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Sant Premanand: ठंड और बारिश भी नहीं रोक पाई आस्था, रात 3 बजे हुए संत प्रेमानंद के दर्शन
संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: अमर उजाला ब्यूरो
Updated Wed, 29 Oct 2025 01:37 AM IST
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सार
संत प्रेमानंद महाराज की एक झलक पाने के लिए भक्त बारिश में भी खड़े रहे। संत जैसे ही श्रीराधा हित केलीकुंज आश्रम से परिक्रमा के लिए निकले तो राधा नाम की गूंज सुनाई दे उठी।
संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए बरसात में भी खड़े श्रद्धालु।
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विस्तार
वृंदावन में देर तक बारिश होने और गिरते तापमान के बावजूद परिक्रमा मार्ग पर श्रृद्धालुओं की भीड़ संत प्रेमानंद के दर्शनों का इंतजार करती दिखाई दी। दर्शन की आस लगाए बैठे श्रृद्धालुओं के विश्वास को न तो बारिश से बढ़ी ठंड रोक सकी और न ही गीली सड़कें उनके मार्ग में बाधा बनीं।
रात लगभग तीन बजे श्रीराधा हित केलीकुंज आश्रम से परिक्रमा के लिए संत प्रेमानंद महाराज के निकलते ही राधा नाम की गूंज सुनाई दी। संत प्रेमानंद महाराज को एक नजर देखने के लिए भीगे कपड़ों में गीली सड़क पर नंगे पांव श्रद्धालु खड़े रहे। वहीं परिक्रमा मार्ग में उनके दर्शन के इंतजार में खड़ी वयोवृद्ध महिला श्रद्धालु को देख प्रेमानंद महाराज ने नतमस्तक होकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
कथा वाचक चित्रलेखा ने की मुलाकात
हरियाणा के होडल में गोवंश के लिए गोसेवा धाम अस्पताल का संचालन करने वालीं कथा वाचक चित्रलेखा ने संत प्रेमानंद महाराज से एकांतिक वार्तालाप की। महाराज ने कहा कि जिन गायों की सेवा नहीं होती या जो गायें असमर्थ हैं, रोगी हैं उनके दुख निवारण जरूर करो। जो दूसरों की सेवा करता है, भगवान उनसे बहुत खुश होते हैं। उन्होंने महाराज को बताया कि बहुत से लोगों को भगवताचार्य और रासाचार्य वृंदावन में लाए, लेकिन हम तो रास से आए हैं। हम भगवान का जस गा रहे हैं। भगवान के पार्षद हैं। हमारा शरीर चाहे जहां छूटे, शरीर वृंदावन ही आएगा। ठीक उसी प्रकार जैसे हमारे सैनिक शहीद कहीं भी हों, लेकिन तिरंगे में लिपटाकर उनकी देह को भारत ही लाया जाता है।
विधायक ने भी किए संत के दर्शन
विधायक श्रीकांत शर्मा ने भी संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। संत के दर्शन करने के बाद विधायक ने आध्यात्म से जुड़ीं कई बातों का रहस्य जाना।
रात लगभग तीन बजे श्रीराधा हित केलीकुंज आश्रम से परिक्रमा के लिए संत प्रेमानंद महाराज के निकलते ही राधा नाम की गूंज सुनाई दी। संत प्रेमानंद महाराज को एक नजर देखने के लिए भीगे कपड़ों में गीली सड़क पर नंगे पांव श्रद्धालु खड़े रहे। वहीं परिक्रमा मार्ग में उनके दर्शन के इंतजार में खड़ी वयोवृद्ध महिला श्रद्धालु को देख प्रेमानंद महाराज ने नतमस्तक होकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
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कथा वाचक चित्रलेखा ने की मुलाकात
हरियाणा के होडल में गोवंश के लिए गोसेवा धाम अस्पताल का संचालन करने वालीं कथा वाचक चित्रलेखा ने संत प्रेमानंद महाराज से एकांतिक वार्तालाप की। महाराज ने कहा कि जिन गायों की सेवा नहीं होती या जो गायें असमर्थ हैं, रोगी हैं उनके दुख निवारण जरूर करो। जो दूसरों की सेवा करता है, भगवान उनसे बहुत खुश होते हैं। उन्होंने महाराज को बताया कि बहुत से लोगों को भगवताचार्य और रासाचार्य वृंदावन में लाए, लेकिन हम तो रास से आए हैं। हम भगवान का जस गा रहे हैं। भगवान के पार्षद हैं। हमारा शरीर चाहे जहां छूटे, शरीर वृंदावन ही आएगा। ठीक उसी प्रकार जैसे हमारे सैनिक शहीद कहीं भी हों, लेकिन तिरंगे में लिपटाकर उनकी देह को भारत ही लाया जाता है।
विधायक ने भी किए संत के दर्शन
विधायक श्रीकांत शर्मा ने भी संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। संत के दर्शन करने के बाद विधायक ने आध्यात्म से जुड़ीं कई बातों का रहस्य जाना।