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Lakhimpur Kheri News: ऊबड़खाबड़ सड़कों से गन्ना ला रहे किसान, ओवरलोड वाहनों के पलटने का खतरा
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Wed, 10 Dec 2025 02:28 AM IST
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पलिया निघासन मार्ग की रेलवे क्रॉसिंग वाली जर्जर सड़क। संवाद
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लखीमपुर खीरी। जिले में गन्ना सीजन शुरू होते ही किसानों की परेशानियां भी बढ़ने लगी हैं। पलिया, निघासन, गोला, कुंभी और धौरहरा क्षेत्रों में मिलों व गन्ना केंद्रों तक जाने वाली कई सड़कों की हालत बेहद खराब है। इससे ओवरलोड वाहनों के पलटने का खतरा मंडरा रहा है।
पिछले वर्ष धौरहरा क्षेत्र में टेंगनहा के पास खस्ताहाल सड़क पर गन्ना लदा ट्रक पलटने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने सबक नहीं लिया। किसान बताते हैं कि उन्हें ट्रैक्टर-ट्राॅलियों में गन्ना लेकर मिल तक पहुंचने में दोगुना समय लग रहा है। इससे न सिर्फ उत्पादन प्रभावित हो रहा है, बल्कि गाड़ियां भी बार-बार पंचर और खराब होने से परिवहन खर्च भी बढ़ रहा है।
किसानों का कहना है कि हर साल सीजन शुरू होने से पहले सड़कों की मरम्मत की मांग की जाती है, मगर हालात जस के तस हैं। निघासन-सिंगाही-नौरंगाबाद फार्म मार्ग लगभग दो किलोमीटर लंबा है। यह मार्ग किसानों के लिए सबसे अधिक अहम है, क्योंकि इसी रास्ते से गन्ना सीधे बेलरायां चीनी मिल, गन्ना क्रय केंद्र और क्रशरों तक पहुंचाया जाता है। बड़े-बड़े गड्ढों और उखड़ी डामर के कारण ट्रैक्टर-ट्रॉली और वाहनों को निकालना बेहद मुश्किल है।
सिंगाही रोड स्थित पोस्टमाॅर्टम हाउस के पास से नहर पटरी मार्ग होते हुए ढखेरवा खालसा से डंडूरी तक सड़क की हालत भी बेहद खराब है। इस मार्ग से रोजाना करीब 250 से 300 ट्रैक्टर-ट्रॉली और वाहन गुजरते हैं। क्षेत्र के लगभग 15 से 20 गांवों की करीब 18 से 20 हजार जनसंख्या प्रभावित है।
पलिया-निघासन मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के पास सड़क काफी जर्जर हो गई है। इस मार्ग से गन्ना वाहनों के निकालने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देवीपुर गांव जाने वाले मार्ग का भी यही हाल है।
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भूलनपुर-लौखनिया मार्ग आठ साल से खस्ताहाल
धौरहरा। तहसील क्षेत्र के भूलनपुर, नकहिया से लौखनिया का तीन किमी मार्ग आठ वर्षों से जर्जर है। इस वजह से किसानों को खेतों से गन्ना निकालकर चीनी मिल के क्रय केंद्रों तक पहुंचाने में काफी परेशानी हो रही है, पर जिम्मेदार लापरवाह बने हुए हैं। इसी मार्ग से गुलरिया चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र भूलनपुर और लौखनिया तक किसान अपने खेतों से गन्ना लेकर जाते हैं। क्रय केंद्र से चीनी मिल के ट्रक गन्ना भरकर इसी खस्ता हाल मार्ग से गुजरते हैं। संवाद
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निर्माण कार्य की गति धीमी होने से परेशानी
अमीरनगर। मूड़ा खालसा से कुंभी के लिए जाने वाले मार्ग पर निर्माण कार्य धीमा चल रहा है। इससे कुंभी चीनी मिल गन्ना लेकर जाने वाले किसानों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग से क्षेत्र के लगभग 24 से अधिक गांव के किसान कुंभी चीनी मिल के लिए गन्ना लेकर निकलते हैं। किसानों के अनुसार इस रास्ते पर गुजरने से समय की बहुत बर्बादी हो रही है। संवाद
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जर्जर सड़कों को लेकर कई बार जिम्मेदारों से सही कराने के लिए कहा गया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। गन्ना ढुलाई में बहुत अधिक दिक्कत आ रही है।
-जसपाल सिंह, देवीपुर पलिया
सड़क खराब होने से हमें सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। सालभर मेहनत करके गन्ना तैयार करते हैं, लेकिन मिल तक फसल पहुंचाना चुनौती बन गया है।
- अमनदीप सिंह, किसान, नौरंगाबाद फार्म, निघासन
जब खेतों से गन्ना निकालकर क्रय केंद्र तक जाते हैं तो कई बार ट्रैक्टर-ट्राॅली पलटने से हादसे का खतरा रहता है। इस साल भी गन्ना सीजन चल रहा है, पर सड़क नहीं बनी।
- अखिलेश वर्मा, प्रगतिशील किसान, लौखनिया धौरहरा
अधूरे पड़े मार्ग का निर्माण कार्य जल्द पूरा होना चाहिए, तभी किसानों को निजात मिलेगी। इस मार्ग से क्षेत्र के लोगों को कुंभी चीनी के लिए जाना पड़ता है।
- मनोज कुमार सिंह, प्रधान, मूड़ाखालसा
