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UP News: बरेली में रह रहे 34 पाकिस्तानियों की बढ़ी धड़कन, तीन महिलाओं ने मांगी भारतीय नागरिकता
अमर उजाला ब्यूरो, बरेली
Published by: मुकेश कुमार
Updated Sat, 26 Apr 2025 11:44 AM IST
सार
बरेली जिले में 34 पाकिस्तानी दीर्घकालिक वीजा के आधार पर रह रहे हैं। इनमें अधिकांश महिलाएं हैं। इनमें तीन महिलाओं ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर रखा है। लेकिन पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव से इनकी चिंता भी बढ़ रही है।
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सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : stock adobe
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विस्तार
बरेली जिले में दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे 34 पाकिस्तानी नागरिकों की धड़कन केंद्र सरकार के नए फरमान से बढ़ गई हैं। इनमें अधिकांश लोग स्थानीय स्तर पर नागरिकता के लिए आवेदन करते रहते हैं, जबकि तीन महिलाओं के आवेदन शासन स्तर पर लंबित हैं।
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शहर में शॉर्ट टर्म वीजा पर आईं शहनाज को दिल्ली भेज दिया गया है, जहां से वह जल्द पाकिस्तान चली जाएंगी। जिले में 34 पाकिस्तानी नागरिक दीर्घकालिक वीजा के तहत रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से ये लोग प्रभावित नहीं होंगे, हालांकि पुलिस-प्रशासन अपनी ओर से इनके सत्यापन में जुट गया है। लिखित निर्देश व नियमावली आने का इंतजार किया जा रहा है, इसके आधार पर ही इनका भविष्य निर्भर करेगा।
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शासन स्तर पर लंबित हैं आवेदन
विभागीय सूत्रों के मुताबिक जिले में कई साल से रह रहीं तीन पाकिस्तानी महिलाओं ने काफी समय पहले स्थायी भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था। इस मामले में स्थानीय स्तर पर लिखापढ़ी के बाद इन तीनों की पत्रावली शासन स्तर पर लंबित हैं। उम्मीद है कि इन्हें जल्द भारतीय नागरिकता मिल जाएगी। हालांकि दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इनकी चिंता बढ़ गई है।
कई बंटवारे के वक्त यहां आईं थीं
जिले में कई ऐसी महिलाएं अब बुजुर्ग हो चली हैं जो बंटवारे के वक्त अपने माता-पिता के साथ पाकिस्तान से यहां आई थीं। बरसों से इन्होंने नागरिकता के लिए आवेदन कर रखा है। तर्क दिया है कि उनके पति व बच्चे हिंदुस्तानी नागरिक हैं तो उन्हें भारतीय नागरिकता क्यों नहीं दी जा रही है। वहीं, कुछ महिलाएं ऐसी हैं जो पहले भारतीय थीं और पुरानी रिश्तेदारियों में परिजनों ने उनकी शादी पाकिस्तान में कर दी।
बारादरी इलाके में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी
जिले में कई ऐसी महिलाएं अब बुजुर्ग हो चली हैं जो बंटवारे के वक्त अपने माता-पिता के साथ पाकिस्तान से यहां आई थीं। बरसों से इन्होंने नागरिकता के लिए आवेदन कर रखा है। तर्क दिया है कि उनके पति व बच्चे हिंदुस्तानी नागरिक हैं तो उन्हें भारतीय नागरिकता क्यों नहीं दी जा रही है। वहीं, कुछ महिलाएं ऐसी हैं जो पहले भारतीय थीं और पुरानी रिश्तेदारियों में परिजनों ने उनकी शादी पाकिस्तान में कर दी।
बारादरी इलाके में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी
- बारादरी : 14
- प्रेमनगर : 7
- कोतवाली : 6
- कैंट : 2
- किला : 2
- नवाबगंज : 2
- इज्जतनगर : 1
- बिशारतगंज : 1