रायबरेली। जगतपुर क्षेत्र से होकर निकली केवलपुर बरेथा माइनर बृहस्पतिवार रात कट गई। इससे आसपास के 50 बीघा खेतों में बोई फसलों में पानी भर गया। शुक्रवार सुबह ग्रामीण खेत की तरफ गए तो उनमें लबालब पानी भरा मिला। किसानों ने बताया कि बोआई के बाद अभी गेहूं का जमाव नहीं हुआ है। इससे जमाव पर असर पड़ेगा। इसी तरह सरसों, मटर की फसल में पानी भरने से नुकसान हो सकता है। सूचना के बाद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। इससे आक्रोशित किसानों ने प्रदर्शन किया। कहा कि सिल्ट सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति की गई। यही वजह है कि आए दिन नहर की पटरियां कट रही हैं।
बरेथा गांव के किसान रामप्रसाद, हरिशंकर, गणेश, श्यामलाल, सूरजपाल, रामसजीवन, महेश कुमार ने बताया कि दो दिन पहले माइनर में पानी छोड़ा गया है। टेल तक पानी पहुंचने से पहले गांव के पास पटरी कट गई। इससे आसपास के खेतों में पानी भर गया। किसानों ने बताया कि सबसे ज्यादा उन किसानाें का नुकसान हुआ, जिन्होंने हाल ही में गेहूं की बोआई की थी। खेत में पानी भरने से अब गेहूं का जमाव ठीक से नहीं होगा। यदि दोबारा बोआई की जाए, तो उत्पादन पर असर पड़ेगा। किसानों ने माइनर में हुई कटान को बांधने का प्रयास किया, लेकिन बहाव तेज होने के कारण वह सफल नहीं हुए।
ग्राम प्रधान तेजभान ने बताया कि माइनर कटने की जानकारी सहायक अभियंता को दी गई थी, लेकिन कोई कर्मचारी मौके पर नहीं आया। हेड से पानी रोककर चले गए। सहायक अभियंता बालचंद्र भारती ने बताया कि माइनर का पानी रुकवा दिया गया है। पानी सूखने के बाद कटान को बंधवाया जाएगा।