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Hathras News: शिक्षक-कर्मियों ने मुख्य डाकघर में किया हंगामा
संवाद न्यूज एजेंसी, हाथरस
Updated Sun, 23 Nov 2025 02:42 AM IST
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ढाई साल बीत जाने के बावजूद राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) जारी न होने से बागला महाविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों का धैर्य जवाब दे गया। शनिवार को 22 कर्मी मुख्य डाकघर पहुंचे और वहां हंगामा कर नाराजगी जताई। उनका आरोप है कि आवेदन करने के लंबे समय बाद भी न तो बचतपत्र जारी किए गए और न ही अधिकारियों की ओर से कोई स्पष्ट जवाब दिया जा रहा है।
शिक्षकों और कर्मचारियों ने अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदने के लिए मुख्य डाकघर में करीब 1.07 लाख रुपये के चेक जमा किए थे। आवेदन पत्र के साथ लगाए गए इन चेकों की राशि को डाकघर कर्मियों ने कार्यालय के चालू खाते में स्थानांतरित तो कर दिया, लेकिन एनएससी जारी नहीं किए।
इससे न केवल निवेश की प्रक्रिया लटकी रही, बल्कि कर्मचारियों को ब्याज का सीधा नुकसान होने की आशंका भी बढ़ गई है। शिक्षकों का कहना है कि पिछले ढाई साल में कई बार डाकघर में पत्राचार, आवेदन और मौखिक रूप से शिकायतें की गईं, लेकिन हर बार टालमटोल कर मामला लटका दिया गया।
आरोप है कि संबंधित कर्मचारी फाइल की जानकारी देने से भी लगातार बचते रहे। शनिवार को जब कर्मचारी सामूहिक रूप से मुख्य डाकघर पहुंचे तो स्थिति तनावपूर्ण बन गई। मौके पर मौजूद पोस्ट मास्टर ने कर्मचारियों को समझाते हुए आश्वासन देकर मामला शांत कर दिया, लेकिन कर्मचारियों में अभी भी समस्या के समाधान तक चिंता बनी हुई है।
समय पर एनएससी जारी होते तो मिलता ब्याज का लाभ
बागला डिग्री कॉलेज के प्रवक्ता डाॅ. एमपी सिंह का कहना है कि यदि समय पर एनएससी जारी हो जाते तो उन्हें निर्धारित ब्याज का लाभ मिलता, लेकिन अब देरी के कारण आर्थिक हानि झेलनी पड़ सकती है। इस तरह की लापरवाही चिंता का विषय है, वह तो हमने इस ओर ध्यान दे दिया। अगर हम ध्यान न देते तो सभी की रकम डूब ही जाती। डाॅ. सिंह ने कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मामले की उच्चाधिकारियों से शिकायत की जाएगी और आंदोलन किया जाएगा।
यह मामला मेरे समय का नहीं है, आज मेरे संज्ञान में आया है। लग रहा है कि डाक विभाग की ओर से ही कुछ दिक्कत हुई है। मैं इसके बारे में पूरी जानकारी कर रहा हूं। मेरी कोशिश है कि जल्द ही मामले का निस्तारण हो जाए, शिक्षकों व कर्मचारियों को एनएससी जारी हो जाएं।
-मनोज कुमार राजपूत, पोस्ट मास्टर, मुख्य डाकघर, हाथरस।
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शिक्षकों और कर्मचारियों ने अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदने के लिए मुख्य डाकघर में करीब 1.07 लाख रुपये के चेक जमा किए थे। आवेदन पत्र के साथ लगाए गए इन चेकों की राशि को डाकघर कर्मियों ने कार्यालय के चालू खाते में स्थानांतरित तो कर दिया, लेकिन एनएससी जारी नहीं किए।
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इससे न केवल निवेश की प्रक्रिया लटकी रही, बल्कि कर्मचारियों को ब्याज का सीधा नुकसान होने की आशंका भी बढ़ गई है। शिक्षकों का कहना है कि पिछले ढाई साल में कई बार डाकघर में पत्राचार, आवेदन और मौखिक रूप से शिकायतें की गईं, लेकिन हर बार टालमटोल कर मामला लटका दिया गया।
आरोप है कि संबंधित कर्मचारी फाइल की जानकारी देने से भी लगातार बचते रहे। शनिवार को जब कर्मचारी सामूहिक रूप से मुख्य डाकघर पहुंचे तो स्थिति तनावपूर्ण बन गई। मौके पर मौजूद पोस्ट मास्टर ने कर्मचारियों को समझाते हुए आश्वासन देकर मामला शांत कर दिया, लेकिन कर्मचारियों में अभी भी समस्या के समाधान तक चिंता बनी हुई है।
समय पर एनएससी जारी होते तो मिलता ब्याज का लाभ
बागला डिग्री कॉलेज के प्रवक्ता डाॅ. एमपी सिंह का कहना है कि यदि समय पर एनएससी जारी हो जाते तो उन्हें निर्धारित ब्याज का लाभ मिलता, लेकिन अब देरी के कारण आर्थिक हानि झेलनी पड़ सकती है। इस तरह की लापरवाही चिंता का विषय है, वह तो हमने इस ओर ध्यान दे दिया। अगर हम ध्यान न देते तो सभी की रकम डूब ही जाती। डाॅ. सिंह ने कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मामले की उच्चाधिकारियों से शिकायत की जाएगी और आंदोलन किया जाएगा।
यह मामला मेरे समय का नहीं है, आज मेरे संज्ञान में आया है। लग रहा है कि डाक विभाग की ओर से ही कुछ दिक्कत हुई है। मैं इसके बारे में पूरी जानकारी कर रहा हूं। मेरी कोशिश है कि जल्द ही मामले का निस्तारण हो जाए, शिक्षकों व कर्मचारियों को एनएससी जारी हो जाएं।
-मनोज कुमार राजपूत, पोस्ट मास्टर, मुख्य डाकघर, हाथरस।