{"_id":"6948e84be966364c6f0827cf","slug":"up-these-are-the-22-black-spots-of-meerut-if-you-pass-through-here-in-fog-slow-down-the-speed-of-vehicle-2025-12-22","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"UP: ये हैं मेरठ के 22 ब्लैक स्पॉट, कोहरे में यहां से गुजरें तो वाहन की रफ्तार कर लें धीमी और हो जाएं सावधान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
UP: ये हैं मेरठ के 22 ब्लैक स्पॉट, कोहरे में यहां से गुजरें तो वाहन की रफ्तार कर लें धीमी और हो जाएं सावधान
अमर उजाला नेटवर्क, मेरठ
Published by: मोहम्मद मुस्तकीम
Updated Mon, 22 Dec 2025 12:12 PM IST
सार
Meerut News: जिले में 22 ऐसे ब्लॉक स्पॉट हैं, जहां साल 2024 में 881 और 2025 में 900 सड़क हादसे हो चुके हैं। इनमें 377 लोगों की मौत हो गई, जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिनमें कई अपाहिज भी हुए। इनमें मेरठ के साथ ही आसपास के जिलों के वाहन सवार भी शामिल हैं।
विज्ञापन
सांकेतिक तस्वीर।
- फोटो : अमर उजाला।
विज्ञापन
विस्तार
भीषण ठंड के साथ कोहरे की चादर भी मोटी हो गई है। ऐसे में साफ दिखाई नहीं दे रहा है। जिले में 22 ब्लैक स्पॉट हैं। यहां हादसे का अंदेशा रहता है। ऐसे में रात को दो बजे से लेकर सुबह सात बजे तक सफर करने से बचें। डीआईजी कलानिधि नैथानी ने हाईवे और शहर के मुख्य मार्गों पर सड़क किनारे वाहन खड़े करने से रोकने और रिफलेक्टर लगाने के निर्देश दिए हैं।
Trending Videos
वर्ष 2024 में 881 हादसे हुए जिसमें 377 लोगों की मौत हुई और 905 लोग घायल हुए। साल 2025 में नवंबर तक 900 हादसे हो चुके हैं। इनमें 319 लोगों की मौत हो चुकी है और 843 लोग घायल हुए हैं। एनएच-58 पर ट्रक चालक हाईवे पर वाहन रोक कर खड़े हो जाते हैं। ये कई बार सड़क हादसों का कारण बनते हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
दिल्ली रोड पर शताब्दीनगर के पास भी कोहरे में सड़क किनारे वाहन खड़े हुए दिखाई देते हैं। ऐसे में यहां भी हादसों का खतरा बना हुआ है। डीआईजी के निर्देश के बावजूद वाहन खड़े हुए दिखाई देते हैं। इससे कोई बड़ा हादसा हो सकता है। शहर से लेकर हाईवे तक हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
ये हैं ब्लैक स्पॉट
- रिठानी पीर
- परतापुर तिराहा
- भूड बराल
- मोहिउद्दीनपुर शुगर मिल
- बिगबाइट
- भराला कट
- मटौर कट
- वलीदपुर कट
- सकौती कट
- नंगली कट
- रुहासा कट
- ए टू जेड कट
- डाबका कट
- जटौली कट
- करौली कट
- नगली ईशा
- मसूरी
- सैनी
- जुनजुन मोड
- नंगली किठौर
- नालपुर कट
- फफूंडा कट
- रिठानी पीर
- परतापुर तिराहा
- भूड बराल
- मोहिउद्दीनपुर शुगर मिल
- बिगबाइट
- भराला कट
- मटौर कट
- वलीदपुर कट
- सकौती कट
- नंगली कट
- रुहासा कट
- ए टू जेड कट
- डाबका कट
- जटौली कट
- करौली कट
- नगली ईशा
- मसूरी
- सैनी
- जुनजुन मोड
- नंगली किठौर
- नालपुर कट
- फफूंडा कट
इन्होंने कहा...
कोहरे में हादसे होने का खतरा बढ़ जाता है इसलिए नियंत्रित गति से वाहन चलाएं। वाहन चलाते समय हेडलाइट और बैक लाइट जलाकर रखें। सड़क किनारे वाहन न रोंके। हाईवे पर सर्विस रोड पर ही किनारे में वाहन रोके ताकि हादसों से बचा जा सके।
- राघवेंद्र कुमार मिश्र, एसपी यातायात
कोहरे में हादसे होने का खतरा बढ़ जाता है इसलिए नियंत्रित गति से वाहन चलाएं। वाहन चलाते समय हेडलाइट और बैक लाइट जलाकर रखें। सड़क किनारे वाहन न रोंके। हाईवे पर सर्विस रोड पर ही किनारे में वाहन रोके ताकि हादसों से बचा जा सके।
- राघवेंद्र कुमार मिश्र, एसपी यातायात
