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Gonda News: धारा मोड़ बंधे के किनारे पहुंची सरयू, मचा हड़कंप
संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा
Updated Wed, 02 Jul 2025 11:08 PM IST
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करनैलगंज(गोंडा)। एल्गिन-चरसड़ी बांध को बचाने की जद्दोजहद अभी से शुरू हो गई है। दरअसल, इस बार सरयू नदी ने अपना रुख और रास्ता बदल दिया है। अब नदी सीधे बांध से टकराकर बह रही है। पिछले वर्ष नदी की धारा तीन किमी. दूर थी और कटान करते हुए एक किलोमीटर पर आ गई थी। बाढ़ के अंतिम दिनों में बांध से 500 मीटर दूर थी पर इस बार नदी बांध से सटकर बह रही है।
बुधवार को सरयू नदी का जलस्तर एल्गिन ब्रिज पर सुबह आठ बजे 105.770 मीटर रिकाॅर्ड किया गया। ये खतरे के निशान से महज 30 सेंटीमीटर नीचे है। वहीं अयोध्या में जलस्तर 91.430 मीटर दर्ज किया गया। ग्राम बहुवन मदार मांझा के पास बांध के किनारे कटान कर रही नदी का रुख सीधे बांध की तरफ हो गया है।
ग्राम बहुवन मदार मांझा के सामने सरयू की दो धारा एक बाराबंकी जिले के परसावल की तरफ तो दूसरी चंदापुर किटौली की तरफ होती थी जो इस वर्ष एक धारा में परिवर्तित हो चुकी है। इस वजह से बांध पर दबाव बढ़ गया है। नदी अभी से कटान करने लगी है। बचाव के लिए परखोपाइन, कटर लगाया गया है। बल्ली पायलिंग का काम चल रहा है। पत्थर, बोल्डर भी डाले जा रहे हैं। बांध को बचाने के लिए बनाए जा रहे तीन स्परों का निर्माण भी अभी अधूरा है।
क्रेन से निकाली गई जेसीबी
विश्नोहरपुर (गोंडा)। दत्तनगर गांव में ढेमवा बाईपास मार्ग पर दोपहर में एक जेसीबी अयोध्या की तरफ जा रही थी। उसमें खराबी आ गई, जिससे वह बीच रास्ते में ही खड़ी हो गई। सरयू के पानी के लगातार बढ़ने के कारण कुछ ही देर में जेसीबी पानी में फंस गई। जेसीबी मालिक मोनू ने क्रेन के माध्यम से उसे बाहर निकलवाया।
ग्रामीण बोले, बांध के वजूद पर मंडराया खतरा
ग्राम बहुवन मदार मांझा निवासी मुंशीलाल यादव का कहना है कि नदी के रुख से सभी ग्रामीण सहमे हुए हैं। जहां तीन किलोमीटर दूर नदी की धारा होती थी, वहां अब नदी बांध से टकरा रही है। बुधराम राजभर का कहना है कि इस वर्ष स्पर निर्माण का काम देर से शुरू हुआ। अभी पूरा नहीं हुआ है। धुनई यादव का कहना है कि नदी की धारा मुड़ जाने से बांध को खतरा बढ़ गया है। पानी का पूरा दबाव बांध पर ही रहेगा। राम सहाय यादव का कहना है कि नदी बढ़ रही है। काम की गति बहुत धीमी है।
गांव के किनारे भरे नदी के पानी में डूबा किसान
विश्नोहरपुर (गोंडा)। नवाबगंज के ब्योंदा माझा गांव में भरे सरयू नदी के पानी से होकर गुजर रहे किसान रामबरन (60) बुधवार शाम डूब गए। काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चल सका है। ग्राम प्रधान केशवराम यादव ने बताया कि रामबरन भैंस चराने गए थे। गांव के पश्चिम में बने गड्ढे में नदी का पानी भर गया है। उसमें से वह भैंस की पूंछ पकड़कर बाहर निकल रहे थे, तभी एकाएक हाथ से पूंछ छूट गई, जिससे वह डूब गए। सूचना पुलिस व प्रशासन को दी गई है। प्रशासन की टीम खोजबीन कर रही है लेकिन देर रात तक उनका पता नहीं चल सका।
खोले गए पीपे के पुल
