सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Kanpur News ›   Arif Mohammad Khan reached Shubhams house consoled the family said government is committed to take action

UP: आरिफ मोहम्मद खान पहुंचे शुभम के घर, परिजनों को दी सांत्वना…बोले- सरकार सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर Published by: हिमांशु अवस्थी Updated Wed, 30 Apr 2025 04:58 PM IST
विज्ञापन
सार

Kanpur News: बिहार के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान पहलगाम हमले के मृतक शुभम द्विवेदी के घर पहुंचे। उन्होंने शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी और कहा कि सरकार सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है।

Arif Mohammad Khan reached Shubhams house consoled the family said government is committed to take action
बिहार के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान - फोटो : amar ujala
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

पहलगाम की घटना के मामले में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि इस आतंकी घटना से पूरी दुनिया चिंतित है। यह मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध है। वे (आतंकी) सिर्फ मारने के लिए नहीं आए, वे चाहते हैं कि भारत अंदर से कमजोर हो। राज्यपाल बुधवार को यहां तिलकनगर स्थित होटल में मातृ शक्ति पत्रिका के विमोचन के मौके पर आए थे।

loader
Trending Videos


इस मौके पर उन्होंने भाषण देने के बजाय कार्यक्रम को संवादात्मक सत्र के रूप में कर दिया। लोगों ने विभिन्न मसलों पर उनसे सवाल पूछे और उन्होंने दिलचस्प अंदाज में जवाब दिए। सत्र की शुरुआत में बोले कि कानपुर से कोई आमंत्रण आता है तो मैं नॉस्टैल्जिक (अतीत की सुखद यादों में भावुक) हो जाता हूं। पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं। वहा मौजूद स्थानीय नागरिक पंकज चतुर्वेदी ने पूछा कि इंडो-पाक समस्या का हल क्या है। इस पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में एक संस्था है वहां की सेना। उसे यह कहने से ताकत मिलती है कि हिंदुस्तान से खतरा है। अगर दोनों देशों के संबंध में अच्छे हो जाएंगे तो उसे ताकत कहां से मिलेगी। फिर 24 साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पाकिस्तान बस चलाने की पहल का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उनके राजनीतिक कॅरिअर को आकार देने में अटल जी का हाथ है।
विज्ञापन
विज्ञापन


पहलगाम की घटना के संबंध में आईएमए अध्यक्ष डॉ. नंदिनी रस्तोगी के सवाल पर बोले कि अभी तक मजहब को गैर मजहबी कामों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इतिहास देखें कि अभी तक सबसे अधिक खून मजहबी जंगों में बहा है। फिर आपबीती बताने लगे कि शाहबानो केस के बाद रिश्तेदार न्योता देने आते और चलते वक्त कान में कहते कि परिवार को भेज दीजिएगा, आप न आइएगा। यह क्रांति नहीं संक्रांति का देश है। 800 साल विदेशियों ने राज किया, लेकिन भारतीय संस्कृति पर जर्रा बराबर फर्क न आया। जहां क्रांति हुई, वहां की व्यवस्था 50-60 साल से ज्यादा नहीं चल पाई।

एक राष्ट्र-एक चुनाव के सवाल पर बोले कि अभी इस पर विचार चल रहा है। संविधान की अनदेखी करके कोई व्यवस्था लागू नहीं होगी। वैसे अलग-अलग चुनावों में समय और ऊर्जा नष्ट होती है। विकास कार्य रुक जाते हैं। यह आध्यात्मिक लोकतंत्र का देश है। नैसर्गिक परिवर्तन को स्वीकार किया जाता है। संचालन पूर्व भाजपा विधायक नीरज चतुर्वेदी ने किया। इस मौके पर भाजपा सांसद रमेश अवस्थी, विधायक महेश त्रिवेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, राशिद इल्मी, शिवराम सिंह, डॉ. जेएस कुशवाहा, सर्वेश पांडेय निन्नी आदि मौजूद रहे।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed