Ghatampur: कुल्हाड़ी व लाठी-डंडों से हमला कर बड़े भाई की हत्या, पांच पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज
घाटमपुर में पतारा कोतवाली क्षेत्र के गिरसी गांव में शनिवार को भाइयों ने जमीन के विवाद में अपने बड़े भाई राजकिशोर (58) को लाठी-डंडों व कुल्हाड़ी से हमला कर लहूलुहान कर दिया। हालत बिगड़ने पर आरोपियों ने उसे कानपुर देहात के अकबरपुर सीएचसी में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपी सीएचसी में ही शव छोड़कर भाग गए।
उधर, कोतवाली पुलिस ने बेटे राहुल की तहरीर पर ग्राम प्रधान भाई समेत पांच के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। गिरसी गांव निवासी मनफूल सिंह के सात बेटों में राजकिशोर, राजेंद्र, विनोद, बलवान, प्रमोद, अशोक व दीपक हैं। इनमें अशोक ग्राम प्रधान है। दीपक की कानपुर के चकेरी में कपड़े की दुकान हैं और वहीं परिवार के साथ रहता है। जबकि अन्य बेटे गांव में ही रहते हैं। मनफूल सिंह बड़े बेटे राजकिशोर (58) के परिवार के साथ साथ रहते हैं।
राजकिशोर के पुत्र राहुल ने बताया कि बाबा मनफूल सिंह ने बंटवारे के बाद आठ बीघा खेत अपने पास रख ली थी। इस जमीन को पिता राजकिशोर जोतते थे। इसको लेकर उनका भाइयों से विवाद चल रहा था। शनिवार को चाचा दीपक परिवार के साथ गांव आए थे। उनका जमीन को लेकर पिता राजकिशोर से विवाद हो गया। शाम को उन्होंने भाइयों के साथ मिलकर पिता राजकिशोर पर लाठी-डंडों व कुल्हाड़ी से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। हालत बिगड़ने पर आरोपी उन्हें लेकर अकबरपुर सीएचसी लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपी शव छोड़कर भाग गए। उधर, सूचना मिलने पर सीएचसी पहुंची कानपुर देहात पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
रविवार को ग्रामीणों की सूचना पर घाटमपुर पुलिस ने गांव जाकर परिजनों से पूछताछ की। राजकिशोर के बेटे राहुल ने कोतवाली में तहरीर दी। घाटमपुर इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर राजकिशोर के भाई ग्राम प्रधान अशोक यादव, प्रमोद, बलवान, दीपक व उसकी पत्नी शालिनी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
पोस्टमार्टम के लिए 11 घंटे रखा रहा शव
मृतक राजकिशोर का बेटा अभय अपने रिश्तेदारों के साथ रविवार सुबह छह बजे जिला अस्पताल पहुंचा। परिजन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने और वीडियोग्राफी कराने की मांग करते रहे। मामला कानपुर नगर का होने के चलते पुलिस असमंजस में पड़ी रही। शाम चार बजे पुलिस के डीएम नेहा जैन के पास पहुंची। वहां से सीएमओ को पैनल बनाने के आदेश दिए गए, तब शव को पोस्टमार्टम में रखवाया गया। इस दौरान 11 घंटे तक शव रखा रहा।
गांव का प्रधान है अशोक
हत्यारोपी अशोक गांव का प्रधान है। इस वजह से गांव में वर्चस्व कायम करने के लिए अपने बड़े भाई राजकिशोर को धमका कर रखता था। इसी तरह दीपक रिटायर फौजी है। जबकि अन्य दो भाई गांव में रहकर किसानी करते हैं।
राजकिशोर के नाम पर थी चार बीघा जमीन
मृतक के राजकिशोर के नाम पर चार बीघा जमीन थी। बेटे अभय ने बताया कि जमीन पर बोरिंग कराकर खेती करते थे। यह बात चाचा को नागवार गुजरती थी। वह जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। इसके अलावा चारों ने ग्राम समाज की 20 की बीघा जमीन पर कब्जा किया हुआ था।
सीएम दरबार से लेकर डीजीपी तक की थी शिकायत
राजकिशोर के बेटे अभय ने बताया कि उनके चाचा खेती नहीं करने देते और हर दिन झगड़ा करते थे। इस पर राजकिशोर की हत्या की आशंका जाते हुए मुख्यमंत्री के दरबार से लेकर प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी तक आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस ने इस पर सख्ती से कार्रवाई नहीं की।
