{"_id":"6930888ede8a40fe570dadb7","slug":"pneumonia-outbreak-ribs-running-fast-five-children-being-admitted-daily-saharanpur-news-c-30-1-sah1001-164187-2025-12-04","type":"story","status":"publish","title_hn":"Saharanpur News: निमोनिया का प्रकोप, तेज चल रही पसलियां, रोज भर्ती हो रहे पांच बच्चे","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Saharanpur News: निमोनिया का प्रकोप, तेज चल रही पसलियां, रोज भर्ती हो रहे पांच बच्चे
संवाद न्यूज एजेंसी, सहारनपुर
Updated Thu, 04 Dec 2025 12:29 AM IST
विज्ञापन
जिला अस्पताल की ओपीडी में लगी मरीजों की लाइन।
विज्ञापन
सहारनपुर। सर्दी लगने से बच्चों में निमोनिया की परेशानी बढ़ गई है। इनकी पसली तेज चल रही हैं। इसके अलावा वायरल बुखार के साथ ही पेट में दर्द और उल्टी की भी दिक्कत हो रही। निमोनिया के रोजाना करीब चार से पांच बच्चे भर्ती करने पड़ रहे हैं। ऐसे में चिकित्सक अभिभावकों को गर्म पानी की भांप देने की सलाह दे रहे हैं।
बुधवार को एसबीडी जिला अस्पताल की ओपीडी में 875 मरीज चिकित्सकों को दिखाने के लिए पहुंचे। इनमें से करीब 70 से 80 बच्चे बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सफल कुमार बताते हैं कि दो साल तक के बच्चों में निमोनिया मिल रहा है। तेज बुखार के साथ पसली भी तेज चल रही हैं। वायरल बुखार के भी मरीज आ रहे हैं। इनमें विंटर डायरिया, गले में दर्द, सूजन, खांसी-जुकाम के साथ उल्टी भी हो रही है। निमोनिया में चार व पांच बच्चों को भर्ती करने की नौबत आती है। आठ-आठ घंटे के अंतराल में भांप दिलाई जाती है। दवाएं देने के साथ अभिभावकों को बचाव के बारे में भी बताया जा रहा है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में निमोनिया से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे हैं।
-- -- -- -
-- इन बातों का रखें ध्यान
- बच्चों को सूती बनियान जरूर पहनाएं। इससे स्वेटर ऊपर नहीं खिसकेगा। गर्माहट बनी रहेगी।
- छोटे बच्चों को अकेला मत लिटाएं, उसके साथ कोई लेटा होना चाहिए।
- छह महीने के बाद बच्चों को ऊपर की चीज जरूर खिलाएं। वजन बढ़ेगा और खून की कमी नहीं होगी।
- बच्चों को गुनगुना पानी पिलाएं, सादे पानी की भांप दिलाएं। साथ ही उसमें हल्की सी विक्स मिला लें।
- बच्चों को आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक्स से बचाएं। पसली तेज चलने पर चिकित्सक को दिखाएं।
Trending Videos
बुधवार को एसबीडी जिला अस्पताल की ओपीडी में 875 मरीज चिकित्सकों को दिखाने के लिए पहुंचे। इनमें से करीब 70 से 80 बच्चे बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में आ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सफल कुमार बताते हैं कि दो साल तक के बच्चों में निमोनिया मिल रहा है। तेज बुखार के साथ पसली भी तेज चल रही हैं। वायरल बुखार के भी मरीज आ रहे हैं। इनमें विंटर डायरिया, गले में दर्द, सूजन, खांसी-जुकाम के साथ उल्टी भी हो रही है। निमोनिया में चार व पांच बच्चों को भर्ती करने की नौबत आती है। आठ-आठ घंटे के अंतराल में भांप दिलाई जाती है। दवाएं देने के साथ अभिभावकों को बचाव के बारे में भी बताया जा रहा है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में निमोनिया से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
- बच्चों को सूती बनियान जरूर पहनाएं। इससे स्वेटर ऊपर नहीं खिसकेगा। गर्माहट बनी रहेगी।
- छोटे बच्चों को अकेला मत लिटाएं, उसके साथ कोई लेटा होना चाहिए।
- छह महीने के बाद बच्चों को ऊपर की चीज जरूर खिलाएं। वजन बढ़ेगा और खून की कमी नहीं होगी।
- बच्चों को गुनगुना पानी पिलाएं, सादे पानी की भांप दिलाएं। साथ ही उसमें हल्की सी विक्स मिला लें।
- बच्चों को आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक्स से बचाएं। पसली तेज चलने पर चिकित्सक को दिखाएं।