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आरटीई : निजी स्कूलों में सात साल में बढ़े 40 गुना प्रवेश
संवाद न्यूज एजेंसी, भदोही
Updated Fri, 21 Nov 2025 12:37 AM IST
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ज्ञानपुर। शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत एक दिसंबर से निजी स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन शुरू हो जाएंगे। निजी स्कूलों में हर साल बच्चों के प्रवेश की संख्या बढ़ रही है। मात्र सात वर्षों में 40 गुना अधिक बच्चों का प्रवेश हुआ है। 2019-20 में मात्र 74 बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश मिला था। 2025 में यह संख्या 2730 पहुंच गई है।
आरटीई के तहत कॉन्वेंट विद्यालयों में 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश दिलाया जाता है। इनके पढ़ने से लेकर कॉपी-किताब तक का खर्च शासन स्तर से वहन किया जाता है। शिक्षा सत्र 2026-27 के लिए एक दिसंबर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
एक तरफ सुविधा के बावजूद सरकारी स्कूलों में अभिभावक बच्चों का दाखिला करवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ निजी स्कूलों में प्रवेश पाने के लिए आपाधापी की हालत हो जाती है। जिसके कारण शिक्षा विभाग की तरफ से लॉटरी सिस्टम से विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाया जाता है।
2025 में कुल 2730 बच्चों को नर्सरी, यूकेजी, एलकेजी, पहली कक्षाओं में प्रवेश दिलाया गया, जबकि आवेदन करने वालों की संख्या पांच हजार से अधिक रही। बीते तीन सालों में एडमिशन लेने वाले बच्चों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
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आरटीई में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का आंकड़ा
साल - प्रवेश
2019-20 - 74
2020-21 - 157
2021-22 - 609
2022-23 - 839
2023-24 - 1360
2024-25 - 1485
2025-26 - 2730
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वर्जन
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित रहती हैं। विभाग के प्रचार-प्रसार और अभिभावकों की जागरूकता से बच्चों का प्रवेश बढ़ा है। - शिवम पांडेय, बीएसए।
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आरटीई के तहत कॉन्वेंट विद्यालयों में 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश दिलाया जाता है। इनके पढ़ने से लेकर कॉपी-किताब तक का खर्च शासन स्तर से वहन किया जाता है। शिक्षा सत्र 2026-27 के लिए एक दिसंबर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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एक तरफ सुविधा के बावजूद सरकारी स्कूलों में अभिभावक बच्चों का दाखिला करवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ निजी स्कूलों में प्रवेश पाने के लिए आपाधापी की हालत हो जाती है। जिसके कारण शिक्षा विभाग की तरफ से लॉटरी सिस्टम से विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाया जाता है।
2025 में कुल 2730 बच्चों को नर्सरी, यूकेजी, एलकेजी, पहली कक्षाओं में प्रवेश दिलाया गया, जबकि आवेदन करने वालों की संख्या पांच हजार से अधिक रही। बीते तीन सालों में एडमिशन लेने वाले बच्चों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
आरटीई में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का आंकड़ा
साल - प्रवेश
2019-20 - 74
2020-21 - 157
2021-22 - 609
2022-23 - 839
2023-24 - 1360
2024-25 - 1485
2025-26 - 2730
वर्जन
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित रहती हैं। विभाग के प्रचार-प्रसार और अभिभावकों की जागरूकता से बच्चों का प्रवेश बढ़ा है। - शिवम पांडेय, बीएसए।