किसान आंदोलन को लेकर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने विपक्ष पर साधा निशाना, बोले-किसानों की आड़ में हो रही राजनीति
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन, किसानों का नहीं बल्कि राजनीतिक दलों का आंदोलन बन गया है। इसका संचालन कांग्रेस, सपा, बसपा और वामपंथी दलों के हाथ में चला गया है। इससे असली किसानों का कोई लेना देना नहीं है। ये बातें बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को बैरिया में पत्रकारों बातचीत में कही।
विधायक ने कहा कि हर मोड़ पर पुलिस वाले किसानों का उत्पादन बाजारों में ले जाने के एवज में वसूली कर रहे थे, उस पर नए कानून के तहत पूरी तरह रोक लग गई है। किसानों को अपनी मर्जी का मालिक बनाया गया है, वह जहां चाहे अपना उत्पाद बेच सकते हैं। इस व्यवस्था से मंडी माफियाओं के पेट में दर्द होने लगा है।
जिन लोगों ने 70 वर्षों तक किसानों का शोषण किया है वह किसान हित की बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने हर साल किसान सम्मान योजना के तहत हर किसान के खाते में छह हजार रुपये देने की व्यवस्था की है। ग्रामीण महिलाओं को भी प्रति महीने पांच सौ के हिसाब से प्रत्येक खाते में भेजे जा रहे हैं।
विधायक ने कहा कि 70 वर्ष तक देश पर कांग्रेस ने राज किया है, कितने पैसे किसानों के खाते में भेजे हैं, 10 वर्ष से अधिक समय तक उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी सत्ता में रही है उसने किसानों के लिए क्या किया।
असल बात यह है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है जनता से ये पूरी तरह से कट चुके हैं, यह अपनी खोई हुई जमीन तलाशने के लिए किसानों को बरगलाने में लगे हैं लेकिन किसान इन्हें जान भी रहे हैं और पहचान भी रहे हैं, इसलिए यह आंदोलन जल्द ही पूरी तरह से फ्लाप हो जाएगा।