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Gonda News: मातमी मंजर में गुम हो गईं शादी की खुशियां
संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा
Updated Sun, 07 Dec 2025 11:43 PM IST
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मेडिकल कॉलेज में रोते-बिलखते परिजन। - संवाद
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गोंडा। आवास विकास कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त रेलकर्मी प्रमोद गुप्ता के बेटे नितिन गुप्ता भारतीय जीवन बीमा निगम में क्लर्क हैं। चार दिसंबर को नितिन की शादी कॉलोनी की ही रहने वाली भावना से हुई थी। घर में नई-नवेली दुल्हन आने से परिवार में खुशी का माहौल था। शादी में आए रिश्तेदार अपने-अपने घर लौट रहे थे। इसी बीच रविवार सुबह हादसे ने खुशियां छीन लीं। घर से लेकर मेडिकल कॉलेज तक चीत्कार की गूंज सुनाई दी।
अयोध्या मार्ग पर हुए हादसे में अक्षत, उनकी मां नीता और रिश्तेदार आशु अग्रवाल की मौत के बाद अस्पताल में जुटे लोग नियति के क्रूर चक्र को कोसते रहे। घायल नितिन व उनकी बहन नेहा की हालत नाजुक होने के चलते परिजन व रिश्तेदार उनकी चिंता से भी परेशान हैं। रिश्तेदारों ने बताया कि प्रमोद के दामाद अक्षत अग्रवाल मूल रूप से कानपुर के रहने वाले थे। वह बंगलुरू में केनरा बैंक में क्लर्क थे। वह नितिन की शादी में सपरिवार आए थे।
सुबह हादसे की खबर मिलते ही नितिन के घर में कोहराम मच गया। आस-पड़ोस के लोग भी खबर सुनकर स्तब्ध रह गए। परिजनों के साथ रिश्तेदार व पड़ोस के लोग आनन-फानन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहां हर तरफ चीत्कार सुनाई दे रही थी। परिषदीय स्कूल में शिक्षिका व नितिन की मां रेनू के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिता प्रमोद बदहवास हैं। माता-पिता बार-बार एक ही बात कह रहे थे मेरी बेटी की तो दुनिया ही उजड़ गई। अब कौन करेगा अनाया कि परवरिश। नवविवाहिता भावना भी बिलख रही हैं। उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रिश्तेदार और संबंधी परिवार वालों को संभालने में लगे रहे।
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सुबह हादसे की खबर मिलते ही नितिन के घर में कोहराम मच गया। आस-पड़ोस के लोग भी खबर सुनकर स्तब्ध रह गए। परिजनों के साथ रिश्तेदार व पड़ोस के लोग आनन-फानन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहां हर तरफ चीत्कार सुनाई दे रही थी। परिषदीय स्कूल में शिक्षिका व नितिन की मां रेनू के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिता प्रमोद बदहवास हैं। माता-पिता बार-बार एक ही बात कह रहे थे मेरी बेटी की तो दुनिया ही उजड़ गई। अब कौन करेगा अनाया कि परवरिश। नवविवाहिता भावना भी बिलख रही हैं। उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रिश्तेदार और संबंधी परिवार वालों को संभालने में लगे रहे।