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Hardoi News: गांवों को मिलेंगे अन्नपूर्णा भवन, खर्च होंगे 18.50 करोड़ से अधिक
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फोटो 23: सांडी में बनवाया गया अन्नपूर्णा भवन। स्रोत : विभाग
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हरदोई। सार्वजनिक स्थानों से उचित दर की दुकानों के संचालन के लिए 150 ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन बनवाए जाएंगे। अन्नपूर्णा भवन बनवाए जाने पर करीब 18 करोड़, 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। भवन बनवाए जाने के लिए मनरेगा मद से स्वीकृति दी गई है। गांवों में भवन बनवाए जाने से श्रमिकों को काम भी मिलेगा।
गांवों में संचालित उचित दर की दुकानों को अब अपने भवन मिलने लगे हैं जिससे अनाज आदि का वितरण भी सार्वजनिक स्थानों से होगा। सार्वजनिक स्थानों से अनाज आदि के वितरण होने से लोगों को उचित दर विक्रेता के घर नहीं जाना होगा और गांव की राजनीति के वितरण पर असर नहीं पड़ेगा। अब गांव की राजनीति और रंजिश के कारण कोटेदार के दरवाजे पर न जाने वाले कार्डधारक परिवार भी अनाज आदि आसानी से ले सकेंगे। खाद्य और रसद विभाग के माध्यम से ग्राम्य विकास विभाग ने उचित दर की दुकानों को बनवाए जाने पर सहमति दी है।
बताया कि गांवों में संचालित उचित दर की दुकानों में से 185 ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन बनवाए जा रहे हैं। एक भवन को बनवाए जाने मे औसतन करीब 10 लाख रुपये की लागत आ रही है। उस हिसाब से 185 भवनों को बनवाए जाने के लिए करीब 18 करोड़. 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। मनरेगा मद से काम होने के चलते गांवों के श्रमिकों को भी रोजगार मिलेगा।
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खाद्य रसद विभाग के माध्यम से संचालित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों को अपने भवन उपलब्ध कराए जाने की दिशा में मनरेगा से काम शुरू कराया गया है। गांवों में अन्नपूर्णा भवन बनवाए जाने से लोगों को आसानी होगी। जिला पूर्ति अधिकारी से दुकानों की सूची लेकर भूमि की उपलब्धता वाली ग्राम पंचायतों में काम कराया जा रहा है। -सान्या छाबड़ा, सीडीओ
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गांवों में संचालित उचित दर की दुकानों को अब अपने भवन मिलने लगे हैं जिससे अनाज आदि का वितरण भी सार्वजनिक स्थानों से होगा। सार्वजनिक स्थानों से अनाज आदि के वितरण होने से लोगों को उचित दर विक्रेता के घर नहीं जाना होगा और गांव की राजनीति के वितरण पर असर नहीं पड़ेगा। अब गांव की राजनीति और रंजिश के कारण कोटेदार के दरवाजे पर न जाने वाले कार्डधारक परिवार भी अनाज आदि आसानी से ले सकेंगे। खाद्य और रसद विभाग के माध्यम से ग्राम्य विकास विभाग ने उचित दर की दुकानों को बनवाए जाने पर सहमति दी है।
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बताया कि गांवों में संचालित उचित दर की दुकानों में से 185 ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन बनवाए जा रहे हैं। एक भवन को बनवाए जाने मे औसतन करीब 10 लाख रुपये की लागत आ रही है। उस हिसाब से 185 भवनों को बनवाए जाने के लिए करीब 18 करोड़. 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। मनरेगा मद से काम होने के चलते गांवों के श्रमिकों को भी रोजगार मिलेगा।
खाद्य रसद विभाग के माध्यम से संचालित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों को अपने भवन उपलब्ध कराए जाने की दिशा में मनरेगा से काम शुरू कराया गया है। गांवों में अन्नपूर्णा भवन बनवाए जाने से लोगों को आसानी होगी। जिला पूर्ति अधिकारी से दुकानों की सूची लेकर भूमि की उपलब्धता वाली ग्राम पंचायतों में काम कराया जा रहा है। -सान्या छाबड़ा, सीडीओ