{"_id":"60256daa8ebc3ee90d7e6b2b","slug":"not-a-single-farmer-got-the-benefit-of-kharif-crop-insurance-etah-news-agr4802563181","type":"story","status":"publish","title_hn":"एक भी किसान को नहीं मिला खरीफ फसल के बीमा का लाभ","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
एक भी किसान को नहीं मिला खरीफ फसल के बीमा का लाभ
विज्ञापन
विज्ञापन
एटा। जिले में कृषि विभाग की ओर से फसल बीमा कराने के बाद अगर फसल नष्ट हो जाती है तो किसान को लाभ दिया जाता है। जिले में खरीफ फसल का 8 हजार से अधिक किसानों ने बीमा कराया था, लेकिन एक भी किसान को लाभ नहीं मिल पाया है। जबकि जिले में कुल 2 लाख से अधिक किसान पंजीकृत हैं। वहीं रबी की फसल के लिए किसान अपनी फसल का बीमा करवा रहे हैं।
जिले में खरीफ की फसल को दैवीय आपदा, ओला व सूखा से सुरक्षित रखने के लिए उत्सुकता दिखाते हुए किसानों ने फसल का बीमा कराया था। बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस ने एक भी किसान को इसका लाभ नहीं दिया है। जबकि खरीफ की फसल मक्का, धान, उड़द, मूंग के लिए 8 हजार 7 सौ 45 किसानों ने बीमा कराया था। वहीं जिले में 2 लाख 87 हजार 8 सौ 11 पंजीकृत किसान हैं।
- रबी फसल के लिए करा रहे बीमा
जिले में रबी फसल का उत्पादन किया जा रहा है। ज्यादातर किसानों के खेत में गेहूं, सरसों और जौ आदि फसल खड़ी है। इसकी सुरक्षा के लिए अभी तक 4 हजार 8 सौ 84 किसानों ने बीमा कराया है। वहीं अभी भी फसल बीमा किया जा रहा है।
किसान क्रेडिट कार्ड के साथ ही कटता है प्रीमियम
किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के तहत ऋण लेने वाले किसानों के खाते से स्वत: प्रीमियम काट ली जाती है। किसानों को प्रीमियम भरने के लिए बैंक के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। वहीं अगर किसान केसीसी के तहत फसल बीमा नहीं कराता है तो उसे प्रीमियम न काटने के लिए लिखित में बैंक को एक पत्र देना पड़ता है।
एक किसान की फसल नष्ट होने पर नहीं दिया जाता लाभ
जिला कृषि अधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि अगर किसी ग्राम पंचायत या न्याय पंचायत में किसी एक किसान की फसल नष्ट हुई हो तो उसे लाभ नहीं दिया जाता है। वहीं अगर न्याय पंचायत में तीन साल में उत्पादन क्षमता कम रही तो लाभ दिया जाता है।
Trending Videos
जिले में खरीफ की फसल को दैवीय आपदा, ओला व सूखा से सुरक्षित रखने के लिए उत्सुकता दिखाते हुए किसानों ने फसल का बीमा कराया था। बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस ने एक भी किसान को इसका लाभ नहीं दिया है। जबकि खरीफ की फसल मक्का, धान, उड़द, मूंग के लिए 8 हजार 7 सौ 45 किसानों ने बीमा कराया था। वहीं जिले में 2 लाख 87 हजार 8 सौ 11 पंजीकृत किसान हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
- रबी फसल के लिए करा रहे बीमा
जिले में रबी फसल का उत्पादन किया जा रहा है। ज्यादातर किसानों के खेत में गेहूं, सरसों और जौ आदि फसल खड़ी है। इसकी सुरक्षा के लिए अभी तक 4 हजार 8 सौ 84 किसानों ने बीमा कराया है। वहीं अभी भी फसल बीमा किया जा रहा है।
किसान क्रेडिट कार्ड के साथ ही कटता है प्रीमियम
किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के तहत ऋण लेने वाले किसानों के खाते से स्वत: प्रीमियम काट ली जाती है। किसानों को प्रीमियम भरने के लिए बैंक के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। वहीं अगर किसान केसीसी के तहत फसल बीमा नहीं कराता है तो उसे प्रीमियम न काटने के लिए लिखित में बैंक को एक पत्र देना पड़ता है।
एक किसान की फसल नष्ट होने पर नहीं दिया जाता लाभ
जिला कृषि अधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि अगर किसी ग्राम पंचायत या न्याय पंचायत में किसी एक किसान की फसल नष्ट हुई हो तो उसे लाभ नहीं दिया जाता है। वहीं अगर न्याय पंचायत में तीन साल में उत्पादन क्षमता कम रही तो लाभ दिया जाता है।