Health: सर्दी के मौसम में बढ़ रहा साइनासाइटिस संक्रमण, ये लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
बरेली में सर्दी बढ़ने के साथ लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। साइनासाइटिस संक्रमण तेजी से बढ़ा है। जिला अस्पताल में मरीजों की सीटी स्कैन जांच में इसकी पुष्टि हुई है। इसको देखते हुए डॉक्टरों ने स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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बरेली में लुढ़कता पारा सेहत पर भारी पड़ने लगा है। बुखार और सांस के रोगियों समेत साइनासाइटिस संक्रमण तेजी से बढ़ा है। जिला अस्पताल के ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों की सीटी स्कैन जांच में साइनस के बढ़ने की पुष्टि हुई है। डॉक्टरों ने सर्दियों में सेहत के प्रति सावधानी बरतने की अपील की है।
पुराना शहर निवासी 16 वर्षीय कैफ को पिछले 20 दिनों से सर्दी, खांसी, नजला की समस्या थी। जिला अस्पताल में ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. एलके सक्सेना को दिखाया। उन्होंने दवाएं दीं पर प्रभावी न होने पर सीटी स्कैन कराने का सुझाव दिया। बिहारीपुर निवासी 52 वर्षीय ओम प्रकाश करीब तीन माह से गले में संक्रमण, माथा और आंखों में दर्द रहता था। दवा से लाभ न मिलने पर डॉ. राहुल बाजपेई ने सीटी जांच के लिए लिखा।
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खुर्रम गौटिया निवासी 18 वर्षीय नीलम को तीन सौ बेड अस्पताल की फिजिशियन डॉ. ऊरूज ने सीटी स्कैन जांच का परामर्श दिया था। तीनों की जांच में साइनासाइटिस की पुष्टि हुई। यूनिट प्रभारी डॉ. शमसुल के मुताबिक पिछले वर्ष दिसंबर और जनवरी में ही साइनस की आशंका पर सीटी स्कैन जांच के लिए लोग पहुंचे, लेकिन इस साल अक्तूबर के आखिर सप्ताह से ही जांच के लिए मरीज पहुंचने लगे। साइनासाटिस की पुष्टि हुई है।
तेज बुखार, चेहरे का दर्द हो तो डॉक्टर को दिखाएं
साइनस रोग सामान्य समस्या है, लेकिन साइनासाइटिस गंभीरता का लक्षण है। डॉक्टरों के मुताबिक तेज बुखार, नजर धुंधली हो, चेहरे पर दर्द होने लगे, सूजन, गाढ़ा या दुर्गंध वाला बलगम निकले और सांस लेने पर माथे और नाक में दर्द होने पर आंख से पानी निकले तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। अगर समय पर इलाज न हो तो मेनेन्जियल संक्रमण से गर्दन में अकड़न, तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली परिवर्तन की आशंका होती है।
जानिए, क्या है साइनासाइटिस और संक्रमण की वजह
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. एलके सक्सेना के मुताबिक साइनसाइटिस शुष्क, ठंडी हवा, घर में हीटर के अधिक इस्तेमाल से नाक के श्लेष्म झिल्ली से नमी खत्म हो जाती है। बलगम सूखकर जमा होने लगता है। इससे नाक के रास्तों में सूजन और बलगम जमाव की वजह बनता है। धूल, पालतू जानवर की रूसी आदि एलर्जी के कारक साइनस को बढ़ाते और बिगाड़ते हैं। धूम्रपान और शराब का सेवन रोग को बढ़ाता है।
- धुंध या धूल, धुएं युक्त वातावरण में मास्क लगाए रहें।
- धूम्रपान, शराब का सेवन कम करें। गुनगुना पानी पियें।
- प्रसंस्कृत और पैकेज्ड फूड से बचें। संतुलित आहार लें।
- धूल, पराग, रूसी से बचें। दुग्ध उत्पाद सेवन कम करें।
- बेहद ठंडे खाद्य या पेय पदार्थ का सेवन कतई न करें।
- पर्याप्त नींद, भाप लें, विटामिन सी युक्त आहार खाएं।
- लहसुन, अदरक की कली खाएं, नमक पानी गरारा करें।