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Hamirpur News: स्वदेशी मेले में दुकानें सजकर तैयार, ग्राहक का करते रहे इंतजार
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Wed, 15 Oct 2025 12:32 AM IST
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फोटो 14 एचएएमपी 29- स्वदेशी मेले में लगे पंडाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते दर्शक। संवाद
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हमीरपुर। शहर के चौरा देवी मैदान में चल रहे स्वदेशी मेला में छठे दिन दुकानें सजकर तैयार दिखीं, लेकिन दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते मिले। इससे मेले में आए दुकानदार मायूस नजर आए।
नौ से 18 अक्तूबर तक चलने वाले स्वदेशी मेले में मंगलवार को स्टॉल तो सजकर तैयार दिखे, लेकिन ग्राहक न पहुंचने से ये दुकानदार मायूस नजर आए। कुर्सियों में बैठे ग्राहकों का इंतजार करते रहे। हालांकि मेले में स्वेदशी मिट्टी के रंग बिरंगे दीपक, सुमेरपुर की बनी जूती व बेड शीट आकर्षण का केंद्र रहे। इक्का-दुक्का जो ग्राहक पहुंचे वह फास्ड फूड स्टॉल में पानी पूरी का आनंद लेते नजर आए। देर शाम पहुंचे कुछ ग्राहकों ने मिट्टी के दीपक सहित बेड शीट व कपड़ों की खरीदारी की। शहर के छोटे-मोटे कारोबारियों व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बुलाकर स्टॉल लगवाए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में राम दरबार व बाला जी की झांकी आकर्षण का केंद्र रहीं। दर्शकों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया।
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20 लाख खर्च के बाद भी मेले की चमक फीकी
शासन से मेले के लिए 20 लाख रुपये तक खर्च करने की अनुमति है। विभाग ने जैम पोर्टल के माध्यम से टेंडर दिए जाने का दावा कर रहा है। इसके बाद भी मेले की चमक फीकी है। मेले में कोई उच्चाधिकारी व जनप्रतिनिधि न पहुंचने व प्रचार-प्रसार न होने से भीड़ नहीं जुट पा रही है। छोटे कारोबारियों को बुलाकर मेले को किसी तरह संचालित कराया जा रहा है।
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मेले में सभी स्टॉल लगाए गए हैं। त्योहार के चलते दर्शक व ग्राहक कम पहुंच रहे हैं। शाम पांच बजे के बाद लोगों की भीड़ उमड़ती है। मंगलवार को काफी भीड़ रही है और बिक्री भी अच्छी हुई है।
- रवि वर्मा, उपायुक्त उद्योग।

नौ से 18 अक्तूबर तक चलने वाले स्वदेशी मेले में मंगलवार को स्टॉल तो सजकर तैयार दिखे, लेकिन ग्राहक न पहुंचने से ये दुकानदार मायूस नजर आए। कुर्सियों में बैठे ग्राहकों का इंतजार करते रहे। हालांकि मेले में स्वेदशी मिट्टी के रंग बिरंगे दीपक, सुमेरपुर की बनी जूती व बेड शीट आकर्षण का केंद्र रहे। इक्का-दुक्का जो ग्राहक पहुंचे वह फास्ड फूड स्टॉल में पानी पूरी का आनंद लेते नजर आए। देर शाम पहुंचे कुछ ग्राहकों ने मिट्टी के दीपक सहित बेड शीट व कपड़ों की खरीदारी की। शहर के छोटे-मोटे कारोबारियों व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बुलाकर स्टॉल लगवाए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में राम दरबार व बाला जी की झांकी आकर्षण का केंद्र रहीं। दर्शकों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया।
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20 लाख खर्च के बाद भी मेले की चमक फीकी
शासन से मेले के लिए 20 लाख रुपये तक खर्च करने की अनुमति है। विभाग ने जैम पोर्टल के माध्यम से टेंडर दिए जाने का दावा कर रहा है। इसके बाद भी मेले की चमक फीकी है। मेले में कोई उच्चाधिकारी व जनप्रतिनिधि न पहुंचने व प्रचार-प्रसार न होने से भीड़ नहीं जुट पा रही है। छोटे कारोबारियों को बुलाकर मेले को किसी तरह संचालित कराया जा रहा है।
मेले में सभी स्टॉल लगाए गए हैं। त्योहार के चलते दर्शक व ग्राहक कम पहुंच रहे हैं। शाम पांच बजे के बाद लोगों की भीड़ उमड़ती है। मंगलवार को काफी भीड़ रही है और बिक्री भी अच्छी हुई है।
- रवि वर्मा, उपायुक्त उद्योग।
फोटो 14 एचएएमपी 29- स्वदेशी मेले में लगे पंडाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते दर्शक। संवाद
फोटो 14 एचएएमपी 29- स्वदेशी मेले में लगे पंडाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते दर्शक। संवाद