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Gonda News: हादसों में 12 मौतों के बाद भी ब्लैक स्पॉट नहीं बना अनभुला
संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा
Updated Sun, 07 Dec 2025 11:35 PM IST
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वजीरगंज में अनभुला गांव के पास टक्कर में क्षतिग्रस्त कार। - संवाद
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डुमरियाडीह। वजीरगंज क्षेत्र में अनभुला गांव के सामने की सड़क पर लगातार हादसे हो रहे हैं। कभी तेज रफ्तार, कभी ओवरटेकिंग तो कभी चालकों की लापरवाही की बात कही जाती है। मगर इससे भी बड़ी वजह जिम्मेदारों की लापरवाही है, क्योंकि कहीं भी पांच सड़क हादसों में लोगों की जान जाने पर उस स्थान को ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिह्नित करके बचाव के आवश्यक उपाय करने का प्रावधान है। इसके बावजूद अनभुला गांव के सामने की सड़क को अब तक ब्लैक स्पॉट तक नहीं चिह्नित किया गया।
अनभुला निवासी पिंटू सिंह ने बताया कि 2018 से अब तक इसी स्थान पर हादसों में 12 लोगों की जान जा चुकी है। हादसों में दर्जनों लोेग घायल हुए हैं। अनभुला निवासी हनुमान सिंह व बृजेश तिवारी का कहना है कि इस मोड़ पर स्पीड ब्रेकर, कटाव सुधार, सीसीटीवी, साइन बोर्ड, पुलिस पेट्रोलिंग जैसी व्यवस्थाएं न होने से हादसे बढ़ रहे हैं। कई बार शिकायत के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि यहां गति नियंत्रण के उपाय, आवश्यक संकेतक और पुलिस की नियमित गश्त की जरूरत है। यदि संबंधित महकमों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई होती तो शायद रविवार को हादसे में तीन लोगों की जान न जाती।
22 जून 2018 को चंदापुर स्थित साहिब बंदगी आश्रम में सत्संग में जा रहे एक परिवार के लोगों की कार अनभुला गांव के पास टैंकर से टकरा गई थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखचे उड़ गए और उसमें सवार नोएडा निवासी सतीश दूबे, राकेश पांडेय, सुशीला, यशोदा व मालती की मौत हो गई थी।
दो मार्च 2025 को अनभुला के पास तेज रफ्तार अर्टिगा कार से बाइक में टक्कर लग गई थी। इससे बाइक सवार शिवम पांडेय व कमलेश पांडेय की मौत हो गई थी।
आठ फरवरी 2025 को चंदापुर निवासी रामभूल अनभुला के पास सड़क पार कर रहे थे। तभी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी।
नौ सितंबर 2025 को बाइक सवार राधेश्याम व आयुष्मान साहू टैक्टर-ट्राॅली के चपेट में आ गए थे। इनमें से आयुष्मान की मौत हो गई थी।
लोक निर्माण विभाग को भेजा पत्र
अनभुला में जिस स्थान पर हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। वह ब्लैक स्पॉट घोषित नहीं है। वहां लोक निर्माण विभाग की ओर से दुर्घटना बहुल क्षेत्र का बोर्ड लगाया गया है। सड़क किनारे उगी झाड़ियाें के कारण चालक अक्सर सामने से आने वाले वाहन नहीं देख पाते। इससे भी हादसे का खतरा बना रहता है। लोक निर्माण विभाग को झाड़ियां कटवाने के लिए पत्र भेजा गया है।
-- आरसी भारतीय, एआरटीओ
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अनभुला निवासी पिंटू सिंह ने बताया कि 2018 से अब तक इसी स्थान पर हादसों में 12 लोगों की जान जा चुकी है। हादसों में दर्जनों लोेग घायल हुए हैं। अनभुला निवासी हनुमान सिंह व बृजेश तिवारी का कहना है कि इस मोड़ पर स्पीड ब्रेकर, कटाव सुधार, सीसीटीवी, साइन बोर्ड, पुलिस पेट्रोलिंग जैसी व्यवस्थाएं न होने से हादसे बढ़ रहे हैं। कई बार शिकायत के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि यहां गति नियंत्रण के उपाय, आवश्यक संकेतक और पुलिस की नियमित गश्त की जरूरत है। यदि संबंधित महकमों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई होती तो शायद रविवार को हादसे में तीन लोगों की जान न जाती।
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22 जून 2018 को चंदापुर स्थित साहिब बंदगी आश्रम में सत्संग में जा रहे एक परिवार के लोगों की कार अनभुला गांव के पास टैंकर से टकरा गई थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखचे उड़ गए और उसमें सवार नोएडा निवासी सतीश दूबे, राकेश पांडेय, सुशीला, यशोदा व मालती की मौत हो गई थी।
दो मार्च 2025 को अनभुला के पास तेज रफ्तार अर्टिगा कार से बाइक में टक्कर लग गई थी। इससे बाइक सवार शिवम पांडेय व कमलेश पांडेय की मौत हो गई थी।
आठ फरवरी 2025 को चंदापुर निवासी रामभूल अनभुला के पास सड़क पार कर रहे थे। तभी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी।
नौ सितंबर 2025 को बाइक सवार राधेश्याम व आयुष्मान साहू टैक्टर-ट्राॅली के चपेट में आ गए थे। इनमें से आयुष्मान की मौत हो गई थी।
लोक निर्माण विभाग को भेजा पत्र
अनभुला में जिस स्थान पर हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। वह ब्लैक स्पॉट घोषित नहीं है। वहां लोक निर्माण विभाग की ओर से दुर्घटना बहुल क्षेत्र का बोर्ड लगाया गया है। सड़क किनारे उगी झाड़ियाें के कारण चालक अक्सर सामने से आने वाले वाहन नहीं देख पाते। इससे भी हादसे का खतरा बना रहता है। लोक निर्माण विभाग को झाड़ियां कटवाने के लिए पत्र भेजा गया है।