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Hardoi News: नए आईपीडी भवन में शुरू हुआ हड्डी रोग विभाग, मरीजों को राहत
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फोटो-01- मेडिकल कॉलेज के आईपीडी भवन में संचालित हुआ हड्डी रोग विभाग वार्ड में भर्ती मरीज। संवाद
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हरदोई। मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित आईपीडी भवन में हड्डी रोग विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया है। इस विभाग में तीस बेड हैं। मरीजों को भर्ती किया जाना शुरू कर दिया गया है। नवनिर्मित भवन में 160 बेड हैं।
अंत: रोगी विभाग (आईपीडी) का भवन तैयार हुए तो काफी समय बीत गया है लेकिन विद्युत आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से वार्ड शिफ्ट नहीं हो रहे थे। उधर हड्डी रोग विभाग के भर्ती होने वाले मरीजों को पुराने नेत्र चिकित्सालय की इमारत में संचालित करना पड़ रहा था, जहां संसाधनों के अभाव के चलते मरीज और तीमारदारों को परेशानियां उठानी पड़ रहीं थी। चूंकि हड्डी रोग से संबंधित मरीजों के लिए अधिक विद्युत क्षमता के मेडिकल उपकरणों की आवश्यकता नहीं है। इसलिए प्रबंधन ने सबसे पहले हड्डी रोग विभाग को नए आईपीडी भवन में शिफ्ट कर दिया है। 30 बेडों के साथ सोमवार से मरीजों को भर्ती कर दिया गया है। इससे मरीजों को गंदगी और मच्छरों के बीच रहने से राहत मिल गई है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. चंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार से वार्ड शुरू कर दिया गया है और अभी 17 मरीज भर्ती हैं।
मरीजों को वार्ड तक ले जाना बड़ी समस्या
हरदोई। नवीन आईपीडी भवन में हड्डी रोग के मरीजों को पहली मंजिल के वार्ड पर शिफ्ट किया गया है। ऐसे में मरीजों को उनके बेड तक ले जाने में तीमारदारों को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। इमारत को क्षमता अनुसार विद्युत आपूर्ति नहीं मिल रही है। ऐसे में लिफ्ट काम नहीं कर रहीं हैं। ऐसे में तीमारदार मरीज को उनके बेड तक रैंप से लेकर गए हैं। चूंकि मरीज को एक्सरे और चिकित्सकों को दिखाने के लिए लाना व ले जाना पड़ता है। बार-बार उपर नीचे लाने ले जाने में दिक्कतें हो सकती हैं।
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अंत: रोगी विभाग (आईपीडी) का भवन तैयार हुए तो काफी समय बीत गया है लेकिन विद्युत आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से वार्ड शिफ्ट नहीं हो रहे थे। उधर हड्डी रोग विभाग के भर्ती होने वाले मरीजों को पुराने नेत्र चिकित्सालय की इमारत में संचालित करना पड़ रहा था, जहां संसाधनों के अभाव के चलते मरीज और तीमारदारों को परेशानियां उठानी पड़ रहीं थी। चूंकि हड्डी रोग से संबंधित मरीजों के लिए अधिक विद्युत क्षमता के मेडिकल उपकरणों की आवश्यकता नहीं है। इसलिए प्रबंधन ने सबसे पहले हड्डी रोग विभाग को नए आईपीडी भवन में शिफ्ट कर दिया है। 30 बेडों के साथ सोमवार से मरीजों को भर्ती कर दिया गया है। इससे मरीजों को गंदगी और मच्छरों के बीच रहने से राहत मिल गई है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. चंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार से वार्ड शुरू कर दिया गया है और अभी 17 मरीज भर्ती हैं।
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मरीजों को वार्ड तक ले जाना बड़ी समस्या
हरदोई। नवीन आईपीडी भवन में हड्डी रोग के मरीजों को पहली मंजिल के वार्ड पर शिफ्ट किया गया है। ऐसे में मरीजों को उनके बेड तक ले जाने में तीमारदारों को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। इमारत को क्षमता अनुसार विद्युत आपूर्ति नहीं मिल रही है। ऐसे में लिफ्ट काम नहीं कर रहीं हैं। ऐसे में तीमारदार मरीज को उनके बेड तक रैंप से लेकर गए हैं। चूंकि मरीज को एक्सरे और चिकित्सकों को दिखाने के लिए लाना व ले जाना पड़ता है। बार-बार उपर नीचे लाने ले जाने में दिक्कतें हो सकती हैं।

फोटो-01- मेडिकल कॉलेज के आईपीडी भवन में संचालित हुआ हड्डी रोग विभाग वार्ड में भर्ती मरीज। संवाद