा- टिकट मिला तो झांसी से लडूंगी लोकसभा का चुनाव
संगम की रेती पर गंगा किनारे मंगलवार को आयोजित गंगा सेवा संकल्प अभियान के मंच से साध्वी उमा भारती ने नई सियासी पारी शुरू करने के संकेत दिए। गंगा के बहाने पीएम मोदी और महाकुंभ आयोजन के लिए सीएम योगी की शान में कसीदे पढ़े।
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संगम की रेती पर गंगा किनारे मंगलवार को आयोजित गंगा सेवा संकल्प अभियान के मंच से साध्वी उमा भारती ने नई सियासी पारी शुरू करने के संकेत दिए। गंगा के बहाने पीएम मोदी और महाकुंभ आयोजन के लिए सीएम योगी की शान में कसीदे पढ़े। उन्होंने एलान किया कि यदि पार्टी ने मौका दिया तो वह आगामी लोकसभा चुनाव झांसी से लड़ेंगी।
मंच से उमा भारती ने कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के कालखंड में गंगा को बांधने का प्रयास किया गया पर गंगा को कोई कैद नहीं कर सकता क्योंकि गंगा किसी सरकार के भरोसे पर चलने वाली नदी नहीं है और न ही किसी नेता के बल पर चलने वाली नदी है।
गंगा साधु संतों ऋषि मुनियों और करोड़ गंगा भक्तों की आस्था श्रद्धा और भक्ति तपस्या के बल पर चलने वाली नदी है जिसे कोई कैद नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मां गंगा की शुद्धता के लिए नमामि गंगे का मंत्रालय बना उसकी पॉलिसी बनी और काम भी शुरुआत किया गया लेकिन कोरोना की वजह से काम में रुकावट आई है और अब उसे आगे बढ़ाना होगा।
जैसी गंगोत्री से आई हैं, वैसी ही गंगा सागर तक पहुंचा दो : उमा भारती
जैसी गंगोत्री से आई हैं, वैसी ही गंगासागर तक पहुंचा दो, यह आह्वान करते हुए मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि गंगा की पूर्णता तभी संभव है जब इसके लिए गंगा एक्ट लाया जाए। संगम नोज पर गंगा सेवा संकल्प अभियान में उन्होंने कहा कि गंगा का कार्य केवल नरेंद्र मोदी ही पूरा कर सकते हैं क्योंकि मोदी हैं तो मुमकिन है।गंगा सेवा अभियान के तहत हजारों गंगा भक्तों संग गंगा में डुबकी लगाकर साध्वी उमा भारती ने कहा कि राम के पूर्वज ही गंगा को पृथ्वी पर लाए थे, इसलिए राम का कार्य तब तक पूर्ण नहीं होगा जब तक गंगा का कार्य पूरा न हो।
उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नमामि गंगे योजना शुरू हुई जिसमें गंगा संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाए गए। साध्वी ने गंगा को भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर बताते हुए कहा कि मां गंगा किसी से जाति या मजहब नहीं पूछतीं, वह सबको अपनी गोद में समा लेती हैं। कुंभ व्यवस्था की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ज्वाला से निकले हुए नेता हैं जो ठान लेते हैं वही कर दिखाते हैं। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, पूर्वांचल और बुंदेलखंड से आए भक्तों ने गंगा में पांच डुबकियां लगाईं।
अध्यक्षता साधिका पार्वती दीदी ने की और संयोजन साधिका समर्पिता देवी ने किया। इस मौके पर महापौर गणेश केसरवानी मौजूद रहे। गंगा भक्तों संग जोनल अधिकारी संजय ममगई ने नमामि गंगे और अभियान के तहत घाटों की सफाई कराई।आयोजन में योगेश शुक्ला, अश्विनी पटेल, राजेश केसरवानी, डॉ. विक्रम सिंह पटेल, पार्षद ऋषि निषाद, पार्षद साहिल अरोरा, भाजयुमो के नरसिंह रहे। मुख्य अतिथियों में पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल, भाजपा प्रदेश मंत्री अनामिका चौधरी, विधायक संजय गुप्ता, विधायक प्रीतम सिंह लोधी, विधायक राजीव परिहार, डेविड एटा और पूर्व विधायक मुन्ना आदि शामिल रहे।