{"_id":"691f67bdfb9a21bb580c28d8","slug":"doctors-are-prescribing-alternative-medicines-instead-of-banned-syrups-bhadohi-news-c-191-1-gyn1001-134917-2025-11-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhadohi News: प्रतिबंधित सिरप की जगह डॉक्टर लिख रहे वैकल्पिक दवाएं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhadohi News: प्रतिबंधित सिरप की जगह डॉक्टर लिख रहे वैकल्पिक दवाएं
संवाद न्यूज एजेंसी, भदोही
Updated Fri, 21 Nov 2025 12:40 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
ज्ञानपुर। मौसम बदलने के साथ ही बच्चे सर्दी-जुकाम से पीड़ित होने लगे हैं। ऐसे में डॉक्टर पीड़ितों को प्रतिबंधित कफ सिरप की जगह वैकल्पिक दवाएं दे रहे हैं। चिकित्सक जरूरत पड़ने पर बच्चों को इंजेक्शन लगा रहे हैं। बच्चों में खांसी-सर्दी और जुकाम जैसी समस्याओं की शिकायत मिलने पर चिकित्सक उन्हें लिओसाल बुटोमोल, अम्बरोक्सिल आदि सिरप लिख रहे हैं। चिकित्सकों अनुसार यह दवाएं बच्चों के लिहाज से उपयोगी हैं।
पिछले महीने राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई घटनाओं को देखते हुए पूरे देश में नशे वाली कफ सिरप की बिक्री की पर रोक लगा दी गई है। जिले में करीब 1500 मेडिकल स्टोर पंजीकृत हैं। प्रतिबंध के बाद विभागीय सख्ती के कारण किसी भी मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री नहीं हो रही है। खाद्य एवं औषधि विभाग की ओर से जिले में जांच कर इस पर नजर भी रखी जा रही है।
इन दिनों मौसम में बदलाव हुआ है। इससे अस्पतालों में सर्दी जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बच्चे खांसी और जुकाम से पीड़ित हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को कफ सिरप की जरूरत पड़ रही है। चिकित्सक खांसी और सर्दी-जुकाम से पीड़ित बच्चों को वैकल्पिक दवाएं, वैकल्पिक सिरप और इंजेक्शन दे रहे हैं।
डॉक्टर बच्चों को लिओसाल बुटोमोल, अम्बरोक्सिल आदि सिरप दे रहे हैं। वहीं सरकारी अस्पतालों में एंब्रोक्सोल हाइड्रोक्लोराइड सिरप मौजूद है। जिला अस्पताल के सीएमएस बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय तिवारी ने बताया कि यह सिरप बच्चों, युवा या बुजुर्गों को खांसी आने पर दी जाती है जिससे सभी को आराम मिलता है।
उन्होंने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 80 से 90 बच्चों की ओपीडी हो रही है। मरीज जिसमें 40 से 45 बच्चों में सर्दी, जुकाम, खांसी की समस्या देखने को मिल रही है। सर्दी के मौसम में बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने से इस तरह की समस्या होती है।
-
बच्चों में कफ की समस्या हो तो दें भांप
भदोही स्थित महाराजा बलवंत सिंह अस्पताल (एमबीएस) के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश रावत ने बताया कि यदि बच्चों को सर्दी के साथ खांसी आ रही है और उन्हें आराम नहीं मिल रहा है तो डॉक्टरों की परामर्श पर लेकर दवाएं दें। वहीं भांप देने से भी पीड़ित बच्चों को काफी राहत मिलेगी।
--
अब तक 15 संदिग्ध नमूने भेजे गए हैं लैब
औषधि निरीक्षक कुमार सौमित्र ने बताया कि कफ सिरप कंपनी का एक प्रोडक्ट प्रतिबंधित है जिसकी बिक्री जिले में नहीं है। अभियान चलाकर लगातार मेडिकल स्टोरों की जांच की जा रही है। अब तक कहीं पर प्रतिबंधित सिरप नहीं मिली है। हालांकि 15 सिरप के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। मरीज चिकित्सक के पर्चे पर ही दवा लें। बिना चिकित्सकों की परामर्श से दवा लेने से बचें।
Trending Videos
पिछले महीने राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई घटनाओं को देखते हुए पूरे देश में नशे वाली कफ सिरप की बिक्री की पर रोक लगा दी गई है। जिले में करीब 1500 मेडिकल स्टोर पंजीकृत हैं। प्रतिबंध के बाद विभागीय सख्ती के कारण किसी भी मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री नहीं हो रही है। खाद्य एवं औषधि विभाग की ओर से जिले में जांच कर इस पर नजर भी रखी जा रही है।
विज्ञापन
विज्ञापन
इन दिनों मौसम में बदलाव हुआ है। इससे अस्पतालों में सर्दी जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बच्चे खांसी और जुकाम से पीड़ित हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को कफ सिरप की जरूरत पड़ रही है। चिकित्सक खांसी और सर्दी-जुकाम से पीड़ित बच्चों को वैकल्पिक दवाएं, वैकल्पिक सिरप और इंजेक्शन दे रहे हैं।
डॉक्टर बच्चों को लिओसाल बुटोमोल, अम्बरोक्सिल आदि सिरप दे रहे हैं। वहीं सरकारी अस्पतालों में एंब्रोक्सोल हाइड्रोक्लोराइड सिरप मौजूद है। जिला अस्पताल के सीएमएस बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय तिवारी ने बताया कि यह सिरप बच्चों, युवा या बुजुर्गों को खांसी आने पर दी जाती है जिससे सभी को आराम मिलता है।
उन्होंने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 80 से 90 बच्चों की ओपीडी हो रही है। मरीज जिसमें 40 से 45 बच्चों में सर्दी, जुकाम, खांसी की समस्या देखने को मिल रही है। सर्दी के मौसम में बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने से इस तरह की समस्या होती है।
-
बच्चों में कफ की समस्या हो तो दें भांप
भदोही स्थित महाराजा बलवंत सिंह अस्पताल (एमबीएस) के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश रावत ने बताया कि यदि बच्चों को सर्दी के साथ खांसी आ रही है और उन्हें आराम नहीं मिल रहा है तो डॉक्टरों की परामर्श पर लेकर दवाएं दें। वहीं भांप देने से भी पीड़ित बच्चों को काफी राहत मिलेगी।
अब तक 15 संदिग्ध नमूने भेजे गए हैं लैब
औषधि निरीक्षक कुमार सौमित्र ने बताया कि कफ सिरप कंपनी का एक प्रोडक्ट प्रतिबंधित है जिसकी बिक्री जिले में नहीं है। अभियान चलाकर लगातार मेडिकल स्टोरों की जांच की जा रही है। अब तक कहीं पर प्रतिबंधित सिरप नहीं मिली है। हालांकि 15 सिरप के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। मरीज चिकित्सक के पर्चे पर ही दवा लें। बिना चिकित्सकों की परामर्श से दवा लेने से बचें।