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सियासी जमीन तलाशने में जुटा ब्राह्मण समाज
Fatehpur
Updated Thu, 16 May 2013 05:30 AM IST
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फतेहपुर। बुधवार को ब्राह्मण चेतना सेवा संस्थान के सौजन्य से परशुराम जयंती मनाई गई। समारोह में यह संकेत देने की कोशिश की गई कि ब्राह्मण समाज को सियासी मजबूती के लिए एक नई राजनीतिक जमीन की तलाश है। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि भले ही किसी भी राजनीतिक दल से हो यदि कोई ब्राह्मण लोकसभा चुनाव लड़ता है तो उसे एक जुट होकर जिताने का प्रयास समाज के लोग करेंगे। साथ ही तय हुआ कि यदि किसी पार्टी से निकट नहीं मिलता और यह मंच किसी को चुनाव लड़ाने का निर्णय लेता है तो तन-मन धन से उसका सहयोग किया जाएगा। कार्यक्रम में बीजेपी जिला महामंत्री प्रमोद द्विवेदी ने कहा कि पूर्व में मंच के संयोजक रह चुके उनकी ही पार्टी के एक व्यक्ति ने विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट लाने में रोड़ा अटकाया और संयोजक होने के नाते खुद को ब्राह्मणों का अगुवा बताकर खुद टिकट लेकर आए लेकिन ब्राह्मण समाज ने उन्हें नकार दिया। कहा कि ऐसे दुराग्रही तत्व अब यहां नहीं है। संयोजक सुधीर त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि सपा नेता संतोष द्विवेदी ब्राह्मणों के नाम पर सबसे बड़ा कलंक है क्योंकि पिछले चुनाव के दौरान उन्होंने मेरे खिलाफ समाज के लोगों को बरगलाने का प्रयास किया। कहा कि समाज के ऐसे लोगों का सामूहिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। पूर्व विधायक आदित्य पांडेय ने कहा कि ब्राह्मण समाज को एक राजनीतिक शक्ति की जरूरत है। कहा कि किसी पार्टी से हम टिकट नहीें मांगेगे लेकिन यदि समाज के किसी भाई को चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया जाता है सब मिलकर उसका सहयोग करेंगे। उत्तम तिवारी ने कहा यदि यह मंच किसी समाज के व्यक्ति को चुनाव लड़ाने का निर्णय लेता है तो उस व्यक्ति को चुनाव के लिए 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। पूर्व नगर पालिका चेयरमैन अजय अवस्थी ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों ने प्रेस के माध्यम से तरह-तरह की बातें कही हैं। प्रभुदत्त दीक्षित, पियूष तिवारी, संतोष कुमारी शुक्ला, संध्या त्रिपाठी आदि ने भी विचार प्रकट किए। अध्यक्षता शिक्षाविद केपी त्रिपाठी तथा संचालन एसपी शुक्ल ने किया।
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संगठित रहो, संघर्ष करो
फतेहपुर। समारोह को संबोधित करते हुए भगवान परशुराम ने समाज के लोगों को संगठित रहने और संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया। इससे पहले भगवान परशुराम की आरती एवं पूजा अर्चना समाज के लोगों द्वारा की गई। कानपुर निवासी आशीष अवस्थी ने मंच पर परशुराम की भूमिका निभाई।
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मंच की मर्यादा भूले
फतेहपुर। पूर्व विधायक आदित्य पांडेय ने कहा कि जब वह विधायक थे तब अपने सारे काम करा लेते थे। जूतो की ओर इशारा करते हुए कहा कि जहां आसानी से काम नहीं बना वहां इनका भी प्रयोग किया गया। चेतना मंच के दूसरे गुट के एक वरिष्ठ सदस्य की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह जो ब्राह्मण समाज के अलंबरदार बनना चाहते हैं पहले यह साबित करे कि वह ब्राह्मण हैं ।
राजनीतिक हितों के लिए गठन
फतेहपुर। समारोह के तुरंत बाद ब्राह्मण चेतना मंच की रेनू मिश्रा, हरिनारायण दुबे, महेन्द्रनाथ बाजपेई संतोषी द्विवेदी आदि ने कहा कि जिस तरह से चरचा हुई उससे स्पष्ट हो गया कि उन लोगों ने अपने निहित राजनीतिक लिप्सा की तुष्टि के लिए कथित चेतना संस्थान का गठन किया है।
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संगठित रहो, संघर्ष करो
फतेहपुर। समारोह को संबोधित करते हुए भगवान परशुराम ने समाज के लोगों को संगठित रहने और संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया। इससे पहले भगवान परशुराम की आरती एवं पूजा अर्चना समाज के लोगों द्वारा की गई। कानपुर निवासी आशीष अवस्थी ने मंच पर परशुराम की भूमिका निभाई।
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मंच की मर्यादा भूले
फतेहपुर। पूर्व विधायक आदित्य पांडेय ने कहा कि जब वह विधायक थे तब अपने सारे काम करा लेते थे। जूतो की ओर इशारा करते हुए कहा कि जहां आसानी से काम नहीं बना वहां इनका भी प्रयोग किया गया। चेतना मंच के दूसरे गुट के एक वरिष्ठ सदस्य की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह जो ब्राह्मण समाज के अलंबरदार बनना चाहते हैं पहले यह साबित करे कि वह ब्राह्मण हैं ।
राजनीतिक हितों के लिए गठन
फतेहपुर। समारोह के तुरंत बाद ब्राह्मण चेतना मंच की रेनू मिश्रा, हरिनारायण दुबे, महेन्द्रनाथ बाजपेई संतोषी द्विवेदी आदि ने कहा कि जिस तरह से चरचा हुई उससे स्पष्ट हो गया कि उन लोगों ने अपने निहित राजनीतिक लिप्सा की तुष्टि के लिए कथित चेतना संस्थान का गठन किया है।