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शर्मनाक: गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्ची को जन्म, एक घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस को परिजनों ने लौटाया
यूपी डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: प्रभापुंज मिश्रा
Updated Tue, 29 Oct 2019 11:52 PM IST
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गर्भवती को सड़क पर प्रसव कराती महिलाएं
- फोटो : अमर उजाला

इटावा में बकेवर क्षेत्र के ग्राम मड़ैया दिलीपनगर में सूचना देने के बाद भी 102 एंबुलेंस देर से पहुंची। परिजन गर्भवती को लेकर अस्पताल जा रहे थे, रास्ते पर ही महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया। प्रसव के बाद पहुंची एंबुलेंस को नाराज परिवार के लोगों ने वापस कर दिया।
ग्राम मडै़या दिलीपनगर निवासी आनंद निषाद ने सोमवार की शाम दर्द से करा रही गर्भवती पत्नी राधा निषाद को महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाने के लिए 102 एम्बुलेंस के लिए फोन किया। एंबुलेंस चालक ने आने का आश्वासन दिया।
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ग्राम मडै़या दिलीपनगर निवासी आनंद निषाद ने सोमवार की शाम दर्द से करा रही गर्भवती पत्नी राधा निषाद को महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाने के लिए 102 एम्बुलेंस के लिए फोन किया। एंबुलेंस चालक ने आने का आश्वासन दिया।
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एंबुलेंस
- फोटो : अमर उजाला
पीड़ा अधिक होने पर देर शाम करीब साढ़े सात बजे वे पत्नी को लेकर गांव की पक्की सड़क पर पहुंचे, ताकि जैसे ही एंबुलेंस आए वे अस्पताल पहुंच सकें। इस दौरान प्रसव पीड़ा और बढ़ गई। इस पर ग्राम प्रधान विनीता निषाद व अन्य महिलाओं ने रास्ते में प्रसव कराया।
ग्राम प्रधान विनीता देवी ने बताया कि कई बार एंबुलेंस को फोन किया था। एंबुलेंस का चालक कभी व्यासपुर तो कभी दिलीपनगर आ जाने की बात कहता रहा। ग्राम पंचायत में तैनात एएनएम दूसरे गांव की रहने वाली है, जबकि गांव में तैनात आशा विजय लक्ष्मी के पति का एक्सीडेंट हो जाने से वह पति का इलाज कराने गई थी।
प्रसव होने के बाद जब एंबुलेंस गांव पहुंची। नाराज परिजनों ने एंबुलेंस को लौटा दिया। प्रसव हो जाने के बाद भी महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा कोई सुध नहीं ली गई। सीएमओ रविंद्र यादव ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम प्रधान विनीता देवी ने बताया कि कई बार एंबुलेंस को फोन किया था। एंबुलेंस का चालक कभी व्यासपुर तो कभी दिलीपनगर आ जाने की बात कहता रहा। ग्राम पंचायत में तैनात एएनएम दूसरे गांव की रहने वाली है, जबकि गांव में तैनात आशा विजय लक्ष्मी के पति का एक्सीडेंट हो जाने से वह पति का इलाज कराने गई थी।
प्रसव होने के बाद जब एंबुलेंस गांव पहुंची। नाराज परिजनों ने एंबुलेंस को लौटा दिया। प्रसव हो जाने के बाद भी महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा कोई सुध नहीं ली गई। सीएमओ रविंद्र यादव ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।