सुल्तानपुर। जिले में गोमती नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से तराई इलाके में कई बीघे फसल डूब गई है। मायंग-नौगवांतीर सड़क मार्ग पर पानी भर जाने से लोगों को आवाजाही में परेशानी उठानी पड़ रही है। धनपतगंज ब्लॉक के अमऊ-जासरपुर गांव में कई घरों में पानी घुस गया है। गांव के लोगों को अपने मवेशियों को सड़क पर बांधना पड़ रहा है। गोमती नदी के बढ़ रहे जलस्तर से तराई इलाके के लोग बाढ़ के खतरे से दहशत में जी रहे हैं।
पिछले दिनों हुई बारिश से गोमती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। दो दिनों से बारिश नहीं होने के बावजूद गोमती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी के बढ़ रहे जलस्तर से तराई इलाके के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मायंग से नौगवांतीर होते हुए कुड़वार को आने वाले सड़क मार्ग पर गोमती नदी का पानी पहुंच गया है। इससे इस सड़क मार्ग से आने जाने वालों लोगों का आवागमन बंद हो गया है। आसपास के खेतों में बोई गई फसलें जलमग्न हो गई है। खेतों में पानी भर जाने से किसान परेशान हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने से नौगवांतीर, भंडरा, लाला का पुरवा, नीरसहिया, दहलवा, गोसांई का पुरवा, जज्जौर गांव की हजारों बीघे फसलें डूब गई हैं। धनपतगंज ब्लॉक का अमऊ-जासरपुर गांव गोमती नदी के बढ़े जलस्तर से प्रभावित हो गए हैं।
अमऊ-जासरपुर गांव के कई घरों में नदी का पानी घुस गया है। इस गांव के कई लोग अपने घरों को छोड़कर ऊपर के स्थान पर रह रहे हैं। मवेशियों को ऊपरी क्षेत्र में सड़क पर बांधा गया है। यहां पर कई बीघे फसल भी डूब गई है। गांव के पास स्थित गोमती नदी के किनारे कटान भी जारी है। गांव के लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है। शहर से सटे चुनहा गांव के पास नदी का पानी पहुंच गया है। शहर के सीताकुंड घाट पर भी लगातार नदी का पानी बढ़ रहा है। घाट पर स्थित मंदिर की सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं।