{"_id":"692228b133dc5b2d690bd9b5","slug":"do-blo-duty-or-prepare-for-the-test-hathras-news-c-56-1-sali1018-140669-2025-11-23","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hathras News: बीएलओ ड्यूटी करें या टेस्ट की तैयारी कराएं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hathras News: बीएलओ ड्यूटी करें या टेस्ट की तैयारी कराएं
विज्ञापन
विज्ञापन
प्रदेश सरकार जहां एक ओर प्राथमिक विद्यालयों में निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों को दक्ष बनाने पर जोर दे रही है। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर रही है। ताजा मामला प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर का है, जहां दो शिक्षिकाओं प्रधानाध्यापिका (इंचार्ज) शिवानी गुप्ता और सहायक अध्यापिका अंजना शर्मा दोनों को ही बीएलओ ड्यूटी पर भेज दिया गया है।
प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर में कुल 39 बच्चे नामांकित हैं, जिनकी पढ़ाई इन दोनों शिक्षिकाओं के सहारे है। दोनों के बीएलओ ड्यूटी पर जाने से विद्यालय में नियमित शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर ही नहीं बल्कि जनपद के कई स्कूलों में यही स्थिति बन रही है। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
अभिभावकों का कहना है कि निपुण भारत परीक्षाओं की तैयारी का समय चल रहा है, ऐसे में शिक्षिकाओं की अनुपस्थिति बच्चों के सीखने के स्तर पर बड़ा असर डाल सकती है। अभिभावकों की मांग है कि निपुण भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालय की शिक्षिकाओं को तत्काल विद्यालय में वापस तैनात किया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से चल सके।
इस मामले को दिखवाया जाएगा। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को निर्देश दिए हैं कि पहले अध्यापन कार्य कराएं फिर बीएलओ ड्यूटी करें। - स्वाति भारती, बीएसए।
Trending Videos
प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर में कुल 39 बच्चे नामांकित हैं, जिनकी पढ़ाई इन दोनों शिक्षिकाओं के सहारे है। दोनों के बीएलओ ड्यूटी पर जाने से विद्यालय में नियमित शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर ही नहीं बल्कि जनपद के कई स्कूलों में यही स्थिति बन रही है। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
विज्ञापन
विज्ञापन
अभिभावकों का कहना है कि निपुण भारत परीक्षाओं की तैयारी का समय चल रहा है, ऐसे में शिक्षिकाओं की अनुपस्थिति बच्चों के सीखने के स्तर पर बड़ा असर डाल सकती है। अभिभावकों की मांग है कि निपुण भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालय की शिक्षिकाओं को तत्काल विद्यालय में वापस तैनात किया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से चल सके।
इस मामले को दिखवाया जाएगा। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को निर्देश दिए हैं कि पहले अध्यापन कार्य कराएं फिर बीएलओ ड्यूटी करें। - स्वाति भारती, बीएसए।