UP: संभल में फ्री गाजा-फ्री फलस्तीन के पोस्टर चिपकाने वालों पर कार्रवाई, सात गिरफ्तार.. मास्टरमाइंड की तलाश
संभल जिले के नरौली कस्बे में फ्री गाजा, फ्री फिलस्तीन के पोस्टर मंदिरों, मस्जिदों, दुकानों व मदरसों की दीवारों और खंभों पर चिपकाए दिए गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पोस्टर चिपकाने के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है।

विस्तार
संभल जिले के कस्बा नरौली में फ्री गाजा, फ्री फिलस्तीन और इस्राइली सामान के बहिष्कार की अपील से जुड़े पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर चिपकाए जाने से हड़कंप मच गया। यह पोस्टर मंदिरों, मस्जिदों, मदरसों, दुकानों और खंभों पर चिपकाए गए थे। पुलिस ने जांच कर सात युवकों को गिरफ्तार किया। इनमें से तीन को जेल जबकि चार को जमानत पर रिहा कर दिया गया।

पोस्टर चिपकाने से फैली सनसनी
यह मामला तब सामने आया जब शुक्रवार सुबह कस्बे के लोगों की नजर दीवारों और खंभों पर लगे इन विवादित पोस्टरों पर पड़ी। देखते ही देखते यह खबर पूरे क्षेत्र में फैल गई। सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका के बाद पुलिस भी सर्तक हो गई। यह पोस्टर नरौली के भट्टी वाला बाग, कुरैशियान चौराहा, काजी टोला चौराहा, सब्जी मंडी, मैन मार्केट, सर्राफा मार्केट, जामा मस्जिद तिराहा, पीपल वाला मंदिर, चामुंडा मंदिर और बंजारी कुआं समेत कई स्थानों पर चिपकाए गए थे।
सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान से खुलासा
थाना बनियाठेर के प्रभारी निरीक्षक रामवीर सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय दुकानदारों से मिली जानकारी के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। इसके बाद रहीस निवासी नई बस्ती नरौली, मतलूब, फरदीन, असीम, सैफ अली, अरमान और अरबाज निवासी गांव जनेटा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।
तीन युवक जेल भेजे गए, चार को मिली जमानत
गिरफ्तार सातों युवकों को एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया। जहां से असीम, सैफ अली और अरमान को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं रहीस, मतलूब, फरदीन और अरबाज को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस गश्त पर सवाल, जांच की तैयारी
घटना के बाद लोगों ने पुलिस की गश्त व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस गश्त कर रही थी तो फिर इन अराजक तत्वों ने कैसे इतनी आसानी से पोस्टर चिपका दिए। मामले को लेकर पुलिस से भी शिकायतें की गई हैं। हालांकि, सीओ चंदौसी आलोक सिद्धू ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
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सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की आशंका
पोस्टरों में विशेष समुदाय को इस्राइली सामान न खरीदने और बहिष्कार की अपील की गई थी। इससे सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन सकती थी। पुलिस ने इसी को ध्यान में रखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले में संलिप्त युवकों को गिरफ्तार किया।