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Mau News: 45 डॉक्टरों के साथ कल्पनाथ राय मेडिकल कॉलेज का संचालन आज से
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कसारा स्थित कल्पनाथ राय मेडिकल कालेज में तैयार वार्ड
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मऊ। कोपागंज ब्लॉक के कसारा में बने कल्पनाथ राय मेडिकल कॉलेज का संचालन बुधवार से शुरू होने जा रहा है। पीपीपी मॉडल पर बने मेडिकल कॉलेज में पहले चरण में जनरल सर्जरी, मेडिसिन, महिला रोग, हड्डी रोग, नेत्र रोग, नाक कान गला रोग विभाग, रेडियोलॉजी विभाग, पैथोलॉजी विभाग, दंत रोग विभाग के साथ इमरजेंसी का शुरुआत की जाएगी। 45 डॉक्टर और 39 पैरामेडिकल और 45 अन्य स्टाफ की तैनाती हो चुकी है। मेडिकल कॉलेज के दूसरे चरण में कॉर्डियोलॉजी और न्यूरो सर्जरी विभाग शुरू होगा। अभी यह सुविधा गाजीपुर और आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज में भी नहीं है।
जुलाई 2024 में इसका निर्माण शुरू हुआ था। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से इसका संचालन शुरू होगा। मेडिकल कॉलेज के शुरू हो जाने से जिले में 100 बेड वाले सरकारी अस्पतालों की संख्या बढ़कर चार हो जाएगी। पीपीपी मॉडल के सहभागी और राजीव सामाजिक शिक्षा संस्थान के चेयरमैन डॉ. मनीष राय ने बताया कि कसारा में मेडिकल कॉलेज के लिए 60 बीघा की जमीन चिह्नित है, इसमें 25 एकड़ में सात विभागों के भवन बन चुके हैं। जुलाई 2024 से लेकर अबतक 65 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। पूरा प्रोजेक्ट 250 करोड़ रुपये का है। मनीष राय ने बताया कि जल्द ही सुपर स्पेशलिटी फैसिलिटी भी शुरू होगी। यह सुविधा अभी गाजीपुर और आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज में नहीं है।
इनसेट
फॉरेसिंक साइंस की भी होगी पढ़ाई
मनीष राय ने बताया कि कॉलेज में फॉरेंसिक साइंस की भी पढ़ाई होगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार मेडिकल कॉलेज में 19 विभागों के साथ शैक्षणिक सत्र की शुरुआत जल्द की जाएगी। इस संबंध में तैयार प्रस्ताव शासन के पास भेजा जा चुका है। जिन विभागों को कॉलेज में शामिल किया गया है, उनमें ह्यूमन एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, पाथोलॉजी (ब्लड बैंक सहित), माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, टॉक्सिकोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, पीडियाट्रिक्स, डर्मेटोलॉजी, मनोरोग, सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स, रेडियो डायग्नोसिस, रेडियोथेरेपी, नेत्र चिकित्सा और दंत चिकित्सा शामिल हैं। इन विभागों के शुरू होने से मरीजों को अब गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए वाराणसी जैसे बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा।
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कॉलेज के भवन का 65 प्रतिशत निर्माण पूराछात्रावास, आवासीय परिसर, लाइब्रेरी, लैब, स्पोर्ट्स ग्राउंड और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास से यह क्षेत्र शिक्षा, चिकित्सा और शहरी विकास का मॉडल बन सकता है। कॉलेज भवन का 65 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अब जल्द ही डीन और शैक्षणिक स्टाफ की नियुक्ति होगी।
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25 लाख की मऊ की आबादी में अब चार अस्पताल
मऊ जिले की आबादी 25 लाख है। मेडिकल कॉलेज के शुरू होने के साथ ही 100 बेड के अब चार अस्पताल शुरू हो जाएंगे। इसमें जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, टड़ियाव अस्पताल के साथ मेडिकल कॉले भी है।

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जुलाई 2024 में इसका निर्माण शुरू हुआ था। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से इसका संचालन शुरू होगा। मेडिकल कॉलेज के शुरू हो जाने से जिले में 100 बेड वाले सरकारी अस्पतालों की संख्या बढ़कर चार हो जाएगी। पीपीपी मॉडल के सहभागी और राजीव सामाजिक शिक्षा संस्थान के चेयरमैन डॉ. मनीष राय ने बताया कि कसारा में मेडिकल कॉलेज के लिए 60 बीघा की जमीन चिह्नित है, इसमें 25 एकड़ में सात विभागों के भवन बन चुके हैं। जुलाई 2024 से लेकर अबतक 65 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। पूरा प्रोजेक्ट 250 करोड़ रुपये का है। मनीष राय ने बताया कि जल्द ही सुपर स्पेशलिटी फैसिलिटी भी शुरू होगी। यह सुविधा अभी गाजीपुर और आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज में नहीं है।
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फॉरेसिंक साइंस की भी होगी पढ़ाई
मनीष राय ने बताया कि कॉलेज में फॉरेंसिक साइंस की भी पढ़ाई होगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार मेडिकल कॉलेज में 19 विभागों के साथ शैक्षणिक सत्र की शुरुआत जल्द की जाएगी। इस संबंध में तैयार प्रस्ताव शासन के पास भेजा जा चुका है। जिन विभागों को कॉलेज में शामिल किया गया है, उनमें ह्यूमन एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, पाथोलॉजी (ब्लड बैंक सहित), माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, टॉक्सिकोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, पीडियाट्रिक्स, डर्मेटोलॉजी, मनोरोग, सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स, रेडियो डायग्नोसिस, रेडियोथेरेपी, नेत्र चिकित्सा और दंत चिकित्सा शामिल हैं। इन विभागों के शुरू होने से मरीजों को अब गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए वाराणसी जैसे बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा।
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कॉलेज के भवन का 65 प्रतिशत निर्माण पूराछात्रावास, आवासीय परिसर, लाइब्रेरी, लैब, स्पोर्ट्स ग्राउंड और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास से यह क्षेत्र शिक्षा, चिकित्सा और शहरी विकास का मॉडल बन सकता है। कॉलेज भवन का 65 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अब जल्द ही डीन और शैक्षणिक स्टाफ की नियुक्ति होगी।
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25 लाख की मऊ की आबादी में अब चार अस्पताल
मऊ जिले की आबादी 25 लाख है। मेडिकल कॉलेज के शुरू होने के साथ ही 100 बेड के अब चार अस्पताल शुरू हो जाएंगे। इसमें जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, टड़ियाव अस्पताल के साथ मेडिकल कॉले भी है।