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Mathura News: उम्मीदों की उड़ान...विकास के मानचित्र पर दमकेगा जिला
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मथुरा। नया साल विकास की सुनहरी सुबह लेकर आएगा। कई बड़ी परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा। 26 हजार करोड़ रुपये से करीब 150 से अधिक परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। इसमें गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के सौंदर्यीकरण, बरसाना में ड्रेन की लाइटिंग और लेंडस्केपिंग, विद्युत व्यवस्था समेत दर्जनभर मार्गों का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही जलनिकासी, ग्राम पंचायतों में सीवर व्यवस्था, सड़क चौड़ीकरण का कार्य होगा। इन योजनाओं से विकास को पंख लगेंगे और पर्यटन हब को बढ़ावा मिलेगा। इनमें कुछ परियोनाओं को मंजूरी मिल गई है, जबकि कुछ शासन स्तर पर लंबित हैं।
नए साल में ये परियोजनाएं होंगी विकसित
-गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में 21 करोड़ रुपये से सोलर लाइटें लगेंगी।
-बरसाना में गोवर्धन ड्रेन के किनारे 22 करोड़ से प्रकाश व्यवस्था।
-विद्युत व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए 559 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-जिले में सीवरेज योजना पर 493 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-नगर निगम क्षेत्र की सीवर नेटवर्क व्यवस्था पर 2744.63 करोड़ खर्च होंगे।
-मथुरा-वृंदावन में जलापूर्ति पर 1941.40 करोड़ रुपये आएगी लागत।
-मथुरा-वृंदावन की जल निकासी पर 1405 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-नगर निगम क्षेत्र में सोलर-लाइटों पर खर्च होंगे 115 करोड़ रुपये।
-1216 करोड़ रुपये से मथुरा शहर की नालियों व सड़कों का जीर्णोद्धार।
-40 करोड़ मथुरा-वृंदावन में स्ट्रीट लाइटों के नियंत्रण और निगरानी प्रणाली पर खर्च होंगे।
-मथुरा-वृंदावन में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर 181 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
-अमृत-2 के तहत नगर पंचायतों के लिए जलापूर्ति पर 369.95 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-जनपद की नगर पंचायतों के लिए सीवरेज व्यवस्था पर 135.31 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
2025 में ये मिलीं उपलब्धियां
करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से वृंदावन-पानीगांव मार्ग पर भक्ति स्तंभों का निर्माण।
41 करोड़ से वृंदावन में जिला संयुक्त चिकित्सालय के निकट मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण।
वृंदावन में 40 करोड़ रुपये से ऑडिटोरियम बनकर तैयार।
100 करोड़ की लागत से गोकुल व वृंदावन में 60 एमएलडी क्षमता के एसटीपी प्लांट निर्माण।
सात करोड़ रुपये से मृत गायों के अंतिम संस्कार के लिए गोमुक्ति धाम का निर्माण।
लक्ष्मीनगर के नगला कोल्हू में 15 करोड़ रुपये से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का निर्माण।
परियोजनाओं को मिलेगी गति
वर्ष 2026 में परियोजनाओं को गति मिलेगी। इससे विश्व पटल पर मथुरा-वृंदावन के पर्यटन हब बनने की राह आसान होगी।
-राजीव बृजवासी, अध्यक्ष नेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स
--
नए उद्योग लगने से मिलेगी उड़ान
नए साल में नए उद्योग लगेंगे। उद्योग विभाग इस पर जोर दे रहा है। नगर निगम भी कई परियोजनाओं को सौगात देगा।
राजेंद्र अग्रवाल, अध्यक्ष इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन
--
पर्यटकों के लिए बेहतर होंगी सुविधाएं
सरकार पर्यटन सुविधाओं के विस्तार पर ध्यान दे रही है। ऐसे में हेरिटेज सिटी के साथ कई परियोजनाओं की सौगात मिलने की संभावना है।
आरपी सिंघल, अध्यक्ष, आईआईए
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नए साल में ये परियोजनाएं होंगी विकसित
-गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में 21 करोड़ रुपये से सोलर लाइटें लगेंगी।
-बरसाना में गोवर्धन ड्रेन के किनारे 22 करोड़ से प्रकाश व्यवस्था।
-विद्युत व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए 559 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-जिले में सीवरेज योजना पर 493 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-नगर निगम क्षेत्र की सीवर नेटवर्क व्यवस्था पर 2744.63 करोड़ खर्च होंगे।
-मथुरा-वृंदावन में जलापूर्ति पर 1941.40 करोड़ रुपये आएगी लागत।
-मथुरा-वृंदावन की जल निकासी पर 1405 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-नगर निगम क्षेत्र में सोलर-लाइटों पर खर्च होंगे 115 करोड़ रुपये।
-1216 करोड़ रुपये से मथुरा शहर की नालियों व सड़कों का जीर्णोद्धार।
-40 करोड़ मथुरा-वृंदावन में स्ट्रीट लाइटों के नियंत्रण और निगरानी प्रणाली पर खर्च होंगे।
-मथुरा-वृंदावन में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर 181 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
-अमृत-2 के तहत नगर पंचायतों के लिए जलापूर्ति पर 369.95 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
-जनपद की नगर पंचायतों के लिए सीवरेज व्यवस्था पर 135.31 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
2025 में ये मिलीं उपलब्धियां
करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से वृंदावन-पानीगांव मार्ग पर भक्ति स्तंभों का निर्माण।
41 करोड़ से वृंदावन में जिला संयुक्त चिकित्सालय के निकट मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण।
वृंदावन में 40 करोड़ रुपये से ऑडिटोरियम बनकर तैयार।
100 करोड़ की लागत से गोकुल व वृंदावन में 60 एमएलडी क्षमता के एसटीपी प्लांट निर्माण।
सात करोड़ रुपये से मृत गायों के अंतिम संस्कार के लिए गोमुक्ति धाम का निर्माण।
लक्ष्मीनगर के नगला कोल्हू में 15 करोड़ रुपये से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का निर्माण।
परियोजनाओं को मिलेगी गति
वर्ष 2026 में परियोजनाओं को गति मिलेगी। इससे विश्व पटल पर मथुरा-वृंदावन के पर्यटन हब बनने की राह आसान होगी।
-राजीव बृजवासी, अध्यक्ष नेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स
नए उद्योग लगने से मिलेगी उड़ान
नए साल में नए उद्योग लगेंगे। उद्योग विभाग इस पर जोर दे रहा है। नगर निगम भी कई परियोजनाओं को सौगात देगा।
राजेंद्र अग्रवाल, अध्यक्ष इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन
पर्यटकों के लिए बेहतर होंगी सुविधाएं
सरकार पर्यटन सुविधाओं के विस्तार पर ध्यान दे रही है। ऐसे में हेरिटेज सिटी के साथ कई परियोजनाओं की सौगात मिलने की संभावना है।
आरपी सिंघल, अध्यक्ष, आईआईए
