मंझनपुर/मूरतगंज। गोशालाओं में सुविधाओं का हाल किसी से छिपा नहीं हैं। कहीं मवेशी दर्द से तड़प रहे हैं तो कहीं सर्दी में ठिठुर रहे हैं। नियमित इलाज तो दूर, पेट भर चारा भी नहीं मिल रहा। नोडल अधिकारी आए और गोशालाओं का दौरा करके चले गए, लेकिन इस हकीकत से उनका सामना नहीं हुआ।
राजस्व परिषद के विशेष सचिव व जनपद के नोडल अधिकारी अनुराग पटेल के दौरे का कार्यक्रम पहले से ही तय था। खबर एक दिन पहले ही अफसरों को मिल चुकी थी। उन्हें गोशालाओं में जाकर वहां की व्यवस्थाओं और सुविधाओं को जांचना था। सोमवार को नोडल अधिकारी यहां आए। अफसरों ने उन्हें मंझनपुर ब्लॉक की वृहद गोसंरक्षण केंद्र कादिराबाद, अस्थायी गोशाला टेवां और कान्हा गोशाला भरवारी का निरीक्षण कराया।
जनपद में 158 गोशालाएं हैं। इनमें से चंद गोशालाएं ऐसी हैं, जहां व्यवस्थाएं चाकचौबंद रहती है। कादिराबाद, टेंवा और भरवारी गोशाला भी इनमें शामिल हैं। जबकि अन्य गोशालाएं ऐसी हैं जो सुविधाओं से पूरी तरह बेजार हैं। नोडल अफसर वहां पर जाते तो बेसहारा मवेशियों की दशा से रूबरू होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिन गोशालाओं में वह पहुंचे, वहां सारी व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त मिलीं। इस पर अफसरों की पीठ थपथपाई। ऐसी ही सुविधाएं नियमित रखने की बात कही। इस दौरे में उनके साथ सीडीओ डॉ. रवि किशोर त्रिवेदी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एके सागर, एसडीएम चायल राजेश श्रीवास्तव, डॉ. राहुल राज मौजूद रहे।