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Kanpur: जाजमऊ सीवेज प्लांट कर्मियों की हड़ताल शुरू, ठेकेदार कंपनी का अनुबंध खत्म…जल निगम ने भी खड़े किए हाथ

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर Published by: हिमांशु अवस्थी Updated Fri, 06 Sep 2024 01:29 PM IST
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सार

Kanpur News: ठेकेदार कंपनी ने 36 एमएलडी प्लांट का संचालन बंद कर दिया है। इसके संचालन के एवज में नगर निगम से 29 करोड़ रुपये लेने हैं, लेकिन नगर निगम धन नहीं दे रहा। टेनरी संचालक भी न्यायालय में मुकदमा लंबित होने के हवाला देते हुए धन देने से इनकार कर चुके हैं।

Strike of Jajmau sewage plant workers begins, contract of contractor company ends, jal nigam also gave up
सांकेतिक - फोटो : अमर उजाला

विस्तार
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कानपुर में जाजमऊ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थित 36 एमएलडी प्लांट के कर्मचारियों ने गुरुवार रात 12 बजे से बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी। डीएम को पत्र भेजकर इसकी सूचना दी। फिलहाल यह प्लांट चल रहा है, पर इसे संचालित कर रही ठेकेदार कंपनी ने अनुबंध खत्म होने के कारण काम बंद कर दिया है।

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जल निगम (शहरी) ने भी इसे संचालित करने की जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया है। भगवान भरोसे चल रहा यह प्लांट किसी भी दिन बंद होने और इसमें रोज आ रहा गंदा पानी प्लांट परिसर में ही फैलने की आशंका है। 36 एमएलडी प्लांट का संचालन गंगा इंफ्राबिल्ट कंपनी करती थी। इस कंपनी ने अनुबंध खत्म होते ही 29 अगस्त को संचालन बंद कर दिया था।
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प्लांट में 65 कर्मचारी हैं, जिनका तीन-तीन माह का वेतन बाकी है। ठेकेदार कंपनी के जाने के बाद 30 अगस्त को कर्मचारी जल निगम (शहरी) के अधिशासी अभियंता विशाल सिंह से मिले, पर उन्होंने संचालन की जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया। गंगा प्रदूषण एवं जल निगम श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्याम सिंह ने बताया कि कर्मचारियों ने गुरुवार रात 12 बजे से हड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल प्लांट की मशीनें चल रही हैं। यदि कोई खराबी आती है तो कर्मचारी ठीक नहीं करेंगे।

ठेकेदार कंपनी ने 36 एमएलडी प्लांट का संचालन बंद कर दिया है। इसके संचालन के एवज में नगर निगम से 29 करोड़ रुपये लेने हैं, पर नगर निगम धन नहीं दे रहा। टेनरी संचालक भी न्यायालय में मुकदमा लंबित होने के हवाला देते हुए धन देने से इनकार कर चुके हैं। ऐसी स्थिति में वह प्लांट नहीं चलवा सकते। शासन को पत्र लिखा है।  -विशाल सिंह, अधिशासी अभियंता, जल निगम (शहरी)

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