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Kushinagar News: हल्के कंबलों से सर्द रात काटना भारी

संवाद न्यूज एजेंसी, कुशीनगर Updated Sat, 20 Dec 2025 01:40 AM IST
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It's difficult to get through the cold night with only light blankets.
मेडिकल कॉलेज में कम्बल ओढ़ कर सो रहे मरीज।संवाद
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पडरौना। सर्दी में मेडिकल कॉलेज के अलावा जिले के अस्पतालों में मरीजों को दिए जाने वाले कंबल में भी जिम्मेदारों की मिलीभगत से खेल हो रहा है। मानक में मरीजों को कम से कम दो किलो 200 ग्राम का कंबल देने का नियम है, जिसमें 70 फीसदी ऊन का इस्तेमाल हो, लेकिन हकीकत यह है कि मौजूदा समय में अस्पताल में मरीजों को दिए जाने वाला कंबल मानक के अनुरूप नहीं है। इसकी वजह से यहां भर्ती मरीजों व तीमारदारों को घर से कंबल लाकर ठंड को दूर भगाना पड़ रहा है।
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इस समय काफी ठंड पड़ रही है। न्यूनतम पारा नौ डिग्री तक पहुंच गया है। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़ों व रजाई की जरूरत पड़ रही है। सबसे अधिक दिक्कत मरीजों के सामने है। मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों के सामने ठंड दूर करने का संकट है। यहां पर भर्ती मरीजों को अस्पताल की तरफ से कंबल दिए जाते हैं, लेकिन यह कंबल बहुत हल्के हैं।
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अभी तो ठंड की शुरुआत है, दिसंबर के आखिर में और जनवरी की शुरुआत में जब सर्दी अपने चरम पर होगी, तब इन हल्के कंबलों के सहारे कैसे सर्दी कटेगी, इसका जवाब देने वाला कोई नहीं है। मेडिकल कॉलेज में मरीज लेकर हरका के सत्येंद्र कुमार ने भतीजे के पेट में दर्द की वजह से बृहस्पतिवार को वार्ड में भर्ती करवाया है। यहां भर्ती हुए दो दिन हो गए हैं। अस्पताल की ओर से जो कंबल दिया गया है वह बहुत हल्का है। उससे बदबू भी आ रही है। कैसे सर्दी काट रहे हैं, वह ही जानते हैं। विजयपुर के गिरिजा देवी ने बताया कि बहू को भर्ती कराया है। अस्पताल की ओर से जो कंबल दिया गया है, वह बहुत हल्का है। इससे ठंड दूर नहीं हो रही है। घर से भी कंबल लाकर ओढ़ रहे हैं।
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