Varanasi: काशी में पीएम-सीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य ने किया संवाद, बोले- सपने देखना जरूरी
केवी राजू ने संवाद में सभी से अनुरोध किया कि सरकार द्वारा चिह्नित बारह सेक्टरों के संबंध में अपने सुझाव क्यूआर कोड को स्कैन कर जरूर दें। हमे अगले 22 साल के विजन के लिए स्वप्न देखना जरूरी होगा।

विस्तार
2047 तक यूपी को विकसित प्रदेश बनाने के उद्देश्य से समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान के अधिकारियों, नामित प्रबुद्ध जनों और शिक्षण संस्थानों के साथ सर्किट हाउस में बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य केवी राजू ने प्रोफेसर, शिक्षाविद एवं छात्र छात्राओं के साथ संवाद किया।

केवी राजू ने सभी से आगामी दस वर्षों में शिक्षा का स्तर क्या हो, इसपर फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि रोजगारपरक शिक्षा, ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो और महिला साक्षरता बढ़ाने, कौशल विकास और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता को ध्यान में रखते भविष्य की शिक्षा पद्धति के विजन डॉक्यूमेंट को तैयार कर समर्थ, समृद्ध और सशक्त उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण योगदान देगा। वहीं, सीडीओ हिमांशु नागपाल ने पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश में शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में हुए सुधार के बारे में विस्तृत जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी।
जीरो बजट की खेती और मोटे अनाज के उत्पादन से होगी विकसित कृषि
समर्थ यूपी विकसित यूपी 2047 के तहत शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र कल्लीपुर में वाराणसी के कृषि मिशन को लेकर मंथन हुआ। कृषि के स्वरूप में बदलने की दिशा में किसानों ने सुझाव दिया कि गो आधारित व जीरो बजट खेती, गुणवत्तायुक्त सब्जियों के साथ मोटे अनाज, मसाला व तिलहनी के साथ पान व बागवानी के लिए भी क्लस्टर बनाकर खेती की जाए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार केवी राजू, जल निगम ग्रामीण प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर, राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय लखनऊ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रेम कुमार गौतम, प्रगतिशील किसान चंद्रशेखर सिंह, सीडीओ हिमांशु नागपाल, उपनिदेशक कृषि अमित जायसवाल और केविके वैज्ञानिकों किसानों के साथ मंथन के दौरान कृषि में बदलाव के लिए सुझाव मांगे।