UP: जंगली सूअर ने वन दरोगा पर किया हमला... डेढ़ मिनट तक दबोचे रहा, गंभीर रूप से घायल; देखें वीडियो
बदायूं के उझानी क्षेत्र से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां रेस्क्यू के दौरान जंगली सूअर ने वन दरोगा पर हमला कर दिया। सूअर ने दरोगा को दबोच लिया और करीब डेढ़ मिनट तक नोचता रहा। साथी कर्मियों ने सूअर को डंडे से मारकर दरोगा को बचाया। घटना में वन दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए।
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बदायूं के उझानी क्षेत्र के सिरसौली गांव के खेतों में बृहस्पतिवार दोपहर जंगली सूअर ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम पर हमला कर दिया। हमले में वन दरोगा शुभम प्रताप गंभीर रूप से घायल हो गए। साथी वन कर्मियों ने किसी तरह उन्हें सूअर के चंगुल से छुड़ाया और तत्काल उपचार के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। हालत नाजुक होने पर उन्हें बरेली के हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
ग्रामीणों द्वारा जंगली सूअरों के आतंक और हमलों की शिकायत के बाद वन विभाग की चार सदस्यीय टीम रेस्क्यू के लिए इलाके में पहुंची थी। टीम के साथ चार-छह स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद थे, जिन्होंने संभावित ठिकानों की जानकारी दी। रेस्क्यू के दौरान अचानक एक जंगली सूअर ने वन दरोगा शुभम प्रताप पर हमला कर दिया।
हमला इतना अचानक था कि उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला। घटना से मौके पर अफरातफरी मच गई। वन कर्मियों ने शोर मचाकर और लाठी-डंडों की मदद से सूअर को खदेड़ा। गंभीर घायल वन दरोगा के हालत की जानकारी लेने के लिए विभाग के अधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। घायल वन दरोगा शुभम प्रताप सिविल लाइंस के निवासी बताए गए हैं।
जंगली सूअरों के आतंक से दस हजार किसान परेशान
उझानी विकासखंड के करीब 12 गांवों में जंगली सुअरों के आतंक से दस हजार से अधिक किसान परेशान हैं। जंगली सूअरों ने फसल व बागवानी को खासा नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसान मायूस हैं। उन्होंने इनके आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
क्षेत्र के गांव अब्दुल्लागंज, सिरसौली, अल्लापुर भोगी, मिर्जापुर,दूदेनगर, जमरोली, बिहार हरिश्चंद, वसंतनगर वहीं गंगा किनारे के गांव ननाखेड़ा, पिपरौल पुख्ता, चंदनपुर, नरसैना के अलवा सहसवान कदरौक के भी कई गांव चपेट में हैं। इन गावों में वर्षों से जंगली सुअरों ने फसल व बागवानी को खासा नुकसान पहुंचाया है। इन गांवों में खेतों में आलू गेहूं की फसल लहलहा रही है। किसानों को उम्मीद थी उत्पादन अच्छा होगा और उन्हें अपनी मेहनत का फल मिलेगा। लेकिन उनकी इस मेहनत पर सुअरों ने पानी फेर दिया है।
सिरसौली के किसान मानसिंह ने बताया कि इस समय आलू व गेहूं की फसल को जंगली सुअर भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। फसल इनती मेहनत से उगाही है कि 20 से 25 क्विंटल बीघा उत्पादन होता लेकिन जंगली सूअरों ने पूरी मेहनत बेकार कर दी है। ऐसे में उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ेगा। कहा पूरे क्षेत्र में जंगली सूअरों का आतंक है, जिससे निजात दिलाने के सरकार व प्रशासन को गंभीरता से प्रयास करने होंगे। नहीं तो किसानों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
किसानों ने बताया कि फसल की रखवाली करते समय जंगली सूअर व सियार के हमले का डर बना रहता है। अगर फसल की रखवाली नहीं की जाए तो फसल चार दिन में बर्बाद हो जाएगी। क्षेत्र के इन गांव में रहने वाले किसान वर्षों से परेशान हैं। लेकिन इसका कोई स्थाई समाधान नहीं हो सका है।
दो साल पहले तस्करों ने मार दिए थे कई जंगली सूअर
दो साल पहले सिरसौली गांव के जंगल में तस्कर आ गए थे। उन्होंने कई सूअरों का शिकार कर दिया था। उस समय पर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने तस्करों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराके कार्रवाई कराई थी। अब फिर किसान इन सूअरों से तंग आ चुके हैं।
डीएफओ निधि चौहान ने बताया कि एसडीएम और रेंजर को टीम के साथ प्रभावित इलाके में भेजा है। गांव में मुनादी कराई गई है कि ग्रामीण उस क्षेत्र की ओर न जाए। शुक्रवार को इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि एक टीम रातभर गांव में ही रहेगी।
