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Chandauli News: सिक्स लेन निर्माण के दौरान दुलहीपुर का शिव मंदिर ध्वस्त
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दुलहीपुर में शिवमंदिर को जेसीबी से किया गया ध्वस्त। संवाद
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दुलहीपुर। पड़ाव से गोधना तक बन रहे सिक्स लेन व फोर लेन सड़क निर्माण कार्य के दौरान शनिवार को दुलहीपुर स्थित एक पुराने शिव मंदिर को जेसीबी चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। इससे पहले ही मंदिर दूसरे स्थान पर बना दिया गया है। वहीं पेड़ों के काटने का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है।
बताया जा रहा है कि 328.28 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस सिक्स लेन व फोर लेन मार्ग में दुलहीपुर बाजार का अतिक्रमण लंबे समय से सबसे बड़ी बाधा बना हुआ था। निर्माण कार्य की समय-सीमा एक वर्ष बढ़ाए जाने के बाद भी अभी तक केवल 90 फीसदी काम ही पूरा हो सका है।
करीब 14 किलोमीटर लंबे इस मार्ग का निर्माण कार्य अक्टूबर 2022 में शुरू हुआ था, जिसे मार्च 2024 तक पूरा किया जाना था। हालांकि, दुलहीपुर बाजार में अतिक्रमण, मंदिर, मस्जिद, मजार, बिजली विभाग के पोल व ट्रांसफार्मर न हटाए जाने के कारण कार्य प्रभावित रहा। संघर्ष मोर्चा के आंदोलन और अतिक्रमण को लेकर राजनीति होने से प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में रहा। दुलहीपुर बाजार को छोड़कर अन्य हिस्सों में निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
प्रशासन के अनुसार दुलहीपुर बाजार पीडब्ल्यूडी की जमीन पर स्थित है, जबकि बाजार के निवासियों का दावा है कि उन्होंने जमीन खरीदकर मकान व दुकानें बनाई हैं। इस विवाद को लेकर कई बार पैमाइश कराई गई, लेकिन सहमति न बनने के कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी थी।
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बताया जा रहा है कि 328.28 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस सिक्स लेन व फोर लेन मार्ग में दुलहीपुर बाजार का अतिक्रमण लंबे समय से सबसे बड़ी बाधा बना हुआ था। निर्माण कार्य की समय-सीमा एक वर्ष बढ़ाए जाने के बाद भी अभी तक केवल 90 फीसदी काम ही पूरा हो सका है।
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करीब 14 किलोमीटर लंबे इस मार्ग का निर्माण कार्य अक्टूबर 2022 में शुरू हुआ था, जिसे मार्च 2024 तक पूरा किया जाना था। हालांकि, दुलहीपुर बाजार में अतिक्रमण, मंदिर, मस्जिद, मजार, बिजली विभाग के पोल व ट्रांसफार्मर न हटाए जाने के कारण कार्य प्रभावित रहा। संघर्ष मोर्चा के आंदोलन और अतिक्रमण को लेकर राजनीति होने से प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में रहा। दुलहीपुर बाजार को छोड़कर अन्य हिस्सों में निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
प्रशासन के अनुसार दुलहीपुर बाजार पीडब्ल्यूडी की जमीन पर स्थित है, जबकि बाजार के निवासियों का दावा है कि उन्होंने जमीन खरीदकर मकान व दुकानें बनाई हैं। इस विवाद को लेकर कई बार पैमाइश कराई गई, लेकिन सहमति न बनने के कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी थी।
