UP: बच्चे ढूंढ रहे शिक्षक...शिक्षक वोटर ढूंढने में लगे, मॉनीटर ले रहे क्लास; 28 नवंबर से शुरू होनी है छमाही पर
Varanasi News: एसआईआर के फाॅर्म भरवाने को लेकर सरकारी शिक्षक भी सहयोग कर रहे हैं। इस कारण, शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहे हैं। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी की वजह से क्लास के माॅनीटर ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
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प्राथमिक विद्यालयों में इन दिनों बच्चे शिक्षकों को ढूंढ रहे हैं और शिक्षक हैं कि मतदाताओं को खोजने में लगे हैं। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। 28 नवंबर से बेसिक विद्यालयों में छमाही परीक्षा शुरू होनी है। ऐसे में एक ओर बच्चों को निपुण बनाने और दूसरी ओर मतदाताओं को खोजने के लक्ष्य में शिक्षक फंस गए हैं। सोमवार को शहर के चार विद्यालयों की पड़ताल की गई तो वहां शिक्षक नहीं थे। पता चला कि वो बीएलओ की ड्यूटी में लगे हैं और एसआईआर के फाॅर्म भरवाने के लिए घर-घर मतदाताओं को ढूंढ रहे हैं।
मतदाता सूची का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) तेजी से किया जा रहा है। चार दिसंबर तक यह प्रक्रिया पूरी कर चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंपनी है। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार एसआईआर के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ शिक्षा मित्रों को बतौर बीएलओ लगाया गया है। इनके सहयोग के लिए शिक्षकों को भी जिम्मेदारी दी गई है।
पड़ताल के दौरान अनुपस्थित शिक्षकों के बारे में पूछने पर प्रधानाध्यापकों ने बताया कि शिक्षकों को एसआईआर के लिए बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई है। इस कारण शिक्षक सुबह 6:30 बजे से ही अपने घरों से निकलकर लोगों से संपर्क करने में जुट जा रहे हैं। इस कारण कक्षाएं खाली हैं। कई जगह बीएड के छात्र कक्षा में पढ़ा रहे हैं। वहीं, कुछ विद्यालयों में बच्चों के बीच से ही बनाए गए मॉनीटर क्लास को संभाल रहे हैं।
28 नंवबर से छमाही परीक्षा : जिले के 1143 प्राथमिक विद्यालयों में 28 नवंबर से छमाही परीक्षाएं शुरू हैं। एक ओर बच्चों को परीक्षा के लिए तैयार करने के साथ ही उन्हें निपुण बनाने का लक्ष्य है। वहीं, दूसरी ओर शिक्षकों का इस समय चुनावी ड्यूटी में लगाना पढ़ाई को प्रभावित कर रहा है। अभी 4 दिसंबर तक शिक्षक इस काम में व्यस्त रहेंगे। ऐसे में परीक्षा संपन्न कराने में भी समस्या होगी।
केस 1: प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर में प्रधानाचार्य समेत दो शिक्षक हैं। यहां 111 बच्चे पढ़ते हैं। यहां दो कमरे में पांच कक्षाएं चल रही थीं। शिक्षामित्र और आंगनबाड़ी विद्यालय के बाहर एसआईआर में जुटे थे और बच्चे बाहर खेल रहे थे।
केस 2: कंपोजिट विद्यालय सुंदरपुर कक्षा 8 तक है। इसमें कुल 254 बच्चे पढ़ते हैं। यहां कुल 6 शिक्षक हैं जिनमें पांच की ड्यूटी एसआईआर में लगी है। यहां बीएचयू के बीएड के छात्र शिक्षकों की अनुपस्थिति में क्लास लेते मिले।
केस 3: प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर कक्षा 5 तक है। यहां 152 बच्चे हैं। यहां कुल 6 स्टाफ है। जिसमें 4 सहायक शिक्षक और दो शिक्षामित्र हैं। यहां भी 4 स्टाफ एसआईआर में जुटे हैं। यहां भी कक्षा में सिर्फ एक शिक्षक मिलीं। एक क्लास में बच्चे खुद ही पढ़ रहे थे।
केस 4: प्राथमिक विद्यालय नरिया कक्षा 5 तक है। यहां 78 बच्चे हैं। यहां प्रधानाचार्य समेत 2 शिक्षक हैं। शिक्षक एसआईआर में जुटी हैं। प्रधानाचार्य अकेले क्लास में पढ़ाती दिखीं। वहीं, एक क्लास में मॉनीटर बच्चों को संभालता दिखा।
एसआईआर के काम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और शिक्षा मित्रों को लगाया गया है। शिक्षकों को सिर्फ उनके सहयोग की जिम्मेदारी दी गयी है। - डीएस उपाध्याय, सहायक निर्वाचन अधिकारी