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Lakhimpur Kheri News: दक्षिण खीरी वन प्रभाग में आज से शुरू होगी बाघों की गणना
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Wed, 10 Dec 2025 02:27 AM IST
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मोहम्मदी रेंज जंगल में शावकों संग बाघिन। स्रोत : वन विभाग
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बांकेगंज। दक्षिण खीरी वन प्रभाग में बाघ गणना (टाइगर एस्टीमेशन) -2026 का कार्य बुधवार से शुरू होगा। इसके लिए गोला और मोहम्मदी रेंज में 44 कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसका डिजिटल डाटा भी तैयार होगा।
चार साल पहले हुई बाघ गणना ( टाइगर एस्टीमेशन-2022 ) में दक्षिण खीरी वन प्रभाग में 10 से 14 बाघ मिले थे। अब इस संख्या का पुन: आंकलन करने के लिए बुधवार से चिन्हित स्थलों पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। इसमें मोहम्मदी रेंज में 30 और गोला रेंज में 14 कुल 44 कैमरे लगाए जाएंगे। इसके बाद 15 से 17 दिसंबर तीन दिन तक साइन सर्वे और 18 से 20 दिसंबर तक ट्रांजिट लाइन बनाने का कार्य होगा।
दक्षिण खीरी वन प्रभाग के डीएफओ संजय बिश्वाल ने बताया कि दो वर्ग किलोमीटर के दायरे में दो कैमरे लागाए जाएंगे। इन कैमरों में बाघों की जो तस्वीरें कैद होंगी, उन्हें भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूडब्ल्यूआई ) देहरादून भेजा जाएगा। वहां उनका मिलान पुरानी तस्वीरों से होगा। इसके बाद जो नई तस्वीरें होंगी, उनके आधार पर ही बाघों की संख्या का आंकलन किया जाएगा। विशेषज्ञ बाघों की धारियों के आधार पर उनका विश्लेषण करेंगे। इससे यह भी पता चलेगा कि बाघों की संख्या कितनी बढ़ी और घटी।
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चार साल पहले हुई बाघ गणना ( टाइगर एस्टीमेशन-2022 ) में दक्षिण खीरी वन प्रभाग में 10 से 14 बाघ मिले थे। अब इस संख्या का पुन: आंकलन करने के लिए बुधवार से चिन्हित स्थलों पर कैमरे लगाने का काम शुरू होगा। इसमें मोहम्मदी रेंज में 30 और गोला रेंज में 14 कुल 44 कैमरे लगाए जाएंगे। इसके बाद 15 से 17 दिसंबर तीन दिन तक साइन सर्वे और 18 से 20 दिसंबर तक ट्रांजिट लाइन बनाने का कार्य होगा।
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दक्षिण खीरी वन प्रभाग के डीएफओ संजय बिश्वाल ने बताया कि दो वर्ग किलोमीटर के दायरे में दो कैमरे लागाए जाएंगे। इन कैमरों में बाघों की जो तस्वीरें कैद होंगी, उन्हें भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूडब्ल्यूआई ) देहरादून भेजा जाएगा। वहां उनका मिलान पुरानी तस्वीरों से होगा। इसके बाद जो नई तस्वीरें होंगी, उनके आधार पर ही बाघों की संख्या का आंकलन किया जाएगा। विशेषज्ञ बाघों की धारियों के आधार पर उनका विश्लेषण करेंगे। इससे यह भी पता चलेगा कि बाघों की संख्या कितनी बढ़ी और घटी।