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गन्ना विभाग की कुछ सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बचे अन्य खस्ताहाल मार्गों का भी कार्य जल्द पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा जो सड़कें प्रस्ताव में शामिल हैं, उनका भी कार्य पूरा कराया जाएगा। -तरुणेंद्र त्रिपाठी, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी
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पिछले वर्ष धौरहरा क्षेत्र में टेंगनहा के पास खस्ताहाल सड़क पर गन्ना लदा ट्रक पलटने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने सबक नहीं लिया। किसान बताते हैं कि उन्हें ट्रैक्टर-ट्राॅलियों में गन्ना लेकर मिल तक पहुंचने में दोगुना समय लग रहा है। इससे न सिर्फ उत्पादन प्रभावित हो रहा है, बल्कि गाड़ियां भी बार-बार पंचर और खराब होने से परिवहन खर्च भी बढ़ रहा है।
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किसानों का कहना है कि हर साल सीजन शुरू होने से पहले सड़कों की मरम्मत की मांग की जाती है, मगर हालात जस के तस हैं। निघासन-सिंगाही-नौरंगाबाद फार्म मार्ग लगभग दो किलोमीटर लंबा है। यह मार्ग किसानों के लिए सबसे अधिक अहम है, क्योंकि इसी रास्ते से गन्ना सीधे बेलरायां चीनी मिल, गन्ना क्रय केंद्र और क्रशरों तक पहुंचाया जाता है। बड़े-बड़े गड्ढों और उखड़ी डामर के कारण ट्रैक्टर-ट्रॉली और वाहनों को निकालना बेहद मुश्किल है।
सिंगाही रोड स्थित पोस्टमाॅर्टम हाउस के पास से नहर पटरी मार्ग होते हुए ढखेरवा खालसा से डंडूरी तक सड़क की हालत भी बेहद खराब है। इस मार्ग से रोजाना करीब 250 से 300 ट्रैक्टर-ट्रॉली और वाहन गुजरते हैं। क्षेत्र के लगभग 15 से 20 गांवों की करीब 18 से 20 हजार जनसंख्या प्रभावित है।
पलिया-निघासन मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के पास सड़क काफी जर्जर हो गई है। इस मार्ग से गन्ना वाहनों के निकालने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देवीपुर गांव जाने वाले मार्ग का भी यही हाल है।
भूलनपुर-लौखनिया मार्ग आठ साल से खस्ताहाल
धौरहरा। तहसील क्षेत्र के भूलनपुर, नकहिया से लौखनिया का तीन किमी मार्ग आठ वर्षों से जर्जर है। इस वजह से किसानों को खेतों से गन्ना निकालकर चीनी मिल के क्रय केंद्रों तक पहुंचाने में काफी परेशानी हो रही है, पर जिम्मेदार लापरवाह बने हुए हैं। इसी मार्ग से गुलरिया चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र भूलनपुर और लौखनिया तक किसान अपने खेतों से गन्ना लेकर जाते हैं। क्रय केंद्र से चीनी मिल के ट्रक गन्ना भरकर इसी खस्ता हाल मार्ग से गुजरते हैं। संवाद
निर्माण कार्य की गति धीमी होने से परेशानी
अमीरनगर। मूड़ा खालसा से कुंभी के लिए जाने वाले मार्ग पर निर्माण कार्य धीमा चल रहा है। इससे कुंभी चीनी मिल गन्ना लेकर जाने वाले किसानों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग से क्षेत्र के लगभग 24 से अधिक गांव के किसान कुंभी चीनी मिल के लिए गन्ना लेकर निकलते हैं। किसानों के अनुसार इस रास्ते पर गुजरने से समय की बहुत बर्बादी हो रही है। संवाद
जर्जर सड़कों को लेकर कई बार जिम्मेदारों से सही कराने के लिए कहा गया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। गन्ना ढुलाई में बहुत अधिक दिक्कत आ रही है।
-जसपाल सिंह, देवीपुर पलिया
सड़क खराब होने से हमें सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। सालभर मेहनत करके गन्ना तैयार करते हैं, लेकिन मिल तक फसल पहुंचाना चुनौती बन गया है।
- अमनदीप सिंह, किसान, नौरंगाबाद फार्म, निघासन
जब खेतों से गन्ना निकालकर क्रय केंद्र तक जाते हैं तो कई बार ट्रैक्टर-ट्राॅली पलटने से हादसे का खतरा रहता है। इस साल भी गन्ना सीजन चल रहा है, पर सड़क नहीं बनी।
- अखिलेश वर्मा, प्रगतिशील किसान, लौखनिया धौरहरा
अधूरे पड़े मार्ग का निर्माण कार्य जल्द पूरा होना चाहिए, तभी किसानों को निजात मिलेगी। इस मार्ग से क्षेत्र के लोगों को कुंभी चीनी के लिए जाना पड़ता है।
- मनोज कुमार सिंह, प्रधान, मूड़ाखालसा
गन्ना विभाग की कुछ सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बचे अन्य खस्ताहाल मार्गों का भी कार्य जल्द पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा जो सड़कें प्रस्ताव में शामिल हैं, उनका भी कार्य पूरा कराया जाएगा। -तरुणेंद्र त्रिपाठी, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

पलिया निघासन मार्ग की रेलवे क्रॉसिंग वाली जर्जर सड़क। संवाद

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