{"_id":"686c202d67fffdfe760bd54e","slug":"humid-heat-due-to-rain-diarrhea-patients-increased-kaushambi-news-c-261-1-kmb1002-127666-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kaushambi News: बारिश से उमस भरी गर्मी, बढ़े डायरिया के मरीज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kaushambi News: बारिश से उमस भरी गर्मी, बढ़े डायरिया के मरीज
संवाद न्यूज एजेंसी, कौशांबी
Updated Tue, 08 Jul 2025 12:59 AM IST
विज्ञापन

मेडिकल कॉलेज के ओपीडी हॉल में अपनी पारी के इंतजार में बैठे मरीज। संवाद
दिन में तेज धूप की वजह से उमसभरी गर्मी और रात में बारिश होने से लोग बीमार हो रहे हैं। अस्पताल में सर्दी-जुकाम, बुखार, कमजोरी, शरीर में दर्द और डायरिया के बढ़ते प्रकोप के कारण ओपीडी में मरीजों की लाइनें लगी हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम में बदलाव और दूषित भोजन से बड़े लोग और प्लास्टिक की बोतल में दूध पीने से बच्चे मौसम जनित बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं।
सोमवार को मेडिकल कॉलेज में 1346 लोगों ने पर्चा बनवाया। इनमें मेडिसिन विभाग की ओपीडी में करीब 250 मरीज सर्दी-जुकाम, बुखार और कमजोरी से परेशान थे। 40 से अधिक मरीज पेट व शरीर में दर्द और 50 से अधिक मरीज डायरिया से पीड़ित मिले।
इस दौरान पर्चा जमा करने वाले स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि डायरिया से पीड़ित मरीजों में बच्चे ही नहीं, बड़े भी शामिल हैं। बालरोग विशेषज्ञ डॉ. विश्व प्रकाश ने बताया कि मौसम में बदलाव बुजुर्गों के साथ बच्चों पर भी भारी पड़ रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक तेज धूप से आकर ठंडा पानी पीने से गले में खराश और खांसी की शिकायत हो रही है। बताया जो लोग एसी में रहते हैं और अचानक निकलकर बाहर धूप में चले जा रहे हैं, वह बुखार की चपेट में आ रहे हैं। बासी खाना खाने की वजह से लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं।
डॉ. संजीव कुमार ने गर्मी से बचने के लिए बाहर निकलते समय शरीर को ढककर निकलें। पैदल जाते समय छाता का प्रयोग करें। भरपूर मात्रा में ताजा पानी पीएं, बर्फ पड़ा हुआ कोई भी पेय पदार्थ न पीएं, बासी और दूषित भोजन न करें।
चिकित्सकों की सलाह है कि बच्चों को गिलास या कटोरी-चम्मच से ही दूध पिलाएं, प्लास्टिक की बोतल का प्रयोग न करें। ज्यादा जरूरी हो तो स्टील की बोतल से दूध पिलाएं और हर बार खौलते हुए पानी से उसको साफ करें। कटे रखे या गले हुए फल खाने से परहेज करें।
-- -- --
बीते हफ्ते की ओपीडी में आए मरीजों की संख्या
दिन मरीजों की संख्या
मंगलवार 1200
बुधवार 1050
बृहस्पतिवार 1100
शुक्रवार 900
शनिवार 1000
सोमवार 1346
-- -- --
इन बातों का रखें ख्याल
- खुले और गंदगी में बिकने वाली खाने-पीने की सामग्री से बचें
- घर से नाश्ता-भोजन करके निकलें
- अगर काम न हो तो घर से दोपहर के समय बाहर न निकलें
- मौसमी फल और सब्जियों का ही सेवन करें
- नींबू पानी, शिकंजी, छाछ, लस्सी, शर्बत, नारियल पानी पीएं
- दिन में तीन-चार लीटर पानी रोज पीएं
विज्ञापन

Trending Videos
सोमवार को मेडिकल कॉलेज में 1346 लोगों ने पर्चा बनवाया। इनमें मेडिसिन विभाग की ओपीडी में करीब 250 मरीज सर्दी-जुकाम, बुखार और कमजोरी से परेशान थे। 40 से अधिक मरीज पेट व शरीर में दर्द और 50 से अधिक मरीज डायरिया से पीड़ित मिले।
विज्ञापन
विज्ञापन
इस दौरान पर्चा जमा करने वाले स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि डायरिया से पीड़ित मरीजों में बच्चे ही नहीं, बड़े भी शामिल हैं। बालरोग विशेषज्ञ डॉ. विश्व प्रकाश ने बताया कि मौसम में बदलाव बुजुर्गों के साथ बच्चों पर भी भारी पड़ रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक तेज धूप से आकर ठंडा पानी पीने से गले में खराश और खांसी की शिकायत हो रही है। बताया जो लोग एसी में रहते हैं और अचानक निकलकर बाहर धूप में चले जा रहे हैं, वह बुखार की चपेट में आ रहे हैं। बासी खाना खाने की वजह से लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं।
डॉ. संजीव कुमार ने गर्मी से बचने के लिए बाहर निकलते समय शरीर को ढककर निकलें। पैदल जाते समय छाता का प्रयोग करें। भरपूर मात्रा में ताजा पानी पीएं, बर्फ पड़ा हुआ कोई भी पेय पदार्थ न पीएं, बासी और दूषित भोजन न करें।
चिकित्सकों की सलाह है कि बच्चों को गिलास या कटोरी-चम्मच से ही दूध पिलाएं, प्लास्टिक की बोतल का प्रयोग न करें। ज्यादा जरूरी हो तो स्टील की बोतल से दूध पिलाएं और हर बार खौलते हुए पानी से उसको साफ करें। कटे रखे या गले हुए फल खाने से परहेज करें।
बीते हफ्ते की ओपीडी में आए मरीजों की संख्या
दिन मरीजों की संख्या
मंगलवार 1200
बुधवार 1050
बृहस्पतिवार 1100
शुक्रवार 900
शनिवार 1000
सोमवार 1346
इन बातों का रखें ख्याल
- खुले और गंदगी में बिकने वाली खाने-पीने की सामग्री से बचें
- घर से नाश्ता-भोजन करके निकलें
- अगर काम न हो तो घर से दोपहर के समय बाहर न निकलें
- मौसमी फल और सब्जियों का ही सेवन करें
- नींबू पानी, शिकंजी, छाछ, लस्सी, शर्बत, नारियल पानी पीएं
- दिन में तीन-चार लीटर पानी रोज पीएं