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Raebareli News: साल भर से बंद दुकान को बेच दी लाखों की कफ सिरप
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Wed, 03 Dec 2025 12:26 AM IST
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रायबरेली। कोडीनयुक्त कफ सिरप के काले कारोबार की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। उन्नाव जिले में एक साल पहले बंद हो चुके मेडिकल स्टोर को लाखों कीमत का सिरप बेचने का मामला सामने आया है। आशंका है कि अजय फॉर्मा के संचालक ने फर्जी तरीके से बंद दुकानों के नाम बिल काटकर सिरप की तस्करी बांग्लादेश तक की है। कफ सिरप की साढे़ तीन लाख शीशी परचेज करने वाला लालगंज स्थित मेडिसिन हाउस का संचालक अब फरार है। ड्रग इंस्पेक्टर ने अजय फॉर्मा के संचालक दिवाकर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है।
जिले में कोडीनयुक्त सिरप के दुरुपयोग की पुष्टि हो गई है। सिरप के मुख्य सप्लायर ने छह लाख शीशी से अधिक कफ सिरप की बिक्री की है। लखनऊ में मामला पकड़ में आने के बाद बीते अक्तूबर माह में ही एजेंसी को सील कर दिया गया था। सबसे ज्यादा सिरप परचेज करने वाले लालगंज के मेडिसिन हाउस पर भी ताला पड़ गया है। जांच में सामने आया कि उन्नाव जिले के लक्ष्मी मेडिकल स्टोर को भी अजय फॉर्मा ने 1050 शीशी सिरप बेची थी। जबकि यह मेडिकल स्टोर एक साल पहले ही बंद हो चुका था। उन्नाव जिले के ड्रग इंस्पेक्टर की रिपोर्ट से इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
एजेंसी में लखनऊ की भी कई दुकानों को सिरप बेचने के बिल मिले हैं। यहां भी कागजाें पर ही सिरप बेचने की आशंका है। जिले के कई और मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी अजय फॉर्मा से सिरप लेने की बात कबूल की है। ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक की पड़ताल में सिरप को नशे के लिए इस्तेमाल में लाने व बांग्लादेश तक आपूर्ति करने की आशंका जोर पकड़ रही है।
डीबी केमिकल्स से कोडीनयुक्त 247 शीशी सिरप बरामद
फोटो संख्या 11
रायबरेली। कोडीनयुक्त सिरप का खेल थम नहीं रहा है। ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह ने गत सोमवार देर शाम शहर के बेलीगंज स्थित एक दवा एजेंसी में छापा मारा। डीबी केमिकल्स के नाम से संचालित इस दुकान से 247 शीशी कोडीनयुक्त सिरप बरामद हुआ। ड्रग इंस्पेक्टर ने सिरप की बिक्री को प्रतिबंधित करते हुए दवा के संबंध में दस्तावेज तलब किए हैं। पूर्व में मंगवाई गई सिरप के बारे में भी पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। यह सिरप लखनऊ के ब्लोमेट एजेंसी से मंगवाई गई थी। इसके दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए सिरप की बिक्री पर भी अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है। एजेंसी के संचालक से सिरप की खरीद और बिक्री के संबंध में पूरा ब्योरा मांगा।
अजय फॉर्मा के संचालक ने उन्नाव में एक साल से बंद दुकान में कोडीनयुक्त सिरप बेची है। कई और दुकानों को सिरप बेचने के बिल मिले हैं, लेकिन संबंधित दुकानों के संचालकों ने सिरप लेने से इन्कार किया है। संचालक पर एफआईआर की गई है। जल्द ही जांच पूरी की जाएगी।
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जिले में कोडीनयुक्त सिरप के दुरुपयोग की पुष्टि हो गई है। सिरप के मुख्य सप्लायर ने छह लाख शीशी से अधिक कफ सिरप की बिक्री की है। लखनऊ में मामला पकड़ में आने के बाद बीते अक्तूबर माह में ही एजेंसी को सील कर दिया गया था। सबसे ज्यादा सिरप परचेज करने वाले लालगंज के मेडिसिन हाउस पर भी ताला पड़ गया है। जांच में सामने आया कि उन्नाव जिले के लक्ष्मी मेडिकल स्टोर को भी अजय फॉर्मा ने 1050 शीशी सिरप बेची थी। जबकि यह मेडिकल स्टोर एक साल पहले ही बंद हो चुका था। उन्नाव जिले के ड्रग इंस्पेक्टर की रिपोर्ट से इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
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एजेंसी में लखनऊ की भी कई दुकानों को सिरप बेचने के बिल मिले हैं। यहां भी कागजाें पर ही सिरप बेचने की आशंका है। जिले के कई और मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी अजय फॉर्मा से सिरप लेने की बात कबूल की है। ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक की पड़ताल में सिरप को नशे के लिए इस्तेमाल में लाने व बांग्लादेश तक आपूर्ति करने की आशंका जोर पकड़ रही है।
डीबी केमिकल्स से कोडीनयुक्त 247 शीशी सिरप बरामद
फोटो संख्या 11
रायबरेली। कोडीनयुक्त सिरप का खेल थम नहीं रहा है। ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह ने गत सोमवार देर शाम शहर के बेलीगंज स्थित एक दवा एजेंसी में छापा मारा। डीबी केमिकल्स के नाम से संचालित इस दुकान से 247 शीशी कोडीनयुक्त सिरप बरामद हुआ। ड्रग इंस्पेक्टर ने सिरप की बिक्री को प्रतिबंधित करते हुए दवा के संबंध में दस्तावेज तलब किए हैं। पूर्व में मंगवाई गई सिरप के बारे में भी पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। यह सिरप लखनऊ के ब्लोमेट एजेंसी से मंगवाई गई थी। इसके दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए सिरप की बिक्री पर भी अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है। एजेंसी के संचालक से सिरप की खरीद और बिक्री के संबंध में पूरा ब्योरा मांगा।
अजय फॉर्मा के संचालक ने उन्नाव में एक साल से बंद दुकान में कोडीनयुक्त सिरप बेची है। कई और दुकानों को सिरप बेचने के बिल मिले हैं, लेकिन संबंधित दुकानों के संचालकों ने सिरप लेने से इन्कार किया है। संचालक पर एफआईआर की गई है। जल्द ही जांच पूरी की जाएगी।