खतरा: रिफ्लेक्टर हैं नहीं, सफेद पट्टियां धुंधली, ब्लिंकर खराब, कोहरे में हाईवे पर नहीं सुरक्षा के इंतजाम
हाथरस शहर के मथुरा रोड पर हतीसा के निकट ओवरब्रिज पर डायवर्जन के लिए लगाए गए संकेतकों का हाल बुरा है। एक संकेतक वाहन चालकों को दिशा ही गलत बता रहा है। संकेतक के किसी कारण से तिरछे हो जाने के बाद इसे सही करने वाला भी कोई नहीं है।
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घने कोहरे में हाथरस जिले के हाईवे और सड़कों पर चलना सुरक्षित नहीं है। इन सड़कों पर अधिकांश स्थानों पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे हैं। सफेद पट्टियां धुंधली हो चुकी हैं, ब्लिंकर खराब हैं। कई प्रमुख स्थानों पर लगे संकेतक गलत दिशा बता रहे हैं। 19 दिसंबर रात संवाद न्यूज एजेंसी की टीम को सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी बुनियादी व्यवस्थाएं नहीं दिखीं।
अलीगढ़-आगरा हाईवे के शहरी क्षेत्र में बनी सीसी रोड पर सफेद पट्टियों का नामोनिशान नहीं था। वहीं डामर वाली सड़क पर यह पट्टियां काफी धुंधली थी, कई स्थानों पर ये पट्टियां पूरी तरह घिस चुकी हैं, जिससे कोहरे में लेन का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही इस मार्ग पर लगाए गए ब्लिंकर भी कई जगह बंद हैं। कुछ स्थानों पर यह लगे ही नहीं है। जिससे चौराहों और कटों पर वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नवनिर्मित मथुरा-बरेली हाईवे की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। इस मार्ग पर डिवाइडर, नहर की पुलिया, खतरनाक मोड़ और कट पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे हैं, जिससे कोहरे में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अंधेरे और कोहरे के कारण कई बार वाहन अचानक पुलिया या डिवाइडर के बेहद पास पहुंच जाते हैं, जिससे हादसे की स्थिति बन जाती है।
शहर में पथ प्रकाश व्यवस्था राम भरोसे
शहरी क्षेत्र में पथ प्रकाश व्यवस्था भी राम भरोसे नजर आई। कई इलाकों में स्ट्रीट लाइटें बंद हैं, तो कहीं लाइटें लगी ही नहीं हैं। ऐसे में घने कोहरे के साथ अंधेरे ने हालात और गंभीर बना दिए हैं। वाहन चालक धीमी गति से और अनुमान के आधार पर वाहन चलाने के लिए मजबूर हैं।
संकेतक बता रहा गलत दिशा
शहर के मथुरा रोड पर हतीसा के निकट ओवरब्रिज पर डायवर्जन के लिए लगाए गए संकेतकों का हाल बुरा है। एक संकेतक वाहन चालकों को दिशा ही गलत बता रहा है। संकेतक के किसी कारण से तिरछे हो जाने के बाद इसे सही करने वाला भी कोई नहीं है।
सुरक्षित नहीं है नवनिर्मित मथुरा-बरेली हाईवे
नवनिर्मित मथुरा-बरेली हाईवे भी कोहरे के दौरान पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। यहां हाल ही में बनाईं गईं सफेद पट्टियां चमक रही हैं, लेकिन इन पर लगे लाइट ब्लिंकर नहीं जल रहे। हाईवे पर बने कट के अलावा सर्विस रोड पर रिफ्लेक्टर व संकेतक की कमी दिखाई दी।
ये है स्थिति
- अलीगढ़-आगरा हाईवे के शहरी क्षेत्र में ही सफेद पट्टियां धुंधली, ब्लिंकर गायब
- मथुरा-बरेली हाईवे पर डिवाइडर, नहर की पुलिया और मोड़ों पर नहीं लगे रिफ्लेक्टर
- शहरी क्षेत्र में कई जगह बंद हैं स्ट्रीट लाइटें, रात के अंधेरे में कुछ भी दिखाई नहीं देता
- घने कोहरे में वाहन चालकों के लिए बढ़ा हादसों का खतरा, नहीं हो रहे ठोस उपाय
