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पेड़ों का विवाह कर ‘कठिना’ को बचाने का संकल्प
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पिसावां के मुल्लाभीरी स्थित स्मृति वाटिका में फलों के राजा राम व देव वृक्ष पुत्री इमली होता विवा
- फोटो : SITAPUR
पिसावां (सीतापुर)। कठिना नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से आसपास के गांवों में बगीचा लगाए जाने समेत भूमि संरक्षण के कई काम किए जाने की मुहिम चलाई गई है। इसमें संबधित विभागों के साथ ही ग्रामीणों का जोड़ते हुए जन जागरूकता के कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसी के तहत मुस्तफाबाद में स्थित मुल्लाभीरी बाबा स्मृति वाटिका में कठिना नदी बचाओ संरक्षण अभियान के तहत रविवार को बागों व पेड़ों के सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इसके मुख्य अतिथि सीडीओ अक्षत वर्मा व लोक भारती संगठन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बृजेन्द्र सिंह रहे।
कार्यक्रम में शुभ मुहूर्त पर फलों के राजा चिरंजीवी रसाल (आम) एवं देववृक्ष पुत्री आयुष्मती इमली का विवाह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। वैदिक रीति रिवाज से द्वार पूजन, विवाह एवं शिष्टाचार के बाद 51 बारातियों को दवा स्प्रे मशीन, खुरपा, पेड़ ,खाद एवं अंगवस्त्र उपहार स्वरूप दिए गए। जिसके बाद भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर राज्य कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्रीकृष्ण चौधरी, लोक भारती के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोपाल उपाध्याय, लोक भारती के जिला संयोजक कमलेश सिंह, उप कृषि निदेशक अरविंद मोहन मिश्रा, डीसी मनरेगा सुशील कुमार श्रीवास्तव, बीडीओ पिसावां अशोक कुमार, बीडीओ एलिया अजीत यादव आदि मौजूद रहे।
बैलों की दौड़ प्रतियोगिता रही आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम में बैलों की रेस प्रतियोगिता कराई गई। विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। दूरदराज गांवों से बैलों को सजाकर बैलगाड़ियों से तमाम ग्रामीण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। अफसरों से लेकर ग्रामीणों ने मिट्टी की प्याली, कुल्हड़ एवं पत्ते पर खाना खाया। यह आकर्षण का केंद्र रहा।
पर्यावरण संरक्षण की जगाई अलख
कार्यक्रम स्थल पर पहले जिला स्तरीय तिलहन गोष्ठी का आयोजन सीडीओ की अध्यक्षता में किया गया। इसमें कृषि विभाग के अफसरों सहित अन्य विशेषज्ञों ने किसानों को आधुनिक खेती एवं जैविक खेती के साथ ही उनकी आय दोगुना कैसे हो, इसके टिप्स दिए।
उप कृषि निदेशक अरविंद मोहन मिश्र ने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए वृहद पौधरोपण कर किसानों को जैविक खेती के बारे भी जागरूक किया। अतिथियों ने पीपल, बरगद, पाकर, आम आदि पौधे रोपित किए। लोक भारती संस्था के जिला संयोजक कमलेश सिंह ने कठिना बचाओ अभियान समिति के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पौधरोपण के लिए जागरूक किया।
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कार्यक्रम में शुभ मुहूर्त पर फलों के राजा चिरंजीवी रसाल (आम) एवं देववृक्ष पुत्री आयुष्मती इमली का विवाह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। वैदिक रीति रिवाज से द्वार पूजन, विवाह एवं शिष्टाचार के बाद 51 बारातियों को दवा स्प्रे मशीन, खुरपा, पेड़ ,खाद एवं अंगवस्त्र उपहार स्वरूप दिए गए। जिसके बाद भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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इस मौके पर राज्य कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्रीकृष्ण चौधरी, लोक भारती के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोपाल उपाध्याय, लोक भारती के जिला संयोजक कमलेश सिंह, उप कृषि निदेशक अरविंद मोहन मिश्रा, डीसी मनरेगा सुशील कुमार श्रीवास्तव, बीडीओ पिसावां अशोक कुमार, बीडीओ एलिया अजीत यादव आदि मौजूद रहे।
बैलों की दौड़ प्रतियोगिता रही आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम में बैलों की रेस प्रतियोगिता कराई गई। विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। दूरदराज गांवों से बैलों को सजाकर बैलगाड़ियों से तमाम ग्रामीण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। अफसरों से लेकर ग्रामीणों ने मिट्टी की प्याली, कुल्हड़ एवं पत्ते पर खाना खाया। यह आकर्षण का केंद्र रहा।
पर्यावरण संरक्षण की जगाई अलख
कार्यक्रम स्थल पर पहले जिला स्तरीय तिलहन गोष्ठी का आयोजन सीडीओ की अध्यक्षता में किया गया। इसमें कृषि विभाग के अफसरों सहित अन्य विशेषज्ञों ने किसानों को आधुनिक खेती एवं जैविक खेती के साथ ही उनकी आय दोगुना कैसे हो, इसके टिप्स दिए।
उप कृषि निदेशक अरविंद मोहन मिश्र ने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए वृहद पौधरोपण कर किसानों को जैविक खेती के बारे भी जागरूक किया। अतिथियों ने पीपल, बरगद, पाकर, आम आदि पौधे रोपित किए। लोक भारती संस्था के जिला संयोजक कमलेश सिंह ने कठिना बचाओ अभियान समिति के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पौधरोपण के लिए जागरूक किया।