IRCTC: यूपी के इस जिले में सात हजार आईआरसीटीसी अकाउंट बंद, रेलवे ने इसलिए उठाया कदम
बरेली में सात हजार से ज्यादा आईआरसीटीसी अकाउंट बंद या फिर निष्क्रिय हो गए हैं। इन अकाउंट के यूजर्स ने आईआरसीटीसी प्रोफाइल में अपना आधार लिंक ही नहीं किया है। इसलिए आईआरसीटीसी ने इन अकाउंट को बंद कर दिया है।
विस्तार
ट्रेनों में आरक्षित टिकट बुक कराने के लिए एक अक्तूबर से आधार प्रमाणीकरण अनिवार्यता के बाद एक माह में बरेली में सात हजार से ज्यादा इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म (आईआरसीटीसी) अकाउंट बंद या फिर निष्क्रिय हो गए हैं। टिकट बुक कराने के लिए अब बिना आधार प्रमाणीकरण वाले अकाउंट का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अभी ऐसे अकाउंट की संख्या बढ़ सकती है।
रेलवे ने तत्काल आरक्षित टिकट बुकिंग की तर्ज पर ट्रेनों में आरक्षण खुलने के पहले 15 मिनट सिर्फ आधार प्रमाणित एकाउंट से ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिये ऑनलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था एक अक्तूबर से लागू कर दी है।
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एक माह बीतने के बाद भी बरेली समेत आसपास के सात हजार से ज्यादा यूजर्स ने आईआरसीटीसी प्रोफाइल में आधार लिंक ही नहीं किया है। ऐसे में आईआरसीटीसी ने इन अकाउंट को बंद कर दिया है। हालांकि, आधार प्रमाणीकरण करने पर इन अकाउंट को फिर से शुरू किया जा सकता है।
बढ़ सकता है बंद किए गए अकाउंट का आंकड़ा
मुख्य वाणिज्य निरीक्षक सैय्यद इमरान ने बताया कि आरक्षित टिकटों की कालाबाजारी करने वाले फर्जी अकाउंट के जरिये ऑनलाइन टिकट बुक कराकर वास्तविक यात्रियों को नुकसान पहुंचा रहे थे। बरेली में ही ऐसे करीब सात हजार अकाउंट बंद किए गए हैं। हालांकि, बंद किए गए फर्जी अकाउंट का सही आंकड़ा मिलने में अभी कुछ समय लगेगा। यह सात हजार से ज्यादा हो सकता है।
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रेलवे के पास रहेगा टिकट बुक करने वालों का ब्योरा
बिना आधार प्रमाणीकरण के अब तक कोई भी आरक्षित रेल टिकट बुक कर सकता था। रेलवे के पास टिकट बुक करने वाले का कोई ब्योरा भी नहीं रहता था। नई व्यवस्था में टिकट बुक करने वाले का ब्योरा रेलवे के पास रहेगा। टिकट की कालाबाजारी होने की दशा में संबंधित व्यक्ति तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। इसका सीधा लाभ वास्तविक यात्रियों को होगा।
बुकिंग खुलने के बाद अब 10 मिनट में नो रूम नहीं हो रहीं गाड़ियां
नई व्यवस्था लागू होने के बाद पिछले साल के मुकाबले इस साल त्योहारी सीजन में ऑनलाइन टिकटों की बिक्री में सुधार हुआ है। मुख्य वाणिज्य निरीक्षक ने बताया कि बुकिंग खुलने के बाद 10 से 15 मिनट में गाड़ियों में वेटिंग होने के साथ गाड़ियां नो रूम हो जाती थीं। फर्जी अकाउंट पर रोक के बाद 30-40 मिनट तक गाड़ियों में सीटें उपलब्ध रहती हैं। मोबाइल एप के जरिये होने वाली ऑनलाइन टिकटों की बिक्री में कमी आई है। दूसरी ओर काउंटर पर आरक्षण कराने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है।
सीनियर डीसीएम संजीव शर्मा ने बताया कि आईआरसीटीसी ने आधार प्रमाणीकरण न कराने वाले सात हजार से ज्यादा फर्जी अकाउंट बंद कर दिए। देशभर में 12 करोड़ से ज्यादा लोग आईआरसीटीसी की वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं। अनुमान के मुताबिक बरेली में बेवसाइट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या 11-12 हजार है।