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आरटीई: 50 फीसदी से अधिक बच्चों को निजी स्कूलों में नहीं मिला प्रवेश
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Wed, 15 Oct 2025 12:50 AM IST
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हमीरपुर। शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत वर्ष 2025-26 के लिए चयनित 549 बच्चों के सापेक्ष अब तक मात्र 271 बच्चों को ही दाखिला मिला है। 50 फीसदी से अधिक बच्चों का निजी स्कूलों में प्रवेश नहीं मिल सका है। वे एडमिशन के लिए स्कूल और विभाग के चक्कर काटते रह गए, लेकिन दाखिला नहीं मिल सका है।
इस वर्ष 2025-26 के लिए चार चरणों में आनलाइन आवेदन कराए गए थे। कुल 2,877 सीटें निर्धारित की गई थीं। चार चरणों में कुल 764 बच्चों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इनमें से विभिन्न कारणों से 215 बच्चों के आवेदन निरस्त कर दिए गए। निजी विद्यालयों में नामांकन कराने के लिए 549 बच्चों का चयन किया गया था। इनमें से 271 बच्चों का अब तक अलग-अलग स्कूलों में प्रवेश कराया जा चुका है। शेष 278 बच्चों का विभागीय लापरवाही के चलते अभी तक प्रवेश नहीं हो सका है।
आरटीई के तहत वर्ष 2025-26 में चयनित बच्चों के निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए सभी बीईओ को निर्देश दिया गया था। अभी पोर्टल पर सही डाटा प्रदर्शित नहीं कर रहा है। अधिकांश बच्चों का स्कूलों में प्रवेश कराया जा चुका है। कितने बच्चों को दाखिला नहीं मिला, इसकी जानकारी मंगाई गई है।
- आलोक सिंह, बीएसए।

इस वर्ष 2025-26 के लिए चार चरणों में आनलाइन आवेदन कराए गए थे। कुल 2,877 सीटें निर्धारित की गई थीं। चार चरणों में कुल 764 बच्चों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इनमें से विभिन्न कारणों से 215 बच्चों के आवेदन निरस्त कर दिए गए। निजी विद्यालयों में नामांकन कराने के लिए 549 बच्चों का चयन किया गया था। इनमें से 271 बच्चों का अब तक अलग-अलग स्कूलों में प्रवेश कराया जा चुका है। शेष 278 बच्चों का विभागीय लापरवाही के चलते अभी तक प्रवेश नहीं हो सका है।
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आरटीई के तहत वर्ष 2025-26 में चयनित बच्चों के निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए सभी बीईओ को निर्देश दिया गया था। अभी पोर्टल पर सही डाटा प्रदर्शित नहीं कर रहा है। अधिकांश बच्चों का स्कूलों में प्रवेश कराया जा चुका है। कितने बच्चों को दाखिला नहीं मिला, इसकी जानकारी मंगाई गई है।
- आलोक सिंह, बीएसए।