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Balrampur News: रसायन से गाढ़ी की रसमलाई, सिंथेटिक डाई से चमकाए लड्डू
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बलरामपुर के चौक बाजार में स्थित राम मिष्ठान भंडार की दुकान ।-संवाद
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बलरामपुर। जिले के बाजारों में बिक रही मिठाई आपकी सेहत खराब कर सकती है। इन मिठाइयों में धड़ल्ले से रसायन का उपयोग किया जा रहा है। यह खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से लिए गए नमूनों की जांच में हुआ है। जांच में पाया गया कि बाजारों में बिक रही लोकप्रिय मिठाइयों रसमलाई, बतीसा और मोतीचूर लड्डू को बनाने में सस्ते और असुरक्षित विकल्प अपनाए गए, जो सेहत के लिए खतरनाक हैं। मिलावटखोरी के खुलासे पर जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से नवंबर के पहले सप्ताह में अभियान चलाकर मिठाई के नूमने एकत्र कर जांच के लिए भेजे गए थे। अब लैब से उनकी रिपोर्ट आई है। जांच के मुताबिक शहर के प्रतिष्ठित राम मिष्ठान भंडार चौक मेन मार्केट में रसमलाई बनाने के लिए स्किम्ड मिल्क का अधिक उपयोग किया गया। साथ ही रसमलाई का गाढ़ापन और स्वाद बनाए रखने के लिए अतिरिक्त रसायन का प्रयोग किया गया, जिससे मिठाई सेहत के लिए नुकासनदेह हो गई। इस दुकान का लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। वहीं, बतीसा और मोतीचूर लड्डू के नमूनों में भारी मात्रा में सिंथेटिक डाई पाई गई।
भारत स्वीट्स, जोगीवीर, उतरौला में बतीसा को चमकीला पीला बनाने के लिए कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल किया गया था, इस दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। वहीं, फुटकर विक्रेता राशिद खान चीनी मिल गेट, तुलसीपुर के यहां मोतीचूर लड्डू को आकर्षक नारंगी रंग देने के लिए तेज सिंथेटिक डाई मिलाई गई थी। इस दुकानदार के लाइसेंस के निलंबन की प्रक्रिया की जा रही है।
खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी जीके दुबे ने बताया कि बाजार में आकर्षक दिखने और कम लागत में अधिक उत्पादन के चक्कर में मिठाई निर्माताओं द्वारा ऐसे तरीके अपनाए जा रहे हैं, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को सीधा खतरा पैदा करते हैं। लैब विश्लेषण में गैर-मानक सामग्री और रंगों की पुष्टि होने पर संबंधित प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित किया गया है।
चमकीले रंग और तेज खुशबू वाली मिठाई से बचें
विभाग ने उपभोक्ताओं को आगाह किया है कि मिठाई खरीदते समय अत्यधिक चमकीले रंग, तेज कृत्रिम खुशबू, असामान्य गाढ़ापन या स्वाद पर खास ध्यान दें। किसी भी संदिग्ध उत्पाद की जानकारी तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग को दें। अधिकारियों ने कहा कि जिले में मिलावटखोरी पर और कठोर प्रवर्तन अभियान जारी रहेगा।
नामी कारोबारी के खिलाफ नहीं की कार्रवाई
शहर के राम मिष्ठान भंडार में मिलावटी मिठाई मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है। इससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस दुकान से नियमित लाखों की मिठाई का कारोबार होता है। विभाग को इस प्रतिष्ठान के खिलाफ जांच रिपोर्ट भी मिली है, लेकिन कार्रवाई केवल उतरौला के दुकानदार के खिलाफ ही हुई है। सेवानिवृत्त खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरपी शुक्ल कहते हैं कि जब जांच रिपोर्ट मिल गई है तो एक साथ कार्रवाई करनी चाहिए। जिस मामले का संज्ञान जिलाधिकारी ने ले लिया है, उस मामले में देरी करना अन्य दुकानदारों को गलत संदेश जाएगा। टैक्स अधिवक्ता रघुनदंन शुक्ल कहते हैं कि उपभोक्ता हितों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से नवंबर के पहले सप्ताह में अभियान चलाकर मिठाई के नूमने एकत्र कर जांच के लिए भेजे गए थे। अब लैब से उनकी रिपोर्ट आई है। जांच के मुताबिक शहर के प्रतिष्ठित राम मिष्ठान भंडार चौक मेन मार्केट में रसमलाई बनाने के लिए स्किम्ड मिल्क का अधिक उपयोग किया गया। साथ ही रसमलाई का गाढ़ापन और स्वाद बनाए रखने के लिए अतिरिक्त रसायन का प्रयोग किया गया, जिससे मिठाई सेहत के लिए नुकासनदेह हो गई। इस दुकान का लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। वहीं, बतीसा और मोतीचूर लड्डू के नमूनों में भारी मात्रा में सिंथेटिक डाई पाई गई।
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भारत स्वीट्स, जोगीवीर, उतरौला में बतीसा को चमकीला पीला बनाने के लिए कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल किया गया था, इस दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। वहीं, फुटकर विक्रेता राशिद खान चीनी मिल गेट, तुलसीपुर के यहां मोतीचूर लड्डू को आकर्षक नारंगी रंग देने के लिए तेज सिंथेटिक डाई मिलाई गई थी। इस दुकानदार के लाइसेंस के निलंबन की प्रक्रिया की जा रही है।
खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी जीके दुबे ने बताया कि बाजार में आकर्षक दिखने और कम लागत में अधिक उत्पादन के चक्कर में मिठाई निर्माताओं द्वारा ऐसे तरीके अपनाए जा रहे हैं, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को सीधा खतरा पैदा करते हैं। लैब विश्लेषण में गैर-मानक सामग्री और रंगों की पुष्टि होने पर संबंधित प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित किया गया है।
चमकीले रंग और तेज खुशबू वाली मिठाई से बचें
विभाग ने उपभोक्ताओं को आगाह किया है कि मिठाई खरीदते समय अत्यधिक चमकीले रंग, तेज कृत्रिम खुशबू, असामान्य गाढ़ापन या स्वाद पर खास ध्यान दें। किसी भी संदिग्ध उत्पाद की जानकारी तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग को दें। अधिकारियों ने कहा कि जिले में मिलावटखोरी पर और कठोर प्रवर्तन अभियान जारी रहेगा।
नामी कारोबारी के खिलाफ नहीं की कार्रवाई
शहर के राम मिष्ठान भंडार में मिलावटी मिठाई मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है। इससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस दुकान से नियमित लाखों की मिठाई का कारोबार होता है। विभाग को इस प्रतिष्ठान के खिलाफ जांच रिपोर्ट भी मिली है, लेकिन कार्रवाई केवल उतरौला के दुकानदार के खिलाफ ही हुई है। सेवानिवृत्त खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरपी शुक्ल कहते हैं कि जब जांच रिपोर्ट मिल गई है तो एक साथ कार्रवाई करनी चाहिए। जिस मामले का संज्ञान जिलाधिकारी ने ले लिया है, उस मामले में देरी करना अन्य दुकानदारों को गलत संदेश जाएगा। टैक्स अधिवक्ता रघुनदंन शुक्ल कहते हैं कि उपभोक्ता हितों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।