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राम मय हुआ मुंशी प्रेमचंद का गांव: परिक्रमा कर खींची राम नाम की लकीर, महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा; जानें खास
अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी।
Published by: अमन विश्वकर्मा
Updated Sun, 06 Apr 2025 11:08 AM IST
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सार
मुंशी प्रेमचंद के गांव में महिलाओं और बच्चाें ने भव्य कलश यात्रा निकाली। हाथ में गदा और सिर पर रामजी की प्रतिमा लेकर गांव की परिक्रमा भी की गई। भक्त राम का नाम लेकर आगे बढ़ रहे थे।

कलश यात्रा के दाैरान राम भक्त।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
Ram Navami 2025: महिलाओं के सिर पर राम और जानकी की प्रतिमा, कलश, हाथों में गदा और राम ध्वजा के साथ जब श्रीराम आश्रम से श्रीराम संस्कृति कलश यात्रा निकली तो पूरा वातावरण राममय हो गया।

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रामपंथ की ओर से दलित और आदिवासी परिवार की ओर से निकाली गई कलश यात्रा का नेतृत्व रामभक्त नाजनीन अंसारी ने किया। रामध्वजा के साथ जय श्रीराम का जयकारा गूंज रहा था।
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मुंशी प्रेमचंद के गांव लमही की परिक्रमा की परंपरा को निभाते हुए यात्रा के माध्यम से चारों ओर राम नाम की लकीर खींची गई। घर-घर राम की पूजा को अनिवार्य बनाने की पहल की गई।
इस अवसर पर डॉ. राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि रामपंथ रामपरिवार भक्ति आंदोलन चला रहा है। हर घर में भगवान श्रीराम के परिवार की पूजा होने लगेगी तो श्रीराम के महान आदर्शों को घर-घर में स्थापित किया जा सकेगा। इससे परिवार बचेगा।
रामपंथ के आचार्य डॉ. कवींद्र नारायण ने कहा कि दुनिया भगवान राम के ही रास्ते पर चलकर शांति और समृद्धि की ओर जा सकती है। इस अवसर पर डॉ. अर्चना भारतवंशी, डॉ. नजमा परवीन, डॉ. मृदुला जायसवाल, ज्ञान प्रकाश, नौशाद अहमद दूबे, अब्दुल्ला दूबे, आभा भारतवंशी, पूनम श्रीवास्तव, सुनीता, सरोज देवी, मैना, रीता, बेचना, लालती, राजकुमारी, प्रियंका, गीता, किसुना, प्रभावती, चंदा, रेखा, खुशी, इली, उजाला, दक्षिता, राधा, शिखा, सत्यम राय, अमित आदि लोग मौजूद रहे।