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Lakhimpur Kheri News: लाइसेंस के लिए अब ड्राइविंग का प्रशिक्षण व परीक्षा में पास होना जरूरी
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Wed, 10 Dec 2025 02:25 AM IST
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एडीटीसी सेंटर का निरीक्षण करतीं डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल व सीडीओ अभिषेक कुमार सहित अन्य अफसर।
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लखीमपुर खीरी। बेहजम मार्ग पर प्रत्यायन चालन प्रशिक्षण केंद्र (एडीटीसी) सेंटर शुरू हो गया। मंगलवार को डीएम व सीडीओ ने इसका लोकार्पण किया। इसके साथ ही लखीमपुर यूपी में 21वां हाईटेक एडीटीसी सेंटर वाला जिला बन गया है।
अब एडीटीसी सेंटर में ड्राइविंग का प्रशिक्षण लेने व टेस्ट में पास होने के बाद ही लाइसेंस बनेगा। इस दौरान काफी लोगों को निशुल्क हेलमेट वितरित किए गए। डीएम ने सेंटर का भ्रमण कर सेंसर बेस्ड ट्रैक, सिमुलेटर मशीनें, ऑटोमेटेड टेस्टिंग सिस्टम देखा और जानकारी ली। डीएम ने कहा कि अब ड्राइविंग टेस्ट मशीनें लेेंगी, इंसान नहीं। टेस्ट पास होना अब किसी सिफारिश से नहीं, बल्कि वास्तविक क्षमता से तय होगा।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि इस केंद्र में सड़क सुरक्षा नियम, ट्रैफिक अनुशासन, इमरजेंसी हैंडलिंग आदि प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह केवल ड्राइविंग सेंटर नहीं, बल्कि सुरक्षित नागरिक गढ़ने की कार्यशाला है। सीडीओ ने अपना खुद के लाइसेंस बनवाने का अनुभव साझा किया। एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि ऑटोमेटेड टेस्टिंग सिस्टम से ड्राइविंग कौशल का मूल्यांकन अब पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और तकनीक आधारित होगा।
एआरटीओ शांति भूषण पांडे ने कहा कि एडीटीसी सेंटर खुलने से लोगों को अब दूर-दराज ड्राइविंग टेस्ट देने नहीं जाना पड़ेगा। लाइसेंस जारी करने का अधिकार एआरटीओ के पास ही रहेगा, लेकिन यहां पर प्रशिक्षण लेना व टेस्ट देना होगा।
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अब एडीटीसी सेंटर में ड्राइविंग का प्रशिक्षण लेने व टेस्ट में पास होने के बाद ही लाइसेंस बनेगा। इस दौरान काफी लोगों को निशुल्क हेलमेट वितरित किए गए। डीएम ने सेंटर का भ्रमण कर सेंसर बेस्ड ट्रैक, सिमुलेटर मशीनें, ऑटोमेटेड टेस्टिंग सिस्टम देखा और जानकारी ली। डीएम ने कहा कि अब ड्राइविंग टेस्ट मशीनें लेेंगी, इंसान नहीं। टेस्ट पास होना अब किसी सिफारिश से नहीं, बल्कि वास्तविक क्षमता से तय होगा।
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सीडीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि इस केंद्र में सड़क सुरक्षा नियम, ट्रैफिक अनुशासन, इमरजेंसी हैंडलिंग आदि प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह केवल ड्राइविंग सेंटर नहीं, बल्कि सुरक्षित नागरिक गढ़ने की कार्यशाला है। सीडीओ ने अपना खुद के लाइसेंस बनवाने का अनुभव साझा किया। एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि ऑटोमेटेड टेस्टिंग सिस्टम से ड्राइविंग कौशल का मूल्यांकन अब पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और तकनीक आधारित होगा।
एआरटीओ शांति भूषण पांडे ने कहा कि एडीटीसी सेंटर खुलने से लोगों को अब दूर-दराज ड्राइविंग टेस्ट देने नहीं जाना पड़ेगा। लाइसेंस जारी करने का अधिकार एआरटीओ के पास ही रहेगा, लेकिन यहां पर प्रशिक्षण लेना व टेस्ट देना होगा।