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बागला कॉलेज के प्राचार्य का बड़ा आरोप: पुलिस अफसरों ने मांगे थे 10 लाख, रुपये नहीं दिए तो किया गिरफ्तार
अमर उजाला नेटवर्क, हाथरस
Published by: चमन शर्मा
Updated Fri, 25 Apr 2025 06:05 PM IST
सार
प्राचार्य ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें एसओजी कार्यालय में बुलाया था। जब वे वहां गए तो कोई नहीं मिला। वे वापस आ गए। बाद में पुलिस टीम ने कॉलेज आकर उनसे कहा कि सीओ व इंस्पेक्टर आपसे मिलना चाहते हैं। कुछ जरूरी बातें करनी हैं। इस पर वे थाने पहुंच गए। जहां उनसे पुलिस अधिकारियों ने 10 लाख रुपये की मांग की।
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बागला महाविद्यालय के प्राचार्य
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
छात्राओं के यौन शोषण के आरोपी पीसी बागला महाविद्यालय के प्रो. रजनीश कुमार से जुड़ा प्रकरण फिर सुर्खियों में है। इस प्रकरण की आपराधिक साजिश में गिरफ्तार किए गए कॉलेज प्राचार्य महावीर सिंह छौंकर ने पुलिस पर गंभीर आरोप मढ़ा है। उन्होंने साफ कहा है कि पुलिस अधिकारियों ने बुलाकर दस लाख रुपये मांगे थे। न देने पर पुलिस ने ये साजिश रच दी। वह तो अदालत ने पुलिस आरोपों को निराधार माना। रिमांड में धारा बदलवाई। तब उन्हें जमानत मिली। अब इस मामले में वे पुलिस अफसरों के खिलाफ जल्द ही सीएम से मुलाकात कर शिकायत करेंगे।
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पीसी बागला महाविद्यालय के प्राचार्य महावीर सिंह छौंकर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 22 अप्रैल को पुलिस अधिकारियों ने उन्हें एसओजी कार्यालय में बुलाया था। जब वे वहां गए तो कोई नहीं मिला। वे वापस आ गए। बाद में पुलिस टीम ने कॉलेज आकर उनसे कहा कि सीओ व इंस्पेक्टर आपसे मिलना चाहते हैं। कुछ जरूरी बातें करनी हैं। इस पर वे थाने पहुंच गए। जहां उनसे पुलिस अधिकारियों ने 10 लाख रुपये की मांग की। रुपये ने देने की स्थिति में वहीं उन्हें गिरफ्तार कर लिया और मेडिकल परीक्षण कराकर प्रो.रजनीश से जुड़े मुकदमे में आपराधिक साजिश आदि की धारा में न्यायालय में पेश किया। मगर न्यायालय ने उन धाराओं में रिमांड खारिज कर दिया।
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महज लोकसेवक द्वारा कर्तव्य पालन न करने संबंधी धारा में रिमांड बनवाया, जिसमें उन्हें न्यायालय से जमानत पर रिहा कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें बेवजह घेरा गया। जबकि छात्राओं के यौन शोषण के मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं था। न पुलिस के पास उनसे जुड़ा कोई सबूत था। इसी कारण अदालत से राहत मिली। पुलिस के इस कृत्य से उनकी सामाजिक छवि धूमिल हुई है। वे जल्द सीएम से मिलेंगे। इस साजिश के पीछे जो भी लोग हैं, उन पर व पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे। इधर, समर्थकों ने कॉलेज पहुंचने पर प्राचार्य का माला पहनाकर जोशीला स्वागत किया।
यह था मामला
13 मार्च को पुलिस अधीक्षक को एक पीडि़त छात्रा द्वारा शिकायती पत्र के साथ ऑडियो, वीडियो सीडी भेजी गई थी। इसकी जांच में पाया कि कॉलेज के मुख्य अनुशासन अधिकारी व भूगोल प्रवक्ता रजनीश कुमार ने कई छात्राओं का कॉलेज व अपने घर में शोषण किया है। यहां तक कि फोटो, वीडियो बनाकर उन्हें अपने मोबाइल व लैपटॉप में संरक्षित किया। बाद में उन्हें अश्लील साइटों पर अपलोड किया। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्जकर 19 मार्च को प्रयागराज से रजनीश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले में एसपी स्तर से गठित एसआईटी जांच में पुलिस ने तथ्यों का हवाला देकर प्राचार्य को गिरफ्तार किया था। मगर न्यायालय ने सभी आरोपों को निराधार मानकर जमानत दी थी।