शाहपुर (गोंडा) करनैलगंज के सरैया व मनिहारी के बीच सरयू नदी पर बने पीपे का पुल बुधवार को खोल दिया गया है। ठेकेदार रतन कुमार ने बताया कि अब साइकिल, मोटरसाइकिल व पैदल सवार लोगों को नाव से उतारा जाएगा। चौपहिया वाहन पक्के पुल से करनैलगंज तथा करनैलगंज से शाहपुर की ओर आवागमन कर सकेंगे। (संवाद)
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बुधवार को सरयू नदी का जलस्तर एल्गिन ब्रिज पर सुबह आठ बजे 105.770 मीटर रिकाॅर्ड किया गया। ये खतरे के निशान से महज 30 सेंटीमीटर नीचे है। वहीं अयोध्या में जलस्तर 91.430 मीटर दर्ज किया गया। ग्राम बहुवन मदार मांझा के पास बांध के किनारे कटान कर रही नदी का रुख सीधे बांध की तरफ हो गया है।
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ग्राम बहुवन मदार मांझा के सामने सरयू की दो धारा एक बाराबंकी जिले के परसावल की तरफ तो दूसरी चंदापुर किटौली की तरफ होती थी जो इस वर्ष एक धारा में परिवर्तित हो चुकी है। इस वजह से बांध पर दबाव बढ़ गया है। नदी अभी से कटान करने लगी है। बचाव के लिए परखोपाइन, कटर लगाया गया है। बल्ली पायलिंग का काम चल रहा है। पत्थर, बोल्डर भी डाले जा रहे हैं। बांध को बचाने के लिए बनाए जा रहे तीन स्परों का निर्माण भी अभी अधूरा है।
क्रेन से निकाली गई जेसीबी
विश्नोहरपुर (गोंडा)। दत्तनगर गांव में ढेमवा बाईपास मार्ग पर दोपहर में एक जेसीबी अयोध्या की तरफ जा रही थी। उसमें खराबी आ गई, जिससे वह बीच रास्ते में ही खड़ी हो गई। सरयू के पानी के लगातार बढ़ने के कारण कुछ ही देर में जेसीबी पानी में फंस गई। जेसीबी मालिक मोनू ने क्रेन के माध्यम से उसे बाहर निकलवाया।
ग्रामीण बोले, बांध के वजूद पर मंडराया खतरा
ग्राम बहुवन मदार मांझा निवासी मुंशीलाल यादव का कहना है कि नदी के रुख से सभी ग्रामीण सहमे हुए हैं। जहां तीन किलोमीटर दूर नदी की धारा होती थी, वहां अब नदी बांध से टकरा रही है। बुधराम राजभर का कहना है कि इस वर्ष स्पर निर्माण का काम देर से शुरू हुआ। अभी पूरा नहीं हुआ है। धुनई यादव का कहना है कि नदी की धारा मुड़ जाने से बांध को खतरा बढ़ गया है। पानी का पूरा दबाव बांध पर ही रहेगा। राम सहाय यादव का कहना है कि नदी बढ़ रही है। काम की गति बहुत धीमी है।
गांव के किनारे भरे नदी के पानी में डूबा किसान
विश्नोहरपुर (गोंडा)। नवाबगंज के ब्योंदा माझा गांव में भरे सरयू नदी के पानी से होकर गुजर रहे किसान रामबरन (60) बुधवार शाम डूब गए। काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चल सका है। ग्राम प्रधान केशवराम यादव ने बताया कि रामबरन भैंस चराने गए थे। गांव के पश्चिम में बने गड्ढे में नदी का पानी भर गया है। उसमें से वह भैंस की पूंछ पकड़कर बाहर निकल रहे थे, तभी एकाएक हाथ से पूंछ छूट गई, जिससे वह डूब गए। सूचना पुलिस व प्रशासन को दी गई है। प्रशासन की टीम खोजबीन कर रही है लेकिन देर रात तक उनका पता नहीं चल सका।
खोले गए पीपे के पुल
शाहपुर (गोंडा) करनैलगंज के सरैया व मनिहारी के बीच सरयू नदी पर बने पीपे का पुल बुधवार को खोल दिया गया है। ठेकेदार रतन कुमार ने बताया कि अब साइकिल, मोटरसाइकिल व पैदल सवार लोगों को नाव से उतारा जाएगा। चौपहिया वाहन पक्के पुल से करनैलगंज तथा करनैलगंज से शाहपुर की ओर आवागमन कर सकेंगे। (संवाद)