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Balrampur News: फर्जीवाड़े में किशोर न्याय बोर्ड का बाबू निलंबित
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अमित कुमार।-स्रोत: विभाग
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बलरामपुर। चाइल्ड लाइन में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से रुपये वसूलने वाले किशोर न्याय बोर्ड के बड़े बाबू अमित कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आरोपों की पुष्टि होने के बाद महिला कल्याण विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया है। 22 नवंबर को ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
महिला कल्याण के निदेशक संदीप कौर ने बताया कि अमित कुमार जिला प्रोबेशन कार्यालय बलरामपुर में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे और किशोर न्याय बोर्ड से संबद्ध थे। उन्होंने सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के नियम-3 का उल्लंघन किया है।
पूरे मामले की जांच देवीपाटन मंडल के उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि निलंबन अवधि में आरोपी बाबू की संबद्धता जिला प्रोबेशन कार्यालय गोंडा से की गई है।
भेजा जा चुका है जेल : अमित कुमार पर आरोप है कि उन्होंने पचपेड़वा के एक युवक से एक लाख रुपये लेकर केस वर्कर पद का फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया था। दो माह तक उसे कार्यभार भी ग्रहण कराया गया। वेतन मांगने पर धमकी देने के बाद युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने 22 नवंबर को आरोपी को नीलकोठी के पास से गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले उसका साथी संतोष कुमार भी पकड़ा जा चुका है, जबकि तीसरा आरोपी राजीव श्रीवास्तव अभी फरार है। आरोपी मूल रूप से बलिया जनपद के मनियर गांव का निवासी है।
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महिला कल्याण के निदेशक संदीप कौर ने बताया कि अमित कुमार जिला प्रोबेशन कार्यालय बलरामपुर में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे और किशोर न्याय बोर्ड से संबद्ध थे। उन्होंने सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के नियम-3 का उल्लंघन किया है।
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पूरे मामले की जांच देवीपाटन मंडल के उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि निलंबन अवधि में आरोपी बाबू की संबद्धता जिला प्रोबेशन कार्यालय गोंडा से की गई है।
भेजा जा चुका है जेल : अमित कुमार पर आरोप है कि उन्होंने पचपेड़वा के एक युवक से एक लाख रुपये लेकर केस वर्कर पद का फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया था। दो माह तक उसे कार्यभार भी ग्रहण कराया गया। वेतन मांगने पर धमकी देने के बाद युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने 22 नवंबर को आरोपी को नीलकोठी के पास से गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले उसका साथी संतोष कुमार भी पकड़ा जा चुका है, जबकि तीसरा आरोपी राजीव श्रीवास्तव अभी फरार है। आरोपी मूल रूप से बलिया जनपद के मनियर गांव का निवासी है।

अमित कुमार।-स्रोत: विभाग