UP: एएमयू में ठाकुरद्वारा के पूर्व विधायक के दामाद की हत्या, मुरादाबाद में तलाशे जा रहे सुराग, परिजन स्तब्ध
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कंप्यूटर शिक्षक और ठाकुरद्वारा के पूर्व विधायक मोहम्मद उल्लाह चौधरी के दामाद राव दानिश अली की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमलावरों के बारे में पता करने के लिए मुरादाबाद में भी सुराग तलाशे जा रहे हैं। घटना के बाद परिजन सन्न हैं।
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा विधानसभा के पूर्व विधायक मोहम्मद उल्लाह चौधरी के दामाद एवं कंप्यूटर शिक्षक राव दानिश अली (45) की हत्या क्यों व किसने की यह सवाल 24 घंटे बाद भी अनुत्तरित है। हालांकि, जिस अंदाज में दानिश पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, उससे साफ है कि दानिश के प्रति बदमाशों के मन में कोई गहरी खुन्नस थी।
हत्या की इसी वजह को तलाशने के लिए पुलिस एएमयू से लेकर मुरादाबाद तक के पुराने विवादों में सुराग तलाश रही है। दानिश के छोटे भाई ने अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पूर्व विधायक मोहम्मद उल्ला चौधरी के दामाद राव दानिश अली मूल रूप से बुलंदशहर डिबाई के रहने वाले थे वह वर्तमान में अलीगढ़ के अमीर निशा सिविल लाइंस में रह रहे थे।
राव दानिश अली अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एबीके बॉयज स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक थे। बुधवार रात 08.45 बजे वह रोजाना की तरह एएमयू लाइब्रेरी कैंटीन परिसर में अपने साथी इमरान व भोलू संग टहल रहे थे। इस दौरान स्कूटी सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
इस हत्या के संबंध में उनके छोटे भाई एएमयू इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षक राव फराज अली ने सिविल लाइंस थाने में अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। इधर, रात में पोस्टमार्टम के बाद तड़के शव घर पहुंचा। दिन में परिवार, समर्थकों, परिचितों व एएमयू कर्मियों की भारी भीड़ के बीच शव को एएमयू कब्रिस्तान में दफन किया गया। बता दें कि दानिश की मां एएमयू में शिक्षिका रही हैं। पिता एएमयूकर्मी रहे हैं।
सिर में लगीं चार गोलियां एक कंधे के पास बाजू में
दो बजे रात से तड़के चार बजे तक चले पोस्टमार्टम में उजागर हुआ है कि चार गोलियां तो दानिश के सिर में ही लगी है। पांचवीं गोली दायें कंधे के पास बाजू में लगी। इनमें से सिर्फ की एक गोली सिर में फंसी मिली है, जिसके लिए शव का एक्सरे भी कराया गया। बाकी सभी गोलियां आरपार निकली हैं। फंसा मिला बुलट .32 बोर का है। इसे संरक्षित कर पुलिस को दे दिया गया है। इससे साफ है कि सिर में ही एक साथ इतनी गोलियां मारने से खुन्नस कितनी होगी। इधर, हत्या की खबर पर ससुराल पक्ष से मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के पूर्व विधायक उनके ससुर डॉ. मोहम्मद उल्लाह चौधरी का परिवार भी यहां पहुंच गया था।
जनाजे में उमड़ी भीड़, परिवार में कोहराम
सुबह से ही दानिश के घर भीड़ उमड़ रही थी। सियासी, सामाजिक व एएमयू से जुड़े लोग जमा होने लगे थे। दोपहर में अमीर निशा स्थित घर से जनाजा एएमयू कब्रिस्तान के लिए निकला तो इसमें भारी भीड़ शामिल रही। वहीं मां, बाप, भाई के अलावा पत्नी व दो बच्चों शाद व मास का हाल बेहाल था। उन्हें परिवार व मोहल्ले के लोग किसी तरह संभालने का प्रयास कर रहे थे।
एएमयू शिक्षक की हत्या को लेकर अभी कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। परिवार ने अज्ञात में रिपोर्ट कराई है। हमारी तीन टीमें खुलासे के लिए हर विवाद पर सुराग तलाश रही हैं। सीसीटीवी से लेकर सर्विलांस व मुखबिरी तक का सहारा लिया जा रहा है। जल्द खुलासा किया जाएगा।
- मृगांक शेखर पाठक, एसपी सिटी
