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Raebareli News: लोकगीतों का बिखेरा जादू, झूमे लोग
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Thu, 06 Nov 2025 01:21 AM IST
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एफजी कॉलेज में आयोजित पुस्तक मेला में लोकगीत का आनंद लेते लोग।
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रायबरेली। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी पुस्तक मेले का चौथा दिन लोकगीतों के नाम रहा। अयोध्या की लोक गायिका संजोली पांडेय और प्रयागराज की शांभवी शुक्ला ने लोकगीत सुना कर समां बांध दिया। संजोली के राम जन्म के सोहर और राम विवाह गीतों पर दर्शक झूमते रहे। बीच-बीच में जोरदार तालियां गूंजती रहीं।
अयोध्या की लोक गायिका संजोली पांडेय अवध एवं भोजपुरी के लोकगीतों को अपने स्वर देकर संरक्षित करने का अद्भुत कार्य कर रही हैं। अब तक वह 3000 लोकगीत गा चुकी हैं। इप्टा के संस्थापक संतोष डे, लेखिका किरन शुक्ला व समाजसेविका दीपमाला तिवारी ने संजोली को उस्ताद अब्दुल रशीद खां सम्मान के रूप में अंगवस्त्र, व बुके देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला व समाजसेवी अमर द्विवेदी ने शांभवी शुक्ला को सम्मानित किया। लोक गायिका संजोली ने सास-ननद के मीठे-मीठे झगड़ों से जुड़े लोकगीतों से लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने जैसे ही गाना- रामहि राम हो रटन लागी जिभिया... जिभिया कहै हम जपब रामै राम...। एक अठन्नी हमरे जेठ की कमाई...। चवन्नी लला के बधइया... जैसे लोकगीत भी खूब सराहे गए।
आयोजन को सराहा, खरीदी पुस्तकें
जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने पुस्तक मेला स्थल पहुंचकर स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कुछ पुस्तकें भी खरीदीं। इसके अलावा निफ्ट रायबरेली की निदेशक डॉ. जोनाली डी बाजपेयी ने पुस्तक मेले के आयोजन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि निफ्ट भी ऐसे आयोजनों में प्रतिभाग करेगा। निफ्ट के बच्चों को भी पुस्तक मेले में भ्रमण करने के लिए भेजेंगे।
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अयोध्या की लोक गायिका संजोली पांडेय अवध एवं भोजपुरी के लोकगीतों को अपने स्वर देकर संरक्षित करने का अद्भुत कार्य कर रही हैं। अब तक वह 3000 लोकगीत गा चुकी हैं। इप्टा के संस्थापक संतोष डे, लेखिका किरन शुक्ला व समाजसेविका दीपमाला तिवारी ने संजोली को उस्ताद अब्दुल रशीद खां सम्मान के रूप में अंगवस्त्र, व बुके देकर सम्मानित किया।
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कार्यक्रम में सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला व समाजसेवी अमर द्विवेदी ने शांभवी शुक्ला को सम्मानित किया। लोक गायिका संजोली ने सास-ननद के मीठे-मीठे झगड़ों से जुड़े लोकगीतों से लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने जैसे ही गाना- रामहि राम हो रटन लागी जिभिया... जिभिया कहै हम जपब रामै राम...। एक अठन्नी हमरे जेठ की कमाई...। चवन्नी लला के बधइया... जैसे लोकगीत भी खूब सराहे गए।
आयोजन को सराहा, खरीदी पुस्तकें
जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने पुस्तक मेला स्थल पहुंचकर स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कुछ पुस्तकें भी खरीदीं। इसके अलावा निफ्ट रायबरेली की निदेशक डॉ. जोनाली डी बाजपेयी ने पुस्तक मेले के आयोजन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि निफ्ट भी ऐसे आयोजनों में प्रतिभाग करेगा। निफ्ट के बच्चों को भी पुस्तक मेले में भ्रमण करने के लिए भेजेंगे।